HEALTH BENEFITS OF TURMERIC YOU SIMPLY WON’T BELIEVE!
हल्दी का प्रयोग हम भोजन में करते आ रहे हैं। प्राचीन समय से ही हल्दी को शुभ कामों के लिए प्रयोग में लाया जा रहा है। आयुर्वेद में हल्दी को प्राकृतिक औषधी कहा गया है जो कई रोगों को कारगर इलाज करती है। हल्दी प्राकृतिक एंटीबायोटिक है। इसलिए यह पेट और त्वचा संबंधी बीमारियों को जड़ से खत्म करती है। हल्दी को धार्मिक कामों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं हल्दी में छिपे इन गुणों के बारे में जो आपकी सेहत और सौंदर्य दोनों के लिए कितने लाभदायक हैं। हल्दी में छिपे गुण इस प्रकार है
कैंसर की रोकथाम में हल्दी का उपयोग
कैंसर से बचने और कैंसर के प्रभाव को कम करने में हल्दी एक कारगर दवाई का कार्य करती है। खाली पेट हल्दी का सेवन शरीर को अंदर से साफ रखता है। कैंसर की रोकथाम के लिए हल्दी की गोलियों में नीम को मिलाकर सेवन करने से शरीर से कैंसर की कोशिकाएं खत्म होकर बाहर निकलने लगती है।
अल्जाइमर की रोकथाम
हल्दी दिमाग के अंदर पट्टिका के buildup को रोकने का काम करती है , जिससे अल्जाइमर को रोकने में मदद मिलती है , हल्दी के द्वारा मस्तिष्क का पोषण होता है।
भरे मधुमेह के घावों को
डायबिटीज के रोगियों को हल्दी का सेवन किसी न किसी तरह से जरूर करना चाहिए। हल्दी डायबिटीज से होने वाले घावों को जल्दी ही भर देती है।
चोट और मोच में राहत
चोट लगने से घाव बन गया हो या फिर मोच आ गई हो तो आप हल्दी के पेस्ट बनाकर उसको चोट वाली जगह पर बांधने से चोट से होने वाला संक्रमण खत्म हो जाता है। हल्दी वाले दूध के सेवन से भी चोट भीतर से ठीक होने लगती है।
शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
हल्दी पूरी तरह से एंटी बायोटिक होती है। इसलिए इसके सेवन से आपके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और बीमारी होने की संभावना कम होती है। हल्दी शरीर में उर्जा देने के साथ शरीर मेें खून को साफ रखती है।
दे खांसी से राहत
हल्दी आपको खांसी से राहत देती है। यदि आपको खांसी है तो आप बाजार से हल्दी की गांठे ले सकते हो और इन्हें नियमित चूसने से आप खांसी की समस्या से ठीक हो सकते हो।
बढ़ती हुई उम्र को रोके
हल्दी में बढ़ती उम्र को रोकने की क्षमता होती है। यह आपकी बढ़ती उम्र के प्रभाव का पता नहीं लगने देती है। एक चौथाई हल्दी में कच्चा दूध और बेसन को मिलाकर पेस्ट तैयार करें। और इसे अपने चेहरे पर अच्छे लगाएं। अब थोड़ी देर सूखने दें और बाद में चेहरे को हल्के गरम पानी से धो लें।
झुर्रियां
उम्र बढ़ने के साथ यदि झुर्रियां आने लगी हों। तो आप हल्दी को खाने के अलावा उसके पेस्ट को चेहरे पर लगाएं।
हल्दी का पेस्ट बनाने का तरीका
आटाए कच्चा दूध ए टमाटर का जूस और हल्दी को एक साथ मिलाएं और इसका पेस्ट बना लें। अब इसे चेहरे पर लगाकर कुछ देर के लिए सूखने के लिए छोड़ दें और बाद में पानी से चेहरा धो लें।
आखों के डार्क सर्कल्स
एक चमच नींबू का रस, बेसन का एक छोटा चमच और टमाटर का रस एक चम्मच के संयोजन के द्वारा इसे बनाया पेस्ट आँखों के निचे डार्क सर्किल पर 10 मिनिट तक लगा कर रखें और फिर पानी से धो लें आखों के डार्क सर्कल्स दूर हो जायेंगे
हर दर्द की दवा है हल्दी
हल्दी में मौजूद गुण आपको हर प्रकार के दर्द से राहत देते हैं। दर्द चाहे कानों का हो या फिर गठिया का या सिर का दर्द ए हल्दी शरीर में खून का संचार ठीक करती है और दर्द को कम करती है।
दे सर्दी जुकाम में राहत
यदि सर्दी और जुकाम से नाक बंद हो जाती हो तो हल्दीए शहद और काली मिर्च को मिलाकर सेवन करें।
