नारियल तेल सिर्फ साधारण तेल ना होकर आज सम्पूर्ण चिक्तिसा जगत में एक अहम् भूमिका निभा रहा है. जो काम ओलिव oil, केनोला oil, सोयाबीन oil, फिश एंड कॉड लीवर oil, कॉर्न oil, मूंगफली का तेल नहीं कर सकते वो काम सिर्फ नारियल तेल ही कर सकता है. इन तेलों में MCT अर्थात Medium Chain Triglyceride नहीं पाया जाता. MCT हमारे लीवर में जाकर Ketone body में तब्दील हो जाता है और ये Ketone Body हमारे दिमाग के Barriers को Cross करके दिमाग की कोशिकाओं के लिए उस समय Nutrition उपलब्ध करवाता है जब दिमाग में ग्लूकोस की सप्लाई कम हो जाती है. जिस से ब्रेन के सेल्स Damage होना शुरू हो जाते हैं. क्यूंकि उनको Energy नहीं मिल पाती. और तब हम मानसिक कमजोरी का सामना करते हैं और इनकी मात्रा अगर कम होती जाती है तो जैसे जैसे उम्र बढती है लोगों को अनेक मनो रोग घेर लेते हैं जैसे Alzheimer’s, Parkinson’s, Dementia, Low Memory इत्यादि. आइये जाने इस पुरे चक्र को और इस को तुरंत प्रभाव से खत्म करने के उपाय.
क्या है MCT ? What is MCT (Medium Chain Triglyceride)
MCT अर्थात Medium Chain Triglyceride एक प्रकार के फैट है जो के हमारे दिमाग के लिए अमृत के समान है. जब व्यक्ति का दिमाग काम करना बंद या कम काम करता है जिस से कुछ दिमाग से सम्बंधित रोग हो जाते हैं जैसे Alzheimer’s, Parkinson’s, Dementia (एक प्रकार का पागलपन), याददाश्त कमजोर होना, ऐसे रोगों के लिए MCT एक अहम् भूमिका निभाता है, हम जो कुछ भी खाते हैं उसको शरीर में Dissolve होने में और उससे निकलने वाले पोषक तत्व किसी अंग को इतनी जल्दी नहीं मिल पाते जितनी जल्दी MCT दिमाग को एनर्जी दे कर इसकी कार्य क्षमता बढ़ा देता है. ये लीवर में जैसे ही पहुँचता है कुछ ही मिनट में टूटकर Ketone body बना देता है, और ये Ketone body दिमाग के सभी Barrier (BBB – Blood Brain Barrier) को बाय पास करके तुरंत Nutrition देते हैं, ये Barrier दिमाग के लिए इतने महत्वपूर्ण होंते हैं के ये सिर्फ कुछ Selective रसायनों को ही दिमाग में प्रवेश करने की आज्ञा देते हैं. और ये Ketone Body जैसे ही दिमाग में पहुँचते हैं रोगी को तुरंत प्रभाव मिलता है. इसी कारण से जिस भी चीज में MCT अधिक पाए जाते हैं वो दिमाग के लिए अमृत के समान होते हैं और ये दिमागी रोगियों के लिए रामबाण का काम करते हैं.
Best Source Of MCT
MCT के कुछ ही सोर्स पाए जाते हैं. ये नारियल तेल में सबसे ज्यादा पाए जाते हैं ये 15 मिली में 8 ग्राम तक पाए जाते हैं जो के बहुत बड़ी मात्र है. इसके अलावा ये देसी गाय के दूध और देसी गाय के घी में, बकरी के दूध में, गाय के दूध से बने मक्खन, बकरी के दूध से बने मक्खन, महिलाओं के दूध में सर्वाधिक पाए जाते हैं. दिमागी रोगियों को सिर्फ नारियल तेल और देसी गाय का दूध या बकरी का दूध ही इस्तेमाल करने को दिया जाना चाहिए.
कब बनते है Ketone Body
जब दिमाग में ग्लूकोस की सप्लाई कम हो जाती है, जैसा के Insulin Resistance में होता है, उस समय दिमाग की कोशिकाओं (Neurone) की एनर्जी की ज़रूरत को पूरा करने के लिए लीवर शरीर में मौजूद MCT को तोड़कर Ketone Body में कन्वर्ट कर देता है. ये ब्रेन को तुरंत एनर्जी देने का काम करते हैं. जिस से Neuron सही तरीके से काम करना शुरू कर देते हैं.
कितनी हो नारियल तेल की मात्रा.
अगर आप नारियल तेल इस्तेमाल कर रहें हैं तो इसकी मात्रा पुरे दिन में 40 मिली तक होनी चाहिए. अगर आपको इतनी मात्रा से दस्त की समस्या हो तो आप इसकी मात्रा को कम कर सकते हैं. शुरू में एक चम्मच अर्थात 5 मिली खाने के साथ दिन में दो से तीन बार में लीजिये, और जैसे जैसे शरीर इसको पचाना शुरू कर दे तो आप इसकी मात्रा को बढ़ाएं.
दिमाग को बनाये कंप्यूटर जैसा
नारियल तेल का उपयोग करने से हमारा दिमाग बहुत ही तेज़ काम करना शुरू करता है. ऐसे में ये अगर नियमित खुराक बन जाए तो बच्चों और बड़ो का दिमाग कंप्यूटर जैसा तेज़ बना देता है.
हार्ट के लिए भी है ये फायदेमंद.
नारियल तेल कोलेस्ट्रॉल Ratio को बढाता है, जिस कारण से ये हार्ट के लिए भी फायदेमंद है. आप कोलेस्ट्रॉल Ratio के लिए अधिक जानकारी के लिए हमारी ये पोस्ट पढ़ सकते हैं.