ग्रीष्म ऋतु चल रही है। इस ऋतु में सूरज की तेज किरणों से मनुष्य ही नहीं बल्कि सभी जीव-जंतु, वनस्पतियां, नदी, तालाब, कुएं आदि प्रभावित हुए बिना नहीं रहते। खासकर अप्रैल, मई एवं जून की गर्मी व्यक्ति को अधिक व्यथित करती है जिससे बचने के उपाय हमें करना अतिआवश्यक है। आइए आप और हम निम्न उपायों को अपना कर काफी हद तक गर्मी की दस्तक से बच सकते हैं।
* इस मौसम में तेज लपट और झुलसा देने वाली गर्म हवा चलती है। इससे बचने के लिए जब भी हम घर से बाहर निकलें तो एक गिलास ठंडा पानी पीकर ही निकलें। एक ख़ास बात पानी के लिए घर में मटका रखे, और इसका ही पानी पिए।
* खाने के साथ पानी की जगह छाछ या मट्ठा पिए। मट्ठे के चमत्कारी परिणामो के लिए आप हमारी ये पोस्ट देख सकते हैं।
* खाने में कच्चे प्याज की सलाद खाए। राजस्थान और हरियाणा में लोग छाछ में जीरा और प्याज मिला कर पीते हैं, जिस से वह लू लगने से बचे रहते हैं, और हमारी सेना जो भयंकर गर्मी में ड्यूटी करती हैं वह भी इसका बहुत इस्तेमाल करती हैं। चलते समय एक प्याज भी जेब में रख लें तो लू लगने से बचा जा सकता है।
* दिन भर में कम से कम 10 से 15 गिलास पानी अवश्य पिएं। पानी पीने में कोताही नहीं बरतें, क्योंकि इस मौसम में हमारे शरीर का पानी पसीने के जरिए बह जाता है। शरीर में पानी की कमी न होने पाए इसलिए पानी का अत्यधिक उपयोग जरूरी है।
* इस ऋतु में हमारी पाचन शक्ति अक्सर कमजोर हो जाती है। पाचन शक्ति ठीक से कार्य करे, इसके लिए तेज मिर्च-मसालेदार, तले हुए एवं गरिष्ठ भोजन से जहां तक हो सके परहेज करें। भूख से दो रोटी कम सेवन करें एवं पानी का उपयोग ज्यादा करें।
* तेज धूप से बचाव करके ही घर से निकलें। विशेष कर सिर एवं त्वचा को किसी भी तरह से बचाएं। इसके लिए टोपी, स्कॉर्फ या ग्लव्स या गमछे का प्रयोग करें।
* सूर्य की तेज धूप से आंखों को बचाने के लिए गहरे रंग के या सनग्लास चश्मों का प्रयोग हितकर होगा। अच्छी किस्म का सन्सक्रीन लोशन भी अवश्य प्रयोग में लाएं।
* प्रातः जल्दी उठकर ताजी वायु का सेवन अवश्य करें।
* गर्मी के मौसम में सूती वस्त्र ही पहनें, क्योंकि सूती वस्त्र पसीना सोखने में कारगर होते हैं। जहां तक हो सके, ठंडे पानी से ही स्नान करें।
* बेल का शरबत गर्मी के लिए बहुत उत्तम माना जाता है। गर्मी में मोटापा घटाने में भी यह सहायक होता है।
* मतीरा (तरबूज़) बेहद गुणकारी हैं गर्मियों में, इसके सेवन से गर्मी से बचा जा सकता हैं।
* नारियल में प्रचूर मात्रा में पौष्टिक तत्व होते है। गर्मी में इसका सेवन सबसे अच्छा होता है।
* नीबू की शिकंजी गर्मी के लिए बहुत अच्छा पेय है। इसे घर में आसानी से तैयार किया जा सकता है।
* पुदीने में प्राकृतिक रूप से पिपरमिंट पाया जाता है, इसलिए गर्मी में यह बहुत उपयोगी होता है। लू, बुखार, शरीर में जलन और गैस की तकलीफ को दूर करता है।
* किसी भी तरह की अपच,अजीर्णता, पित्त की अधिकता, पेट दर्द, गैस में जलजीरा लाभकारी होता है।
* पूरे उत्तर भारत में गर्मी के मौसम में ठंडाई का उपयोग खूब होता है।
* गर्मी के मौसम में जीरा-नमक डालकर छांछ पीना भी फायदेमंद होता है।
कहा भी गया है कि स्वास्थ्य ही जीवन है और स्वास्थ्य ही धन है। अगर आपने अपने खान-पान, रहन-सहन पर इस मौसम में ध्यान रखें तो गर्मी को रफूचक्कर कर सकते हैं।