नट्स पौष्टिक होने के साथ-साथ प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर के अच्छे स्त्रोत हैं। इसमें विटमिन ई, फोलिक एसिड, बी- कॉम्प्लेक्स, मैग्नेशियम, कॉपर जिंक आदि की भी मात्रा मौजूद रहती है।
यदि नट्स को सुपर फूड्स कहा जाए तो गलत न होगा। नट्स महत्वपूर्ण पोषक तत्व ओमेगा-3 फैटी एसिड के प्रमुख स्रोत होते हैं, और रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करते हैं। नट्स खाने से दिल के रोग आधे से भी कम हो जाते हैं। नट्स से मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड और सुरक्षात्मक फ्लेवोनाइडस का मिश्रण होता है, जो दिल के लिए वरदान है। नट्स में मौजूद फाइटोकेमिकल कैंसर को रोकने में मददगार होते हैं। थोड़े से नट्स खाने से ही आपको आवश्यक पोषक तत्व और कैलोरी मिल जाती है जो आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है।
>यह सही है कि मील में नट्स शामिल करने से खाने को हेल्दी और स्वादिष्ट बनाया जा सकता है- यह एनर्जी का पावरहाउस, फाइबर से भरपूर, प्रोटीन्स, मिनरल्स और अनसैचुरेटिड फैट से भरपूर होते हैं। हालांकि, असंख्य लाभ के बावजूद, बहुत से लोग इन्हें खाने से डरते हैं क्योंकि उन्हें यह भ्रम होता है कि नट्स में कैलोरी होती है। इसके विपरीत, बहुत से अध्ययनों ने यह साफ कर दिया है कि नट्स से वज़न जल्दी घटता है। यह हाई कोलेस्ट्राल के खतरे को कम करते हैं और यहां तक कि आप के दिल को हेल्दी बनाते हैं। इनके लाभ लेने का सही तरीका इन्हें सही मात्रा में खाना है।’
मैक्स हॉस्पिटल की डायटीशियन, डॉ. राधिका के अनुसार, अमेरिका की रिसर्च से पता लगा है कि एक व्यक्ति को रोज 30 ग्राम या 20-25 नट्स खाने चाहिए।” उन्होंने बताया कि, “अस्वस्थ स्नैक्स की जगह नट्स खाना बेहतर विकल्प है। अन्य दूसरे नट्स के मुकाबले बादाम सबसे हेल्दी नट में से एक है। इसके बाद अखरोट और पिस्ता, लेकिन इन्हें अपनी डाइट में उतना ही शामिल करना चाहिए, जितना सलाह दी गई हो।”
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]क्यों खाएं नट्स
दिमाग के लिए फायदेमंद काजू-
यहां हम आपको बता रहे हैं हैरान कर देने वाला तथ्यः काजू का फ्लेवर न सिर्फ क्रीमी होता है, बल्कि दूसरे नट्स के मुकाबले इनमें फैट भी कम होता है। इसमें 82 प्रतिशत फैट, अनसैचुरेटिड फैटी एसिड होता है और इसमें से 66 प्रतिशत अनसैचुरेटिड फैटी एसिड स्वस्थ दिल के लिए मोनोअनसेचुरेटिड फैट होता है। इसके अलावा, काजू में पाए जाने वाले फैट के तत्व ‘अच्छा फैट’ माने जाते हैं। नट्स में पाए जाने वाले सैचुरेटिड, मोनोअनसैचुरेटिड और पोली अनसौचुरेटिड फैट के उपयुक्त अनुपात की वजह से ऐसा होता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि श्रेष्ठ हेल्थ के लिए यह आदर्श अनुपात है।
काजू आयरन, मैग्नीशियम और जिंक का अच्छा स्रोत है। आयरन कोशिकाओं में ऑक्सिजन पहुंचाने का काम करता है, जो कि अनीमिया से बचाता है। वहीं, जिंक प्रतिरक्षा स्वास्थ और हेल्द की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। मैग्नीशियम याददाश्त सुधारने में मदद करता है और बढ़ती उम्र में खोने वाली याददाश्त से बचाता है।
अपने डेली रूटीन में कम से कम चार से पांच काजू जरूर शामिल करने चाहिए। आप उन्हें सलाद में डाल सकते हैं या फिर फ्राई चिकन में ऊपर से डालकर खा सकते हैं।
पिस्ता है बढ़िया
