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‘हाथीपाँव’, श्लीपद या फीलपाँव ( lymphatic filariasis ) का इलाज

120 मिलियन से अधिक व्‍यक्ति lymphatic filariasis से संक्रमित है। 73 देशों में लगभग 1.4 बिलियन व्‍यक्तियों पर बीमारी का खतरा मडरा रहा है। अफ्रीका तथा एशिया के क्षेत्र में यह आम हैं। इस बीमारी के कारण, एक वर्ष में कई बिलियन डॉलर का आर्थिक नुकसान होता है। 

हाथीपाँव‘, श्लीपद या फीलपाँव (Elephantiasis) के रोगी के पाँव फूलकर हाथी के पाँव के समान मोटे हो जाते हैं। परंतु यह आवश्यक नहीं कि पाँव ही सदा फूले; कभी हाथ, कभी अंडकोष, कभी स्तन आदि विभिन्न अवयव भी फूल जाते हैं। रोग के बहुत से मामलों में कोई लक्षण होता तथापि, कुछ मामलों में हाथों, पैरों या गुप्‍तांगों में काफी अधिक सूजन हो जाती है। त्‍वचा भी मोटी हो सकती है और दर्द हो सकता है। शरीर में परिवर्तनों के कारण प्रभावित व्‍यक्त्‍िा को सामाजिक और आर्थिक समस्‍याएं हो सकती है

कारण

संक्रमित मच्‍छर के काटने से इसके कीड़े फैलते है। जब मनुष्‍य बच्‍चा होता है तो आम तौर पर संक्रमण आरंभ हो जाता है। तीन प्रकार के कीड़े होते है जिनके कारण बीमारी फैलती है: Wuchereria bancroftiBrugia malayi, और Brugia timoriWuchereria bancrofti यह सबसे सामान्‍य है। यह कीड़ा lymphatic system को नुकसान पहुंचाता है। रात के समय एकत्रित किए गए खून को, एक प्रकार के सूक्ष्‍मदर्शी के द्वारा देखने पर इस बीमारी का पता चलता है। खून को thick smear के रूप में और Giemsa के साथ दाग के रूप में होना चाहिए।. बीमारी के विरूद्ध एंटीबाडियों हेतु खून की जांच भी की जा सकती है।यह शोथ न्यूनाधिक होता रहता है, परंतु जब ये कृमि अंदर ही अंदर मर जाते हैं, तब लसीकावाहिनियों का मार्ग सदा के लिए बंद हो जाता है और उस स्थान की त्वचा मोटी तथा कड़ी हो जाती है।

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हाथीपाँव, श्लीपद या फीलपाँव (Elephantiasis) का इलाज 

बृहत मंजिष्ठादी क्वाथ ( Skin Reviver Ark ) और ब्रह्न्मरिचादि तेल ( Skin Reviver Oil )

बृहत मंजिष्ठादी क्वाथ को 15 से 20 ml एक चम्मच शुद्ध शहद के साथ दिन में दो बार लेना है खाना खाने के 30 min. बाद, यदि शहद शुद्ध न मिले  तो एक कप गुनगुने पानी के साथ भी ले सकते है एवं ब्रह्न्मरिचादि तेल से दिन में दो बार 10 मिनट के लिए मालिश करना है एक महीने में आप को रिजल्ट दिखने लग जायेंगे यह बृहत मंजिष्ठादी क्वाथ ( Skin Reviver Ark ) और ब्रह्न्मरिचादि तेल ( Skin Reviver Oil ) 60 से 90 दिनों के समय अन्तराल में  ‘हाथीपाँव’, श्लीपद या फीलपाँव (Elephantiasis) को सही कर सकता है . 

‘हाथीपाँव या ऐसे ही 80 प्रकार के वात रोग और 18 प्रकार के कोढ भी सही हो सकते है मात्र 3 महीने के अन्दर इस के लिए लीजिये Only Ayurved’s Skin Reviver syrup ( बृहत मंजिष्ठादी क्वाथ ) और Skin Reviver Oil ( ब्रह्न्मरिचादि तेल ) ले और पहले 15 दिन में देखे रिजल्ट . यह एक अत्यंत कारगर और Only Ayurved का विश्वसनीय इलाज है  Skin Reviver .

अन्य घरेलु उपचार

  • धतूरा, एरण्ड की जड़, सम्हालू, सफेद पुनर्नवा, सहिजन की छाल और सरसों, इन सबको समान मात्रा में पानी के साथ पीसकर गाढ़ा लेप तैयार करें। इस लेप को श्लीपद रोग से प्रभावित अंग पर प्रतिदिन लगाएं। इस लेप से धीरे-धीरे यह रोग दूर हो जाता है।
  • चित्रक की जड़, देवदार, सफेद सरसों, सहिजन की जड़ की छाल, इन सबको समान मात्रा में, गोमूत्र के साथ, पीसकर लेप करने से धीरे-धीरे यह रोग दूर हो जाता है।
  •  बड़ी हरड़ को एरण्ड (अरण्डी) के तेल में भून लें। इन्हें गोमूत्र में डालकर रखें। यह 1-1 हरड़ सुबह-शाम खूब चबा-चबाकर खाने से धीेरे-धीरे यह रोग दूर हो जाता है। यह प्रयोग ऊपर बताए हुए किसी भी लेप को लगाते हुए किया जा सकता है।
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क्या करे : लहसुन, पुराने चावल, कुल्थी, परबल, सहिजन की फली, अरण्डी का तेल, गोमूत्र तथा सादा-सुपाच्य ताजा भोजन। उपवास, पेट साफ रखना।

क्या ना करे : दूध से बने पदार्थ, गुड़, मांस, अंडे तथा भारी गरिष्ट व बासे पदार्थों का सेवन न करें। आलस्य, देर तक सोए रहना, दिन में सोना आदि से बचें।

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