पाश्व्रशूल और न्यूमोनिया रोगों के लिए अत्यधिक ,शीघ्र लाभ देने वाले नुस्खे -अनुभव करे
साधारणतय पाश्व्रशूल और निमोनिया को एक ही रोग कहा जाता है ,परन्तु ये दोनोँ रोग सर्वथा भिन्न -भिन्न है
पाश्व्रशूल एक झिल्ली का शोथ है और निमोनिया फेफड़े का शोथ है \ ये दोनों बहुत भयंकर और घातक है जहा
तक संभव हो इनका इलाज शीघ्रता से करे |
यहा निचे ऐसे योग लिख रहे हे जोकि दोनों रोगों को दूर करने के लिए अत्यधिक उपयोगी और अनुभूत है |
1 .-पाश्व्रशूल और न्युमोनिया संजीवनी –
निम्नलिखित योग को जितने रोगियों को दिया गया सबको पूर्ण आराम हुआ |जो व्यक्ति एक बार इस योग को
तेयार करके इसके गुणों को पहचान लेंगे ,वे अन्य योग का नाम नही लेंगे |
विधि –
बारहसिंगे का सिंग 25 ग्राम को घिकुवार की 125 ग्राम लुगदी में रखकर कपरोटी करे ,इसे 15 किलो उपलों की
आग में रख दे |ठंडा होने पर निकाल ले जो की सफेद रंग की भस्म होगी | बारीक़ करके शीशी में डाल ले | यदि
भस्म कच्ची रह जाये तो पुनः आग दे ,एक से दो रती तक की मात्रा अजवाइन के अर्क या थोडा गर्म पानी के साथ
दे |दो तीन बार देने से आराम हो जायेगा |
2 .-क्वाथ –
विधि –
सोंठ 3 ग्राम और अरंड के बीज 7 ग्राम | दोनों को आधा किलो पानी में ओटाये ,जब पानी 125 ग्राम के लगभग शेष रहे तब मल छानकर थोडा गर्म -गर्म पिलावे | निराशाजनक दशा में भी यह अपना जादू भरा प्रभाव दिखाता है |
3 .-गुणकारी लेप –
यह बड़ा प्रभावक लेप है दोनों रोगों में अपना प्रभाव दिखाता है |
विधि –
25 ग्राम चिकनी मिटटी को बारीक़ पीसकर भेड़ के दूध के साथ पीड़ा वाले स्थान पर लेप कर्र | ईश्वर क्रपा से जरा सा
खुश्क होते ही चीखते चिलाते रोगी को आराम मिल जाता है |
4 .-अनुभूत वटी –
यह वटी न्युमोनिया के लिए अम्रत से कम नही है | केवल एक दो बार के सेवन से पूर्ण आराम हो जाता है |
विधि –
भुना हुआ सुहागा 12 ग्राम और भुना हुआ नीलाथोथा एक ग्राम दोनों को बारीक़ पीसकर और थोडा पानी डालकर
मुंग के दाने के बराबर गोलियां बनावे | खुश्क करके सावधानी से शीशी में रखे ,आवश्यकता के समय
पानी के साथ एक -एक गोली का सेवन करे |
5 .-पाश्व्रशूल लेपन –
विधि –
10 ग्राम नोशादर को सूक्ष्म पीसकर थोड़े से मधु में मिलाकर पीड़ा स्थान पर लेप करे | ऊपर कागज चिपका
करके गर्म नमदे या रुई से टकोर करे | तत्काल आराम होगा |
इसके साथ निम्नलिखित गोलियों का सेवन कराए ,
विधि गोली –
लोहोरी नमक 10 ग्राम ,श्रंग भस्म 10 ग्राम दोनों को किसी पक्की खरल में डालकर खूब जोरदार हाथो से खरल
करे बाद में चने के बराबर गोलिया बना ले सुबह शाम एक एक गोली पानी के साथ दे \
6 -सरल प्रयोग –
विधि –
अलसी 5 ग्राम और राई 5 ग्राम ,दोनों को बारीक़ पिस करके पीड़ा के स्थान पर लेप कर दे , उपर कागज रखकर
गर्म रुई से टकोर करे |आधे घंटे में आराम हो जायेगा |