Wednesday , 24 April 2024
Home » सब्जिया » आलू » आलू के गुण और लाभ
Benefit of potato

आलू के गुण और लाभ

आलू के गुण और लाभ

ऐसा माना जाता है कि अंग्रेज अपने साथ आलू भारत में लाये। इसको अनेकानेक प्रकार से पकाया और खाया जाता है। इसका हलुआ बेहद लजीज और स्वाद से भरपूर होता है। इसकी सब्जियाँ-कचौड़ियाँ ऐसी होती हैं खाने वाला उँगलियाँ चाटता रह जाये। इसको खाने और पकाने के तरीकों का तो कहना ही क्या ! छिलके वाले छोटे-छोटे आलू मेथी की भूजी बनाने में प्रयुक्त होते हैं। इसको छिलके सहित पानी में उबालें और गल जाने पर ही खाएं। भारत मैं यह बारहों मास मिलता है काफी सस्ता भी है। MNC’s चिप्स बना-बना कर इसके दामों को बढ़ाना शुरू कर दिया है।

[ads4]
आलू प्रोटीन और खनिज से भरपूर होता है। आलू में स्टॉर्च, पोटाश और विटामिन ए व डी की पर्याप्त मात्रा होती है। यह वजन भी बढ़ाता है। आलू को तलकर तीखे मसाले, घी आदि लगाकर खाने से जो चिकनाई पेट में जाती है, वह चिकनाई मोटापा बढ़ाती है। आलू को उबालकर अथवा गर्म रेत या राख में भूनकर खाना लाभदायक और निरापद है। आलू में विटामिन काफी मात्रा में पाया जाता है। इसे छिलके सहित गरम राख में भूनकर खाना बहुत गुणकारी है।

* भुना हुआ आलू पुरानी कब्ज और अंतड़ियों की सड़ांध दूर करता है। आलू में पोटेशियम होता है जो अम्ल-पित्त को घटाता है।

* चार आलू सेंक लें और फिर उनका छिलका उतार कर नमक, मिर्च डालकर नित्य खाने से से गठिया ठीक हो सकता है।

* आलू में 8.5 प्रतिशत प्रोटीन होता है। आलू का प्रोटीन बूढ़ों के लिए बहुत ही शक्ति देने वाला और बुढ़ापे की कमजोरी दूर करने वाला होता है।

* आलू में कैल्शियम, लोहा, विटामिन-बी तथा फास्फोरस बहुतायत में होता है। आलू खाते रहने से रक्त वाहिनियां बड़ी आयु तक लचकदार बनी रहती हैं तथा कठोर नहीं होने पातीं।

* दो-तीन आलू उबालकर छिलके सहित थोड़े से दही के साथ खा लिए जाएं, तो ये एक संपूर्ण आहार का काम करते हैं।

* चोट लगने पर नील पड़ी जगह पर कच्चा आलू पीसकर लगाने से फायदा होता है।

* जलना, तेज धूप से त्वचा झुलसना, त्वचा पर झुर्रियां या त्वचा रोग होने पर कच्चे आलू का रस निकालकर लगाने से फायदा होता है।

* गुर्दे की पथरी में केवल आलू खाते रहने पर लाभ होता है। पथरी के रोगी को केवल आलू खिलाकर, बार-बार अधिक पानी पिलाते रहने से, गुर्दे की पथरियाँ और रेत आसानी से निकल जाता हैं।

* उच्च रक्तचाप के रोगी भी आलू खाएँ तो रक्तचाप को सामान्य बनाने में आसानी होती है।

* आलू को पीसकर त्वचा पर मलने से रंग गोरा होता है।

सावधानी:

हरा भाग सोलेनाइन नामक विषैला पदार्थ होने से खतरनाक बन जाता है। इसके अंकुरित हिस्से का भी प्रयोग नहीं करना चाहिए।

One comment

  1. Billa/wood apple uses of the

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

DMCA.com Protection Status