भटकटैया (कंटकारी)के गुण,लाभ,उपचार परिचय : भटकटैया दो प्रकार की होती हैं : (1) क्षुद्र यानी छोटी भटकटैया और (2) बृहती यानी बड़ी भटकटैया। दोनों के परिचय, गुणादि निम्नलिखित हैं : छोटी भटकटैया : 1. इसे कण्टकारी क्षुद्रा (संस्कृत), छोटी कटेली भटकटैया (हिन्दी), कण्टिकारी (बंगला), मुईरिंगणी (मराठी), भोयरिंगणी (गुजराती), कान्दनकांटिरी (तमिल), कूदा (तेलुगु), बांद जान बर्री (अरबी) तथा सोलेनम जेम्थोकार्पम (लैटिन) …
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फिटकरी (Alum) के गुण और 23 विभिन्न प्रकार के रोगों का आयुर्वेदिक इलाज !!!
परिचय (Introduction) फिटकरी लाल व सफेद दो प्रकार की होती है। दोनों के गुण लगभग समान ही होते हैं। सफेद फिटकरी का ही अधिकतर प्रयोग किया जाता है। यह संकोचक अर्थात सिकुड़न पैदा करने वाली होती है। शरीर की त्वचा, नाक, आंखे, मूत्रांग और मलद्वार पर इसका स्थानिक (बाहृय) प्रयोग किया जाता है। रक्तस्राव (खून बहना), दस्त, कुकरखांसी तथा दमा …
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