शरीर को हष्ट-पुष्ट और शक्तिशाली बनाने के पोष्टिक शक्तिवर्धक नुस्खे
परिचय –
हर व्यक्ति अपने शरीर को स्वस्थ रखना चाहता है लेकिन आजकल कुछ गलत खाने-पिने से शरीर को हानी पंहुचा देते है शरीर में अनेक प्रकार की बीमारीया हो जाती है जेसे ,शरीर का दुबलापन ,आलसी होना ,चक्कर आना खून की कमी ,अत्यधिक कमजोरी ,पोषक तत्वों की कमी ,सेक्स की समस्या ,शीघ्रपतन ,धातु रोग आदि रोग हो जाते है-
इसलिए आपके लिए लाये हे ऐसे नुस्खे जो शरीर को ताकत प्रदान करे
नुस्खे –
1 –
सिंघाड़े पिसवा ले ,इसके आटे का हलवा बनाकर सुबह नाश्ते में अपनी पाचन शक्ति के अनुकूल मात्रा में ,खूब-चबाकर खाना चाहिए .यह शरीर को पुष्ट और शक्तिशाली बनाता है ,शकरकंद का हलवा भी इसी विधि से बनाया जाता है और बहुत लाभ करता है .
2 –
सिर्फ सफेद मुसली का चूर्ण 1-1 चम्मच सुबह-शाम फांक कर उपर से अक गिलास मीठा दूध पिए ,यह प्रयोग 6 महीने तक सेवन करते रहे शरीर कभी कमजोर नही होगा .
3 –
आधा सेर दूध में 4 छुआरे डालकर उबाले ,जब खूब उबल जाये तो उसमे केशर की 5-6 पंखुड़िया और चार चम्मच पीसी मिश्री डाल दे और उबलने दे ,जब दूध आधा रह जाये तब उतारकर ठंडा करके सोने से आधा घंटे पहले घूंट-घुट करके पि ले यह बहुत ही पोष्टिक योग है ,यह शीतकाल में प्रयोग करने योग्य है .
3 –
दो आंवले पानी में उबाले जब अच्छी तरह नरम हो जाये तब गुठली निकालकर मसल ले उसमे ,बिज रहित 5-6 मुनक्का और आधा चम्मच सोंठ मिलाकर मसल ले ,इस मिश्रण को दिन में एक बार ,भोजन के घंटे भर बाद ,एक चम्मच शहद के साथ चाटे ,यह प्रयोग किसी भी ऋतू में प्रयोग किया जा सकता है ,यह प्रयोग ह्रदय,फेफड़ो और पाचन संस्थान को बल प्रदान कर पुरे शरीर को बल-पुष्टि देता है और श्वास कष्ट ,दमा ,खासी,सिर चकराना हायपर-एसिडिटी आदि बीमारी दूर करता है ,यह योग स्वस्थ व्यक्ति ,व् सभी आयु के लोग कर सकते है
4 –
अश्वगंध ,बिधारा ,आंवला ,गोखरू ,गिलोय -पांचो समान मात्रा में लेकर चूर्ण करके मिला ले ,इस चूर्ण में शतावरी के रस की तिन बार भावना देकर सुखा ले इसमें बराबर वजन की पीसी मिश्री मिला ले ,सुबह-शाम एक-एक चम्मच चूर्ण आधा चम्मच शुद्ध घी और घी से तीन गुना मात्रा में शहद मिलाकर चाटे ,यह प्रयोग कम से कम 60 दिनों तक अवश्य करे .किसी भी आयु के स्त्री-पुरुष के लिए यह योग एक श्रेष्ठ पोष्टिक नुस्खा है .
5 –
अंजीर,बादाम,पिस्ता,चिरोंजी ,किशमिश 50-50 ग्राम और छोटी इलायची के दाने 20 ग्राम ,सबको कूट-पीसकर बारीक़ करके मिला ले ,इसमें 100 ग्राम शक्कर और 2 ग्राम केशर घोटकर मिला ले ,अब गाय का घी इतनी मात्र में ले की ये सब मिश्रण डूब जाये ,इस घी में यह मिश्रण डालकर 8 दिन तक रखा रहने दे .इसके बाद 1 -1 चम्मच सुबह-शाम खाकर उपर से मीठा गरम दूध पियें .
6 –
शंखपुष्पी चूर्ण ,आमलकी रसायन 250-250 ग्राम और गिलोय सत्व 50 ग्राम तीनो को मिलाकर शीशी में भर ले ,इस चूर्ण को 1 -1 चम्मच मात्रा में सुबह-शाम ताजे जल के साथ फांक कर सेवन करे .
विशेष -किसी भी आयु में पोष्टिक नुस्खे का सेवन अपनी पाचन शक्ति के अनुसार ही ले और कब्ज को ना होने दे और
खाने पिने का ध्यान रखे ,मात्रा को घटा-बढ़ा सकते है