आँख आना ( कंजंक्टिवाइटिस, पिंक आई, नेत्र शोथ, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, ( conjunctivitis ) ) आँख के सफेद भाग की बाहरी सतह और पलक की आंतरिक सतह की सूजन होती है। इसमें आँख गुलाबी या लाल दिखाई देती है और आँख में दर्द, जलन, खुरदरापन या खुजली भी हो सकती है। प्रभावित आँख में ज़्यादा आंसू आना या सुबह के समय आँख को खोलने में परेशानी भी हो सकती है। conjunctivitis
एलर्जी के कारण हुए कंजंक्टिवाइटिस ( conjunctivitis ) में आमतौर पर खुजली होती है। यह एक या दोनों आँखों को प्रभावित कर सकता है।
आँख आना ( conjunctivitis ) के प्रकार – Types of Conjunctivitis in Hindi
conjunctivitis-types-in-hindi
एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस, Allergic conjunctivitis
जायंट पैपिलरी कंजंक्टिवाइटिस, Giant papillary conjunctivitis
बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस, Bacterial conjunctivitis
वायरल कंजंक्टिवाइटिस,Viral conjunctivitis
निओनेटल कंजंक्टिवाइटिस, Neonatal conjunctivitis
कंजंक्टिवाइटिस के इन पांच प्रकार को उनके होने के कारण के हिसाब से वर्गीकृत किया गया है। उदाहरण के लिए बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस एक बैक्टीरिया के संक्रमण की वजह से होता है और वायरल कंजंक्टिवाइटिस उस वायरस से होता है जिसकि वजह से साधारण ज़ुकाम होता है। इन सभी प्रकार के कंजंक्टिवाइटिस ( conjunctivitis ) के होने के कारण के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।
कंजंक्टिवाइटिस के कुछ आम लक्षण हैं।
आँखों के सफेद भाग में का गुलाबी या लाल होना। conjunctivitis
कंजंक्टिवा ( conjunctivitis ) (नेत्रश्लेष्मला: आँखों के सफेद भाग और पलकों के अंदरूनी हिस्से को रेखांकित करने वाली पतली पारदर्शी झिल्ली) की सूजन।
आंसू के उत्पादन में वृद्धि। आँखों में बाहरी वस्तु का महसूस होना या आँखों को रगड़ने की तीव्र इच्छा। खुजली या जलन होना। आँखों से एक चिपचिपे पदार्थ (मवाद) का रिसाव। पलकों में पपड़ी का जमाव होना (विशेष रूप से सुबह के समय)। कॉन्टैक्ट लेंस का सही जगह न रहना या असुविधाजनक महसूस होना। ( conjunctivitis )
कंजंक्टिवाइटिस ( conjunctivitis ) होने के कारण के आधार पर अन्य लक्षण हो सकते हैं।
वायरल कंजंक्टिवाइटिस conjunctivitis
वायरल कंजंक्टिवाइटिस ( conjunctivitis ) में उपरोक्त लक्षणों के साथ ठंड, फ्लू या अन्य श्वसन संक्रमण के लक्षण भी हो सकते हैं। आमतौर पर यह एक आँख से शुरू होता है और कुछ दिनों में दूसरी आँख में भी फैल सकता है। इसमें आँख से रिसाव गाढ़ा होने की जगह पतला होता है।
बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस conjunctivitis
बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस ( conjunctivitis ) आमतौर पर एक आँख में शुरू होता है और कभी-कभी दूसरी आंख में फैलता है। इसमें आंख में से ज़्यादातर पीले-हरे रंग का रिसाव होता है। यह कभी-कभी कान के संक्रमण के साथ भी होता है। conjunctivitis
एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस conjunctivitis
एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस ( conjunctivitis ) आमतौर पर दोनों आँखों में होता है। इसमें आँखों में खुजली, आंसू आना और सूजन हो सकते हैं। यह एलर्जी के लक्षणों के साथ भी हो सकता है जैसे नाक में खुजली, छींकें आना, गले में खराश या अस्थमा। conjunctivitis
उत्तेजक पदार्थों की वजह से हुआ कंजंक्टिवाइटिस ( conjunctivitis )
इस प्रकार के कंजंक्टिवाइटिस ( conjunctivitis ) में आँखों से पानी आना और चिपचिपे पदार्थ का रिसाव हो सकता है।
आँख आना ( conjunctivitis ) की दवा – Medicines for Conjunctivitis in Hindi
आँख आना ( conjunctivitis ) के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।
