डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया और वायरल बुखार आजकल के मौसम में बहुत तेजी से बढ़ने वाली बीमारियां हो गई हैं। देशभर में कई लोग इन बीमारियों की गिरफ्त में हैं। आलम ये है कि कई लोगों की इन बीमारियों के चलते मौत भी हो गई है। आज की स्थिति ये है कि भारत के कई राज्य इसकी चपेट में आ चुके हैं, खासकर राजधानी दिल्ली। यह रोग मच्छर के काटने से होता है। डेंगू के बारे में सबसे खास बात यह है कि इसके मच्छर दिन के समय काटते हैं तथा यह मच्छर साफ पानी में पनपते हैं। डेंगू के दौरान रोगी के जोड़ों और सिर में तेज दर्द होता है और बड़ों के मुकाबले यह बच्चों में ज्यादा तेजी से फैलता है।
डेंगू बुखार में उल्टियां होना और साथ ही प्लेटलेट्स का तेजी से नीचे गिरना आम लक्षण होते हैं।यदि इसका इलाज तुरंत न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है। डेंगू के इलाज में लोग अक्सर महंगे हॉस्पीटल का रुख कर रहे हैं। लेकिन अगर आप अंग्रेजी दवाओं से कुछ खास असर नहीं दिख रहा है तो आप साथ साथ घरेलू नुस्खे भी अपना सकते हैं। हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप डेंगू से छुटकारा पा सकते हैं।
अपने घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगा कर रखें। तुलसी की खुशबू मात्र से ही डेंगू मच्छर दूर भागते हैं।
घर और घर के आसपास कहीं भी पानी इकट्ठा ना होने दें। ध्यान रखें कि डेंगू मच्छर अधिकतर साफ पानी में ही होते हैं। साथ ही साफ-सफाई का भी ध्यान दें।
सुबह और शाम को नियमित कीटनाशक दवाओं का इस्तेमाल करें। कई बार हमें डेंगू मच्छर दिखते नहीं हैं लेकिन उनके अण्डे पानी में छिपे रहते हैं। जो बड़े होकर डेंगू बनते हैं। इसलिए कीटनाशक का इस्तेमाल करें।
गाय के गोबर में नीम, तुलसी, गेंदा की सूखी पत्तियों, लोबान एवं कपूर का मिश्रण से यह टिकिया तैयार कर ले है। इसके धुआं से स्वास्थ्य पर भी कोई प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका नहीं होने का दावा किया जा रहा है। इसे सुलगाने पर उठने वाली सुगंध से घर या दुकान का वातावरण भी शुद्ध होने लगता है। सांसद व केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने महिलाओं के एक समूह को दो साल पहले मच्छर भगाने वाली गाय के गोबर की इस टिकिया का उत्पादन कुटीर उद्योग के तौर पर शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया था।
यदि कोई घर में आए तो सबसे पहले उसे हाथ-पैर धोने की सलाह दें। उसके बाद ही उसे चाय के लिए पूछे और हाथ मिलाएं।