Nail Polish ki reality, nail polish ke nuksan
नेलपॉलिश लड़कियों के सौंदर्य प्रसाधन का मुख्य सामान है। नाखूनों को सुंदर दिखाने के लिए अक्सर लड़कियां नए-नए नेलपॉलिश का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन नेल पॉलिश के दुष्प्रभाव भी होते हैं जिनसे बहुत कम लोग परिचित हैं।
कैलिफोर्निया डिपार्टमेंट ऑफ टॉक्सिक सबसटेंस कंट्रोल ( डीटीएससी) की रिपोर्ट के मुताबिक नेल पॉलिश में कई सारे केमिकल्स मिले होते हैं, जो जहरीले होते हैं। जब वहां के वैज्ञानिकों के द्वारा नेल पॉलिश को टेस्ट के लिए लैब में भेजा गया तो उसमें फार्मेल्डिहाइड व टोल्यूनि व डीबीपी यौगिकों के होने का पता चला जिन्हें ‘टॉक्सिक ट्रायो’ के नाम से जानते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार कई बार ब्यूटी पार्लरों में इस्तेमाल की जाने वाली नेल पॉलिश पर टॉक्सिन फ्री लिखा होता है लेकिन हो सकता है कि उसमें जहरीले केमिकल्स की मात्रा ज्यादा हो।
आप जब नेलपॉलिश ट्राय करती हैं आपका ध्यान उस रंग पर जाता है जो आपके हिसाब से सबसे बढ़िया लगेगा परंतु उसे तैयार करने में इस्तेमाल किए गए केमिकल से आप अंजान रहना पसंद करती हैं। शोधों में सामने आ चुका है कि नेलपॉलिश से उसे लगाने के कई घंटों के बाद नुकसान हो सकता है।
ऐसी महिलाएं जो नियमित रूप से नेलपॉलिश का इस्तेमाल करती हैं उन पर किए गए एक शोध में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए…
1. नेलपॉलिश में ट्रिफेन्यल फॉस्फेट होता है : नेलपॉलिश का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में ट्रिफेन्यल फॉस्फेट जैसा जहरीला पदार्थ पाया गया। खास बात यह है कि नेलपॉलिश के लेबल पर इसका कहीं जिक्र नहीं होता।
2. दिमाग पर असर डालती है : सबसे बड़ा खतरा उत्पन्न होता है जब यह केमिकल शरीर में प्रवेश कर ह्यूमन सिस्टम में गंभीर बदलाव लाता है। यह खास्तौर पर दिमाग और नर्वस सिस्टम में बदलाव पैदा करता है। यह पेट के पाचन और हॉर्मोन सिस्टम में भी गड़बड़ी पैदा कर देता है।
3. रीढ़ की हड्डी को होता है नुकसान : न्यूरो-टॉक्सिन ऐसे जहरीले पदार्थ होते हैं जो सीधे दिमाग पर असर डालते हैं। इसके साथ ही ये रीढ की हड्डी पर भी असर छोड़ता है। नर्वस सिस्टम को प्रभावित करने वाला यह अन्य जहरीला तत्व नेलपॉलिश में मौजूद रहता है।
4. कैंसर का खतरा पैदा करती है : फॉर्मेलडेय्डे एक तत्व है जो कार्सिनोजेनिक या कैंसर पैदा करने वाला होता है। इसकी मौजूदगी से कैंसर सेल्स बनते हैं।
5. नेलपॉलिश से शिशु प्रभावित होता है : नेलपॉलिश में टोल्यून नाम का तत्व होता है। यह मां के दूध में सीधे घुस जाता है। स्तनपान कराने वाली महिलाओं से यह बच्चे में जाता है। इससे बच्चे के विकास पर सीधा असर पड़ता है। नेलपॉलिश के इस्तेमाल के 10 घंटे बाद, इसका असर चरम पर होता है।
6.गुर्दे से संबंधित समस्याएं : नेल पॉलिश में प्रयोग होने वाला एक घटक फार्मल डीडीहाइटेरिसन है, जो वास्तव में एक प्रकार का अत्यंत घातक एसिड हैं।इससे दमा व गुर्दे से संबंधित समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।
आशा करते हैं के हमारे द्वारा दी गयी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी. धन्यवाद.
बहुत अच्छा अति सुन्दर ।