पलाश वीर्य विकार को दूर कर के उत्तम वाजीकरण है, पुरुषों के लिंग कि दृढ़ता शीघ्रपतन, स्तम्भन और शुक्र के शोधन में बहुत ही गुणकारी है, इसके साथ साथ ये बांझपन में भी अति श्रेष्ठ औषिधि है, आइये जानते हैं इसके गुण और उपयोग कि विधि। प्रमेह (वीर्य विकार) :- पलाश की मुंहमुदी (बिल्कुल नई) कोपलों को छाया में सुखाकर …
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ढाक पलाश के औषधीय प्रयोग।
ढाक पलाश के औषधीय प्रयोग। पलाश को शास्त्रों में ब्रह्मा के पूजन अर्चन हेतु पवित्र माना है। पलाश के तीन पत्ते भारतीय दर्शनशास्त्र के त्रित्व के प्रतीक है। इसके त्रिपर्नकों में ब्रह्मा, विष्णु और महेश का निवास माना जाता है। पलाश का वृक्ष समस्त भारत में मैदानी इलाकों से लेकर 1200 मीटर कि ऊंचाई तक पाए जाते हैं। इसका तना प्राय: …
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