नोर्मल इजी बिना दर्द के डिलीवरी के लिए रामबाण आयुर्वेदिक नुस्खा.
Normal Easy Delivery ke liye Ayurvedic Gharelu Nuskha.
दोस्तों, माँ बनना एक बेहद महत्वपूर्ण क्षण होता है. आज से कोई 20-30 साल पहले 90 प्रतिशत से ज्यादा भारतीय महिलाएं नोर्मल प्रसव ही करती थी. मगर आज कल दर्द सहन करने के नाम से ही डर जाती हैं और तुरंत ऑपरेशन करवाने का मन बना लेती हैं. जो बहुत गलत निर्णय साबित होता है.
[ads4]पहले की स्त्रियाँ तो प्रसव के दिन तक घर के काम काज में लगी रहती थी. और काम करते करते अचानक से दर्द हुआ और थोड़ी देर में संतान पैदा कर देती थी. और वो ऐसा समय था जब लोग संतान पैदा करते समय गिनती नहीं करते थे. और वो औरतें आज भी देखी जा सकती हैं. चलिए छोडिये उन बातों को, बात करते हैं नोर्मल डिलीवरी की जिसमे प्रसूता बिना दर्द के प्रसव कर दे. और उसके गर्भाशय की भी सफाई हो जाए.
इस प्रयोग के लिए ज़रूर सामान.
कलमी शोरा – 6 ग्राम.
केसर – 3 ग्राम.
गुलाब जल – 60 ग्राम.
बनाने और सेवन की विधि.
सबसे पहले गुलाब जल में कलमी शोरा और केसर अच्छे से घोट लीजिये, इसके लिए पहले कलमी शोरे को और केसर को अच्छे से खरल में (जिसमे रसोई में मसाला कूटते हैं.) कूट लीजिये. और फिर इसको गुलाब जल में अच्छे से मिला लीजिये. नुस्खा तैयार है.
जब प्रसूता को लेबर पेन उठे तुरत इस मिश्रण को गर्म करके चाय की तरह पिला दीजिये. 15 मिनट में प्रसव हो जायेगा. अगर एक खुराक से फर्क ना पड़े तो दूसरी खुराक और बना कर दे दीजिये. निश्चित ही सुख से प्रसव हो जायेगा. और प्रसूता को ज्वर भी दूर हो जायेगा. गर्भाशय की गिलाजत को भी फ़ौरन ही बाहर निकल जाएगी.
यह योग क. गणपति सिंह वर्मा जी की किताब अनुभूत योग चिंतामणि से लिया गया है. आप बताते हैं के उन्होंने ये योग डॉ. एस. जे. राय से लिया है. जो डिलीवरी करवाने के लिए एक फेमस डॉ. थे. क्षमा करें थे या हैं ये हम नहीं जानते, हमने तो बस इनकी लिखी गयी पुस्तक से ये योग लिया है. इन दोनों महानुभावों का हृदय से प्रणाम है.