Thursday , 18 April 2024
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मांसपेशियों और कंधे के दर्द फ्रोज़न शोल्डर का कारण एवं उपचार – Dr. Mohit Bijaka

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मांसपेशियों का दर्द किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन पच्चीस से चालीस वर्ष की आयुवर्ग के युवा इसकी चपेट में तेजी से आ रहे हैं. आज की व्यस्त और भाग-दौड़ भरी जिंदगी में मांसपेशियों में दर्द एक आम समस्या है. युवाओं में यह समस्या तेजी से बढ़ रही है. यह दर्द कुछ लोगों को कभी-कभी सताता है, जबकि ज्यादातर लोग इससे स्थायी रूप से परेशान रहते हैं. Only Ayurved – Frozen Shoulder ka ilaj

वैसे तो मांसपेशियों का दर्द किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन तीस से चालीस वर्ष की आयुवर्ग के युवा इसकी चपेट में तेजी से आ रहे हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है कि काम की वजह से उन्हें बार-बार उठना, बैठना, झुकना या सामान उतारना और रखना होता है. कामकाजी युवक-युवतियों के इसकी चपेट में आने से कार्य क्षमता भी प्रभावित होती है. क्यों होता है मांसपेशियों में आमतौर पर मांसपेशियों में अत्यधिक तनाव की वजह से दर्द की समस्या होती है. जोड़ों में खिंचाव से भी कभी-कभी मांसपेशियों का दर्द शुरू हो जाता है.

कंधे का दर्द कई बार आपको रोजमर्रा के काम भी नहीं करने देता। कंधों में होने वाली इस जकड़न को फ्रोजन शोल्डर नाम से भी जाना जाता है। इस दर्द का कारण आसानी से पता नहीं चलता। कई बार तो ऐसा दर्द महीनों तक रह जाता है। इस दर्द व उपचार के बारे में बता रहें हैं Only Ayurved में डॉ. मोहित बिजाका. Frozen Shoulder ka ilaj

कभी आपके कंधे में ऐसा दर्द हुआ है, जब आपने महसूस किया हो कि उसने आपको जकड़ रखा है? उस दर्द से आप कई दिनों तक रोजमर्रा के काम नहीं कर पाए हों? कंधों में होने वाली इस जकड़न को फ्रोजन शोल्डर नाम से भी जाना जाता है। फ्रोजन शोल्डर का दर्द इतना तीव्र होता है कि इसे बर्दाश्त करना मुश्किल होता है। ऐसे दर्द के कई कारण हो सकते हैं। यहां तक कि सर्जरी या कोई गंभीर बीमारी भी फ्रोजन शोल्डर का कारण बन सकती है। हालांकि इस समस्या का वास्तविक कारण अब तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन ऐसा माना गया है कि कंधों के आसपास जोड़ों में सूजन आने के कारण इस प्रकार का दर्द होता है। ऐसे दर्द में कभी-कभार कंधे सुन्न भी पड़ जाते हैं। यह स्थिति कई बार महीनों तक रह जाती है। Frozen Shoulder ka ilaj

आइए जानें इसके कारण और उपचार के बारे में-

फ्रोजन शोल्डर के कारण बढ़ती उम्र

आपकी बढ़ती उम्र भी फ्रोजन शोल्डर का कारण हो सकती है। अधिकतर स्थितियों में यह समस्या 40 से 65 वर्ष की उम्र के लोगों में होती है। लेकिन इसकी कोई निश्चित उम्र नहीं होती है। फ्रोजन शोल्डर की समस्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में दोगुनी पाई गयी है।

आजीवन रहने वाली बीमारी

कंधों में होने वाली जकड़न मुख्यत: डायबिटीज के मरीजों में, हृदय समस्या से ग्रसित लोगों में या पार्किसन बीमारी के मरीजों में हो सकती है। गर्दन में होने वाली सर्वाइकल डिस्क की समस्या भी ऐसे दर्द का कारण हो सकती है।