Brand Name | Medicine Name | Pack Size | Price (Rs.) |
---|---|---|---|
Aaltramed Healthcare Ltd | Plutocef O Tablet | Plutocef O Tablet | 123.81 |
Aaron Pharmaceuticals Pvt Ltd | Oa (Aaron) | Oa 50 Mg Suspension | 26.0 |
Aaron Pharmaceuticals Pvt Ltd | Oa M | Oa M 50 Mg/100 Mg Syrup | 19.25 |
Aaron Pharmaceuticals Pvt Ltd | Oa Tz | Oa Tz 200 Mg/600 Mg Capsule | 55.25 |
Aarpik Pharmaceuticals Pvt Ltd | Ofbid | Ofbid 400 Mg Tablet | 78.0 |
Abbott India Ltd | Nicoflox(Phc) | Nicoflox 50 Mg Suspension | 11.0 |
Abbott India Ltd | Floxid (Nicholas) | Floxid 200 Mg Tablet | 55.0 |
Abbott India Ltd | Piraflox | Piraflox 400 Mg Tablet | 59.0 |
Abbott India Ltd | Olin D | Olin D 0.3%/0.1% Eye Drops | 35.9 |
Abbott India Ltd | Nicoflox Tz | Nicoflox Tz 200 Mg/600 Mg Tablet | 26.25 |
एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस ( conjunctivitis ) में समान लक्षण पैदा होते हैं जैसे दोनों ही आँखों से पानी निकलना लेकिन ये ज़्यादा संक्रामक नहीं होता। यह धूल-मिटटी, वायु प्रदूषण, मेकअप या ऑय ड्राप जैसी एलर्जी के कारण होता है। ये लक्षण उन लोगो में भी बेहद आम होते हैं जिन्हे परागज ज्वर (hay fever) या अन्य एलर्जी से संबंधित बीमारियां होती हैं। conjunctivitis
तो आज हम आपको गुलाबी आँखों के लक्षणों को ठीक करने के लिए कुछ घरेलू उपाय बताने वाले हैं। ( Home remedies for conjunctivitis )
ठंडे पानी के बैग को गुलाबी आँखों के कारण होने वाली खुजली और सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। खासकर तब जब एलर्जी नेत्रश्लेष्मलाशोथ के कारण होती हो। गर्म पानी का बैग भी आँखों की सूजन में आराम देता है। इसकी मदद से पलकों को सूखने से रोकने में भी मदद मिलती है। conjunctivitis
कंप्रेस का इस्तेमाल कैसे करें – ( conjunctivitis )
गर्म और ठंडे पानी में एक कपडे को डुबोलें और निचोड़ लें। अब इस कपडे को प्रभावित आँखों पर लगाएं। इसे पांच से 10 मिनट तक ऐसे ही लगा हुआ छोड़ दें। इस प्रक्रिया को दो से तीन बार दोहराएं। दोनों आँखों पर एक ही कपडा न रखें। खासकर तब जब आपकी एक ही आंख संक्रमित हो। बोरिक एसिड जीवाणुरोधी और एंटिफंगल गुणों के कारण आँखों की कई समस्याओं के लिए बेहद लाभदायक होता है जैसे लालिमा, सूखापन, जलन और आंसू निकलना आदि। यह आँखों की जलन को दूर करता है साथ ही आँखों को साफ़ भी रखता है।
काली चाय का इस्तेमाल कैसे करें- ( conjunctivitis )
ठंडी काली चाय के बैग को दस मिनट के लिए आँखों पर लगाकर रखें। इसका उपयोग कुछ घंटे बाद पूरे दिन में तीन से चार बार ज़रूर करें।
आप इसकी जगह पर ग्रीन टी और कैमोमाइल टी बैग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।आप काली चाय के पानी को भी आँखों को धोने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। conjunctivitis
नेत्रश्लेष्मलाशोथ ( conjunctivitis ) के लिए यह सबसे लोकप्रिय घरेलू उपाय है क्योंकि यह एक प्राकृतिक निस्संक्रामक के रूप में काम करता है।
गेंदे का इस्तेमाल कैसे करें – ( conjunctivitis )
एक कप गर्म पानी में दो चम्मच सूखे गेंदे के फूल को मिला दें। गर्म होने के बाद इसे ठंडा होने के लिए रख दें और मिश्रण को किसी साफ़ कपडे के मध्यं से छान लें। पूरे दिन में इस मिश्रण का इस्तेमाल आँखों को धोने के लिए इस्तेमाल करें। आप इसके गर्म मिश्रण में एक साफ़ कपडा भी डुबो सकते हैं और उसे हॉट कंप्रेस की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं। conjunctivitis
गुलाबी आँखों की समस्याओं के लिए काली चाय एक बेहद फायदेमंद घरेलू उपाय है क्योंकि टैनिन होता है जिससे खुजली और सूजन को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, काली चाय में बायोफ्लवोनोइड्स मौजूद होता है जो वायरल और बैक्टीरिया संक्रमण से लड़ता है।
