मधुमेह की आयुर्वेदिक दवाई जो दे 20 से 30 दिन में दिखा सकती है रिजल्ट
डायबिटीज Diabetes मेलेटस (डीएम), जिसे सामान्यतः मधुमेह कहा जाता है, चयापचय संबंधी बीमारियों का एक समूह है जिसमें लंबे समय तक उच्च रक्त शर्करा का स्तर होता है। उच्च रक्त शर्करा के लक्षणों में अक्सर पेशाब आना होता है, प्यास की बढ़ोतरी होती है, और भूख में वृद्धि होती है। मधुमेह कई बीमारियों का कारण बन सकता है। इन बीमारियों में केटोटिक हाइपरोस्मोलर कोमा, या मौत शामिल हो सकती है। गंभीर और लबे समय के रोगों में हृदय रोग, स्ट्रोक, क्रोनिक किडनी की विफलता, पैर पर अल्सर और आंखों को नुकसान शामिल है।
मधुमेह Diabetes के कारण है
- pancreas इन्सुलिन का उत्पादन कम करता है या नहीं कर पाता इसलिए Diabetes होता है
- शरीर में उपस्थित इन्सुलिन गलुकोस का मेटाबोलिज्म नहीं कर पता इस परिस्तिथी को इन्सुलिन रेजिस्टेंस कहते है .
Diabetes के उपचार के लिए कुछ प्राकर्तिक औषधियाँ है जो आप के रक्त में glucose की मात्र का बिना किसी नुकसान के नियंत्रित रखती है .
- jamun जामुन / Indian black berry
- आंवला
- करेला
- गुडमार
- हरड
- बहेड़ा
- अश्वगंधा
- एलो वेरा Barbadansis
- इन्द्रजौ कडुवा
- पनीर के फूल
- कलौंजी
- दालचीनी
जामुन ( Jamun ) / Indian black berry
जामुन फल और जामुन की घुटली में ऐसे गुण होते है जो रक्त में अधिक शर्करा को नियंत्रण करने की असामान्य क्षमता रखती है ।
जामुन में पाए जाने गुण जिन के वजह से यह मधुमेह को नियंत्रित करती है
100 ग्राम जामुन में औसतन 62 किलो कैलौरी ऊर्जा, 1.2 Milli gm Iron, 15 Milli gm Calcium, 15 Milli gm phosphorus , 18 Milli gm Vitamin C, 48 Micro gm Carotene, 55 Milli gm Potassium, 35 Milli gm magnesium and 25 Milli gm sodium पाया जाता है
आँवला
आँवला दाह, खाँसी, श्वास रोग, कब्ज, पाण्डु, रक्तपित्त, अरुचि, त्रिदोष, दमा, क्षय, छाती के रोग, हृदय रोग, मूत्र विकार आदि अनेक रोगों को नष्ट करने की शक्ति रखता है। वीर्य को पुष्ट करके पौरुष बढ़ाता है, चर्बी घटाकर मोटापा दूर करता है। सिर के केशों को काले, लम्बे व घने रखता है। दाँत-मसूड़ों की खराबी दूर होना, कब्ज, रक्त विकार, चर्म रोग, पाचन शक्ति में खराबी मूत्र विकार आदि रोगों के प्रकोप को दूर करने के लिए आँवला काफी उपयोगी है।
आँवला में पाए जाने गुण जिन के वजह से यह मधुमेह को नियंत्रित करता है
आँवले के 100 ग्राम रस में 921 Milli gm. और गूदे में 720 Milli gm Vitamin C पाया जाता है। Humidity 81.2, Protein 0.5, Fat 0.1, खनिज द्रव्य 0.7, कार्बोहाइड्रेट्स 14.1, कैल्शियम 0.05, phosphorus 0.02, प्रतिशत, Iron 1.2 Milli gm., निकोटिनिक एसिड 0.2 Milli gm. पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें गैलिक एसिड, टैनिक एसिड, शर्करा (ग्लूकोज), अलब्यूमिन, काष्ठौज आदि तत्व भी पाए जाते हैं।
करेला
करेले में पाए जाने वाले पोषक तत्व – तांबा, विटामिन-बी, अनसैचुरेटेड फैटी एसिड मिलते हैं। इन पोषक तत्वों से हमारा खून साफ रहता जिससे किडनी और लीवर भी स्वस्थ रहता है
करेले का प्रयोग एक नैचुरल स्टेरॉयड के रुप में किया जाता है क्योंकि करेला में कैरेटिन नामक रसायन पाया जाता है जो खून में शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है। और इस में मौजूद ओलिओनिक एसिड ग्लूकोसाइड, शुगर को खून में घुलने नहीं देता है । यह शुगर लेवल को संतुलित करता है और अग्नाशय को इंसुलिन द्वारा अवशोषित होने से रोकता है
गुडमार
गुडमार में पाए जाने गुण जिन के वजह से यह मधुमेह को नियंत्रित करता है
पत्ते के कर्म और संघटक
कर्म: चक्षुष्य, दीपन, कफ-हर, वातहर, विषघ्न
गुडमार में ट्रीटरपेनॉइड सपोनिंस ऑफ़ जिमनेमिक एसिड A, B, C और D, ग्लुकुरोनिक एसिड, गलक्टरोनिक एसिड, फेरुलिक, एंजेलिक एसिड्स, जिमनेमागेनिन, जिमनेमिक एसिड, बीटेन, कोलिन, जिमनमिने अल्कलॉइड्स, इनोसिटोल, d-क्वेरसिटोल, हाइड्रोकार्बोन्स, रेज़िन, टार्टरिक एसिड, फोरमिक एसिड, ब्यूटिरिक एसिड, एमिनो एसिड्स पाए जाते है ।
ऐसे ही कुछ और बेहद खास औषधियों के खास मिश्रण से बनाया गया है एंटी डायबिटिक रस Anti Diabetic Juice जो diabetes मरीजो के रक्त में हो चुकी अधिक शक्कर को नियंत्रित करने में कारगर साबित हो सकती है . Anti Diabetic Juice
आज तक आप ने न जाने कितने रुपयों की दवा खाई होगी परंतु क्या आप संतुष्ट है?
क्या आप को पता है जो गोलिया आप diabetes को नियंतरण करने के लिए रोज़ ले रहे है उन के साइड इफ़ेक्ट क्या है ?
और इतना होने के बाद में क्या आप को diabetes की समश्या से छुटकारा मिला ?