घटाए वजन
हल्दी के प्रयोग करने से वजन को नियत्रित किया जा सकता है। हल्दी शरीर में जमा फैट्स को कम करती है साथ ही इसमे मौजूद गुण आपके वजन को घटाते हैं।
सांस संबंधी रोग में दे राहत
हल्दी को दूध के साथ मिलाकार सेवन करने से आप सांस संबंधी रोग जैसे साइनसए दमाए ब्रोंरोकाइटिस और जमे हुए कफ की समस्या से निजात पा सकते हो। हल्दी इन रोगों को जड़ से ठीक करती है।
यदी हल्दी और दूध को मिला दिया जाए तो इसके लाभ दोगुना हो जाते हैं। जो कई बीमारियों को ठीक कर देते हैं। हल्दी वाला दूध पीने से शरीर को लगने वाले संक्रमण नहीं होते हैं।
कैसे बनता है हल्दी वाला दूध ये भी जानना जरूरी है
गर्मियों और सर्दियों में दोनों ही मौसमों में हल्दी वाला दूध अलग.अलग तरह से बनता है।
गर्मियों के मौसम में दूध में एक चौथाई चम्मच हल्दी को मिलाएं। और सर्दियों के मौसम में आधा चम्मच हल्दी को दूध के साथ मिलाकर पीएं।
गठिया रोग में
हल्दी वाला दूध पीने से गठिया से होने वाली सूजन कम होती है। और यह जोड़ों और मांसपेशियों में लचीलापन लाता है जिससे गठिया का दर्द कम हो जाता है।
कान के दर्द में
यदि कान में दर्द होता हो तो हल्दी वाला दूध जरूर पीएं। यह आपके शरीर में खून का संचार बढ़ाता है जिससे कान के दर्द में आराम मिलता है।
चेहरे में प्राकृतिक निखार
हल्दी वाला दूध पीने से चेहरा चमकदार बनता है। इसके अलावा आप हल्दी वाले दूध में रूई को भिगोकर अपने चेहरे पर भी लगा सकते हैं। यह चेहरे में निखार और सुंदरता लाता है।
कच्ची हल्दी के फायदे
अब वैज्ञानिक भी मान चुके हैं कि हल्दी शरीर के इम्यून सिस्टम को ताकत देती है। और शरीर से बैक्टेरिया को भी खत्म करती है। शरीर के फंगल इंफेक्शन और बुखार को खत्म करने का काम करती है हल्दी।
कच्ची हल्दी में एंटी सेप्टिक गुण होते हैं जो त्वचा संबधी रोगों से बचाव करते हैं।
कच्ची हल्दी सौंदर्य को निखारती है इसलिए भारत में प्राचीन समय से शादी से पहले हल्दी का उबटन लगाया जाता है।
लीवर संबंधी रोगों और लीवर को स्वस्थ बनाए रखने का काम करती है हल्दी।
पीएं हल्दी का पानी
आपने हल्दी के अनके प्रयोगो के बारे में जाना है आज आपको बताते हैं हल्दी वाले पानी को पीने के फायदे-
- हल्दी वाला पानी को बनाने के लिए आपको 1 गिलास पानी में छोटी चुटकी हल्दी का पाउडर डालना है। हल्दी वाले पानी को पीने से आप दिल संबंधी अनके बीमारियों से बच सकते हो साथ ही आपका दिल स्वस्थ रहेगा।
- हल्दी वाले पानी का सेवन यदि आप दिन में 2 से 3 बार भी करोगे तो कोई नुक्सान नहीं होगा। आपकी सेहत हमेशा ठीक रहेगी। हल्दी वाले पानी को पीने का एक और फायदा यह है कि आप विभिन्न बीमारियों से जैसे किडनी की परेशानीए खून की समस्याए लीवर और हार्ट जैसे रोगों से मुक्त रहोगे।
हल्दी के अन्य फायदे
- पानी के साथ हल्दी की गांठ को मिलाकर पीसें और इसे नहाने से पहले अपने शरीर पर उबटन की तरह लगाएं और थोड़ी देर सूखने के बाद नहाने से त्वचा में निखार आता है। इस घरेलू उपाय को नियमित एक सप्ताह तक करें।
- यदि किसी विषैले जीव जैसे बिच्छू व मक्खी के काटने पर हल्दी का लेप लगाने से विष का प्रभाव खत्म हो जाता है।
- यदि दांतों में पीलापन हो गया हो तो आप सेंधा नमक, सरसों का तेल और हल्दी को बराबर मात्रा में मिलाकर दांतों पर लगाने से दांतों का पीलापन दूर हो जाता है।
- महिलाओं को मासिक के दिनों में पेट में होने वाले दर्द को दूर करने के लिए हल्दी को गुनगुने पानी में डालकर पीने से राहत मिलती है।
हल्दी का लेप चर्म रोग पर लगाने से चर्म रोग से राहत मिलती है।