बोरिक एसिड का इस्तेमाल कैसे करें- ( conjunctivitis )
एक कप पानी में एक चम्मच बोरिक एसिड मिलाएं। आप इससे अपनी आँखों को धो सकते हैं या किसी कपडे या रूई से अपनी आँखों को साफ़ कर सकते हैं। इसके बाद आँखों को गुनगुने पानी से साफ़ करें। इस मिश्रण का इस्तेमाल पूरे दिन में दो या तीन बार ज़रूर करें।
गेंदा एक जड़ी बूटी है जिसमे एंटीवायरल और जीवाणुरोधी के गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ते हैं और नेत्रश्लेष्मलाशोथ का इलाज करते हैं। इसके अलावा इसमें सूजनरोधी गुण होने की वजह से आँखों की असहजता और जलन कम होती है। conjunctivitis
सेब के सिरके का इस्तेमाल कैसे करें – ( conjunctivitis )
फ़िल्टर्ड पानी के एक कप में कार्बनिक सेब साइडर सिरका के दो चम्मच मिक्स करें। अब इस मिश्रण में रूई या कोई साफ़ कपडा डुबोएं।
प्रभावित आंख को बंद करें और इसे डुबोई हुई रूई या कपडे से साफ़ करें। दो से तीन दिनों के लिए इसे हर कुछ घंटों में इस्तेमाल करें।
एलो वेरा का इस्तेमाल कैसे करें – ( conjunctivitis )
एलो वेरा जेल में एस्ट्रिंजेंट और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो नेत्रश्लेष्मलाशोथ ( conjunctivitis ) का इलाज करने में मदद करते हैं।एलो वेरा जेल को निकालकर इसे एक कप ठंडे या गर्म पानी में डाल दें और तब तक डाले रखें जब तक पानी हल्का हरा नहीं हो जाता।आप एलो वेरा के टुकड़ों को पानी के मिक्सर में मिक्स भी कर सकते हैं। अब इस मिश्रण को कुछ बूँदें प्रभावित आँखों पर डालें। ( conjunctivitis )
चेतावनी – बच्चों पर इस उपाय का उपयोग न करें। ( conjunctivitis )
नमक के पानी का इस्तेमाल कैसे करें – ( conjunctivitis )
एक कप गर्म पानी में एक या आधा चम्मच नमक मिला लें। अब इसे ठंडा होने के लिए रख दें और फिर इसे आँखों को धोने के लिए या ऑय ड्राप की तरह इस्तेमाल करें। इस प्रक्रिया को पूरे दिन में कई बार इस्तेमाल करें। समुंद्री नमक को भी गुलाबी आँखों के इलाज के लिए जाना जाता है। एक चम्मच समुंद्री नमक को एक कप गर्म पानी में डाल दें। अब इस मिश्रण का इस्तेमाल ऑय ड्राप की तरह रूई से आँखों के कोने में इस्तेमाल करें। इस मिश्रण का इस्तेमाल पूरे दिन में दो बार ज़रूर करें। conjunctivitis
आईब्राइट (जिसे इयूफ्रासिया ओफ्फिसिनालिस भी कहा जाता है) नेत्र समस्याओं के लिए एक अन्य प्रभावकारी जड़ी बूटी है। यह गुलाबी आँखों, चिपकना, खून और तनावपूर्ण आँखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें एस्ट्रिंजेंट और जीवाणुरोधी गुण होते हैं।
ब्रेस्ट मिल्क का इस्तेमाल कैसे करें – ( conjunctivitis )
ब्रेस्ट मिल्क की कुछ बूंदों को प्रभावित आँखों में डालें। जब जब ज़रूरत हों आप तब तब इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
दूध और शहद का आंख आने की समस्या को कम करने के लिए करें प्रयोग – Milk and honey for Conjunctivitis in Hindi
गर्म दूध और शहद का संयोजन स्वाभाविक रूप से गुलाबी आंखों को आराम पहुँचता है। दूध सूजन और असहजता को कम करता है और शहद में रोगाणुरोधी गुण होते हैं।
दूध और शहद का इस्तेमाल कैसे करें – ( conjunctivitis )
मलाई दार दूध का एक चम्मच गर्म करें। conjunctivitis
कार्बनिक शहद की एक समान मात्रा इसमें मिलाएं। conjunctivitis
इसे तब तक चलाएं जब तक ये अच्छा चिकना पदार्थ न बन जाये। conjunctivitis
अब इस मिश्रण का इस्तेमाल ऑय ड्राप की तरह करें। दो या तीन बूँद इस मिश्रण की अपनी आँखों में डालें।
इस मिश्रण का इस्तेमाल पूरे दिन में कई बार करें। conjunctivitis
अगर आपके आँखों में दर्द, अच्छे से न दिखना, रौशनी से परेशानी या अन्य लक्षण इन घरेलू उपायों से ठीक नहीं होते हैं तो अपने डॉक्टर को ज़रूर दिखाएं।