गोंद के औषधीय गुण – gond ke fayde, babool ka gond, palash ka gond, guggul ka gond, guggul, neem ki gond, किसी पेड़ के तने को चीरा लगाने पर उसमे से जो स्त्राव निकलता है वह सूखने पर भूरा और कडा हो जाता है उसे गोंद कहते है। यह शीतल और पौष्टिक होता है। उसमे उस पेड़ के ही औषधीय गुण भी …
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चौलाई सिर्फ साग नहीं है ये है अमृत समान औषिधि – जो लोग इसको खाते हैं वो 100 वर्ष से भी अधिक
चौलाई साग या अमृत समान औषिधि । चौलाई जानते हैं क्या ? कभी खायी हैं ? अगर खायी हैं तो क्या आप जानते हैं इस सब्जी नुमा औषिधि के बारे में। इसके गुण जान लेने के बाद आप दोबारा इसकी दाल या साग देखेंगे तो खाए बिना रह नहीं पाएंगे। हरे पत्ते की सब्जी स्वास्थ्य के लिये बहुत ही लाभ कारी …
Read More »प्याज के गुण ऐसे हैं के इसको स्त्री मर्द के रोगों से लेकर कैंसर जैसे रोगों में सफलता से इस्तेमाल किया जाता है
प्याज के गुण और औषधीय प्रयोग प्याज एक अति गुणकारी सब्जी हैं, ये सब्जी कम हैं औषिधि ज़्यादा हैं। प्याज नाड़ी संस्थान, शारीरिक, मानसिक, कामशक्ति को ताक़त देता हैं। प्याज और घी का संयोग गुणकारी हैं। प्याज कई गंभीर बीमारियों के लिए ये रामबाण है। प्याज की सब्जी घी से छौंक कर बनाने से अधिक पौष्टिक और स्वादिष्ट हो जाती हैं। प्याज का …
Read More »कलौंजी – मौत को छोड़कर बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज है कलौंजी – Kalonji ke fayde
Kalaunji ke fayde, kalonji ke fayde, Kalonji ke tel ke fayde, Kalonji oil “मौत को छोड कर हर मर्ज की दवाई है कलौंजी…..! “ कलयुग में धरती पर संजीवनी है कलौंजी, अनगिनत रोगों को चुटकियों में ठीक करता है। कैसे करें कलौंजी का सेवन – Kalonji kaise khaye कलौंजी के बीजों का सीधा सेवन किया जा सकता है। एक छोटा चम्मच …
Read More »Vaat rog ka ilaj – वात रोग कुछ दिन में बिलकुल सही हो जायेगा – vaat rog
Vaat rog ka ilaj – वात रोग कुछ दिन में बिलकुल सही हो जायेगा – vaat rog वात रोग का इलाज – आयुर्वेद । Vaat rog ka ilaj – आयुर्वेदिक ग्रन्थों के अनुसार वात 80 प्रकार का होता है एवं इसी से सामंजस्य रखता हुआ एक और रोग है जिसे बाय या वायु कहते हैं। यह 84 प्रकार का होता …
Read More »इस पौधे का हर अंग है बहुत से रोगों की दवा – आक आयुर्वेद का जीवन :
आक आयुर्वेद का जीवन : इसको मंदार’, आक, ‘अर्क’ और अकौआ भी कहते हैं। इसे हम शिवजी को चढाते है ; अर्थात ये ज़हरीला होता है . इसलिए इसे निश्चित मात्रा में वैद्य की देख रेख में लेना चाहिए । नामः संस्कृत – अर्क, राजार्क, विभावसु । हिन्दी – आक, मन्दार । बंगाली – पाकन्द । मराठी – रूई, रूचकी, पाठरी रूई …
Read More »Panch Tulsi – पंच तुलसी -निरोगी जीवन के लिए पांच बूँद रोज़ाना ।
“पंच तुलसी पीएं, निरोग जीएं” Panch Tulsi (पांच तरह के तुलसी का अर्क पंच तुलसी अर्क ) तुलसी मुख्य रूप से पांच प्रकार के पायी जाती है ! श्याम तुलसी, राम तुलसी, श्वेत/विश्नू तुलसी, वन तुलसी, और नींबू तुलसी । पंच तुलसी इन पांच प्रकार की तुलसी विधि द्वारा अर्क निकाल कर पंच तुलसी का निर्माण किया गया है । यह संसार …
Read More »Giloy – गिलोय है आयुर्वेद की अमृता – सर्दी जुकाम से कैंसर तक है लाजवाब
Giloy – गिलोय है आयुर्वेद की अमृता – सर्दी जुकाम से कैंसर तक है लाजवाब गिलोय – आयुर्वेद की अमृत – अमृता । Giloy – गिलोय या गुडुची, जिसका वैज्ञानिक नाम टीनोस्पोरा कोर्डीफोलिया है, गिलोय का आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसके पत्ते पान के पत्ते कि तरह होते हैं। आयुर्वेद मे इसको कई नामो से जाना जाता है …
Read More »पित्ताशय की पत्थरी के लिए घरेलु उपचार।
पित्ताशय की पत्थरी के लिए घरेलु उपचार। (पित्त – Gall Bladder Stone) पित्त की थैली में पथरी होना बेहद तकलीफदेह हो जाता हैं, ऐसे में कई बार मरीजों की जान पर भी बन आती हैं, मगर आयुर्वेद में ऐसे घरेलु नुस्खे हैं जिन से आप इस लाइलाज बीमारी को सही कर सकते हैं, मगर कुछ सावधानियों और डॉक्टर की सलाह …
Read More »ब्राह्मी अनेक जटिल रोगो के लिए चमत्कारिक दवा।
ब्राह्मी अनेक जटिल रोगो के लिए चमत्कारिक दवा ब्राह्मी बुद्धि तथा उम्र को बढ़ाने वाली अनेक जटिल रोगो की दवा हैं, ब्राह्मी – मंदबुद्धि, महामूर्ख, अज्ञानी को श्रुतिधर, त्रिकालदर्शी बनाने वाली महा औषधि हैं। ब्राह्मी मस्तिष्क, सफेद दाग, पीलिया, प्रमेह, खून की खराबी, खांसी, पित्त, सूजन, गले, दिल, मानसिक रोग जैसे पागलपन, कब्ज, गठिया, याददाश्त, नींद, तनाव, बालों आदि रोगो के लिए …
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