कंधों पर अघात या सर्जरी

वो मरीज, जिन्हें कंधों पर किसी प्रकार की चोट लगी हो या कंधों की किसी प्रकार की सर्जरी हुई है, उनमें फ्रोजन शोल्डर की आशंका अधिक होती है। ऐसा भी हो सकता है कि सर्जरी के लंबे समय के बाद कंधों में जकड़न जैसी समस्या आये।

दर्द से कैसे बचें frozen shoulder ka ilaj

  • कंधों को गर्म या ठंडा सेक दें दर्द से.
  • जल्द आराम के लिए एक्यूपंक्चर चिकित्सा का सहारा लें
  • अनियमित जीवन शैली और गलत खान-पान इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण है. शरीर को पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं मिलने से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. अधिक वजन होने से भी कमर, घुटने में दर्द जैसी समस्या होती है.
  • पेट बढ़ने से रीढ़ पर तनाव बढ़ता है, जिससे कमर दर्द शुरू हो जाता है. अचानक झुकने, वजन उठाने, झटका लगने, गलत तरीके से उठने-बैठने और सोने, व्यायाम न करने से भी कमर दर्द या मांसपेशियों का दर्द हो सकता है.
  • ऊबड़-खाबड़ रास्तों में तेज ड्राइविंग से भी रीढ़ की डिस्क प्रभावित हो सकती है. कठोर श्रम या चोट हो सकता है कारण मांसपेशियों में दर्द पूरे शरीर की स्थिति का संकेत हो सकता है.
  • शारीरिक परिश्रम या कठोर श्रम के कारण तनाव, थकान या मांसपेशियों में चोट, इन्फ्लूएंजा, लाइम डिजीज, मलेरिया, डेंगू, मांसपेशी का फोड़ा तथा संक्रमण की वजह से भी दर्द हो सकता है. इलेक्ट्रोलाइट का असंतुलन जैसे-पोटैशियम या कैल्शियम की मात्रा बहुत कम होना भी इसका कारण हो सकता है.

इन्हें शामिल करें Frozen Shoulder ka ilaj

  • सुबह चाय तो बिलकुल बंद कर दीजिये, सुबह खाली पेट निम्बू पानी में आधा चम्मच मीठा सोडा मिला कर पियो, अगर निम्बू से परहेज हो तो निम्बू की जगह मीठा सोडा ही पियो.
  • कैल्शियम के लिए सुबह शाम पानी या जूस या सब्जी में गेंहू के दाने के बराबर चूना जो पान में लगाकर खाते हैं, उसको मिला कर खाओ, ध्यान रहे के अगर स्टोन की समस्या है तो इसको मत कहियेगा.
  • दिनचर्या में मांसपेशियों के दर्द से परेशान 90 प्रतिशत लोग योग प्राणायाम और व्यायाम से ठीक हो सकते हैं.
  • दवाओं के उपयोग की जगह व्यायाम करें और दिनचर्या सुधारें. भोजन में दूध, ताजे फल, सब्जियां आदि पौष्टिक भोजन लेना चाहिए. एक-दो घंटे तक कार्य करने के बाद थोड़ा आराम करें तथा टहलें.
  • एक ही स्थिति में लंबे समय तक बैठकर काम न करें. मोटापा को नियंत्रित करें.

इनसे परहेज करें— Frozen Shoulder ka ilaj

  • शराब तथा सिगरेट के सेवन से बचें. अत्यधिक तनाव और मांसपेशियों पर अधिक जोर डालनेवाले कार्य न करें. फास्ट फूड का सेवन कम से कम करें. कोल्ड ड्रिंक का कम से कम सेवन करें. यह आपके शरीर के कैल्शियम को ठीक से पचने नहीं होने देता है.
  • दर्द निवारक दवाओं का उपयोग कम से कम करें. यह किडनी को प्रभावित कर सकता है. जो अंत में जानलेवा भी साबित हो सकता है.

डॉ. मोहित बीजाका – खंडेला
योग एवं प्राकृतिक चिकित्सक
बी-644 मुरलीपुरा स्कीम , जयपुर-302039
मोबाइल : 98872-89010

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