Friday , 19 April 2024
Home » Health » बवासीर » बवासीर के मस्सो को धोकर ये Oil लगाएं 5 दिन में मस्सा से सम्पूर्ण आराम !!!

बवासीर के मस्सो को धोकर ये Oil लगाएं 5 दिन में मस्सा से सम्पूर्ण आराम !!!

दोस्तों अगर बार बार बवासीर होती हैं और मस्से बाहर आ कर बहुत कष्ट देते हो तो ये घरेलु उपचार और मस्सो पर लगाने के लिए ये तेल घर पर बनाये बहुत ही लाभदायक हैं।

तो आइये जाने खूनी बादी बवासीर और बवासीर के मस्सो का इलाज।

[ ये भी पढ़िए सफ़ेद दाग का इलाज Safed daag ka ilaj ]

बवासीर के मस्सो पर लगाने के लिए तेल

एरंडी के तेल को थोड़ा गर्म कर आग से नीचे उतार कर उसमे कपूर मिलाकर व घोलकर रख ले। अगर कपूर की मात्रा १० ग्राम हो तो अरंडी का तेल ८० ग्राम होना चाहिए। मतलब ८ गुना अगर कपूर ५ ग्राम हैं तो तेल ४० ग्राम।
पाखाना करने के बाद मस्सो को धोकर और पोछकर इस तेल को दिन में दो बार नर्मी से मस्सो पर इतना मलें की मस्सो में शोषित हो जायें। इस तेल की नर्मी से मालिश से मस्सो की तीव्र शोथ, दर्द, जलन, सुईयां चुभने को आराम आ जाता ही और निरंतर प्रयोग से मस्सो खुश्क हो जाते है।
बवासीर के मस्से सूजकर संगर की भांति मोटे हो जाते है और कभी-कभी गुदा से बाहर निकल आते है। ऐसी अवस्था में यदि उन पर इस तेल को लगाकर अंदर किया जाये तो दर्द नही होता और मस्से नरम होकर आसानी से गुदा के अंदर प्रवेश किये जा सकते है।

[ ये भी पढ़िए bawasir ka ilaj बवासीर का इलाज ]

सहायक उपचार.

बवासीर की उग्र अवस्था में भोजन में केवल दही और चावल, मूंग की खिचड़ी ले। देसी घी प्रयोग में लाएं। मल को सख्त और कब्ज न होने दे। अधिक तेज मिर्च-मसालेदार, उत्तेजक और गरिष्ठ पदार्थो के सेवन से बचे।
खुनी बवासीर में छाछ या दही के साथ कच्चा प्याज ( या पीसी हुयी प्याज की चटनी ) खाना चहिए।
रक्तस्रावी बवासीर में दोपहर के भोजन के एक घटे बाद आधा किलो अच्छा पपीता खाना हितकारी है।
बवासीर चाहे कैसी भी हो बड़ी हो अथवा खुनी, मूली भी अक्सीर है। कच्ची मूली ( पत्तो सहित ) खाना या इसके रस का पच्चीस से पचास ग्राम की मात्रा से कुछ दिन सेवन बवासीर के अतिरिक्त रक्त के दोषो को निकालकर रक्त को शुद्ध करता है।

[ ये भी पढ़िए कैंसर का इलाज Cancer ka ilaj ]

बवासीर में विशेष..

बवासीर से बचने के लिए गुदा को गर्म पानी से न धोएं। खासकर जब तेज गर्मियों के मौसम में छत की टंकियों व नलों से बहुत गर्म पानी आता है तब गुदा को उस गर्म पानी से धोने से बचना चाहिए।
एक बार बवासीर ठीक हो जाने के बाद बदपरहेजी ( जैसे अत्यधिक मिर्च-मसाले, गरिष्ठ और उत्तेजक पदार्थो का सेवन ) के कारण उसके दुबारा होने की संभावना रहती है। अत: बवासीर के रोगी के लिए बदपरहेजी से परम आवश्यक है।

[ ये भी पढ़िए घुटने के दर्द का इलाज, ghutne ke dard ka ialj ]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

DMCA.com Protection Status