एक पिस्ते में चार से भी कम कैलोरी होती है। इनमें एल-आर्जीनिन होता है, जो आपकी आर्ट्रीज की परत को और लचीला बना देती है, जिससे ब्लड क्लॉटिंग के विकास की संभावना कम हो जाती है, जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। इसमें पाया जाने वाला विटामिन ई बॉडी के लिए जरूरी है। दिन में पांच से सात पिस्ता खाना हेल्थ के लिए अच्छा रहता है। यह विटामिन बी-6 के लिए डेली वैल्यू का 25 प्रतिशत, थिआमिन और फासफोरस के लिए डेली वैल्यू का 15 प्रतिशत और मैग्नीशियम के लिए डेली वैल्यू का 10 प्रतिशत होता हैं।आयरन से भरपूर होने के कारण पिस्ते को सबसे अच्छा ड्राई फूट्स माना जाता है और यह भारत में आसानी से उपलब्ध भी हो जाता है। पिस्ते में कई प्रकार के विटामिन और मिनरल मौजूद होते हैं। इसमें वह सब कुछ है, जो एक हेल्दी डाइट में शामिल किया जा सकता है। 28 ग्राम पिस्ते में लगभग 1.1 मिलीग्राम आयरन होता है। हाल ही हुए एक रिसर्च के अनुसार, नियमित रूप से पिस्ता खाने से शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा नियंत्रित होने के साथ ब्लड शुगर का लेवल घटता है।
बादाम-
बादाम को अगर नट्स का राजा कहा जाये तो गलत नहीं होगा। बादाम में मौजूद कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट बालों और त्वचा के लिए सौंदर्यवर्धन होते हैं। इसमें मौजूद सैचुरेटेड फैट बुरे कॉलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर अच्छे कॉलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ता है। बादाम में अमीनो एसिड होते हैं, जो ऐसे हॉर्मोन रिलीज करते हैं, जिससे भूख नियंत्रित होती है। इसके अलावा इसमें मौजूद कैल्शियम और विटामिन डी हडि्डयों को मजबूत बनाता हैं। साथ ही बादाम में पोटेशियम की अधिक मात्रा और सोडियम कम मात्रा होती है। इस कारण इसके सेवन से रक्त का संचार ठीक रहता है।
“एक दिन में आठ से दस भीगे हुए बादाम खाए जा सकते हैं।”
अपनी डाइट में बादाम शामिल करें, एक बाउल ओट्स में फलों और थोड़ा-सा दही लेकर उसमें कटे हुए बादाम डालें। यही नहीं, जब आपका कुछ मीठा खाने का मन करे, तो आप इन्हें डार्क चॉकलेट के साथ भी खा सकते है
अखरोट-
हेल्दी अनसैचुरेटिड फैट से भरपूर रहने का यह सबसे आसान तरीका है। बहुत से शोधकर्ताओं का कहना है कि अपनी डाइट में इन्हें शामिल करने से समय के साथ आपका वज़न भी कंट्रोल रहता है।
अखरोट में फाइबर, विटामिन बी, मैग्नीशियम और एंटी-ऑक्सीडेंट्स अधिक मात्रा में होते हैं। यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। अखरोट में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड अस्थमा, अर्थराइटिस, त्वचा की समस्याओं, एक्जीमा और सोरियासिस जैसी बीमारियों से सुरक्षा देता है। साथ ही अखरोट प्रोटीन का अच्छा स्रोत होता है। बहुत से शोधों के अनुसार, बादाम में विटामिन ई की अधिक मात्रा में मौजूदगी दिमाग के लिए बहुत लाभकारी होती है।
एक से दो अखरोट नियमित रूप से खाए जा सकते हैं। यह कमाल के नट्स अपने मील में जरूर शामिल करें, साबूत अनाज में इन्हें काट के इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर शहद और दालचीनी के साथ अखरोट को ब्लैंड कर के अखरोट का मक्खन भी बनाया जा सकता है।
मूंगफली रखे दिल का ख़्याल
मूंगफली एक ऐसा नट है जो सस्ता और पौष्टिकता से भरपूर होता है। यह आयरन और कैल्शियम का भंडार होता है। इसके अलावा इसमें फाइबर भी होता है। जब मूंगफली को मूंगफली मक्खन के रूप में सेवन किया जाता है तो इसके दो बड़े चम्मच में 0.6 मिलीग्राम आयरन शामिल होता है। इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी भी शामिल होता हैं। डायटिंग पर रहने वालों और कम खाने वालों के लिए यह प्रोटीन का भंडार होता है।
मूंगफली में मोनोएनसैचुरेटिड फैट भरपूर मात्रा में होता है। मूंगफली पर हुए ख़ास अध्ययन से पता लगा है कि यह एक छोटी-सी फली स्वस्थ दिल के लिए बहुत सहयोगी है। इसके अलावा, यह विटामिन ई, फोलेट और मैग्नीज़ का बड़ा स्रोत है।
इसमें 22 प्रतिशत एंटी-ऑक्सीडेंट होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बूस्ट करने में सहायक है और आपको दिल की बीमारियों से दूर रखता है। लेकिन, इन्हें सही मात्रा में खाना जरूरी है।
हेल्दी सर्विंग के लिए आठ से दस मूंगफली खाई जा सकती हैं। इन्हें अपने खाने में डाल सकते हैं। साथ ही, सलाद में ऊपर से डालकर या नटी फ्लेवर के लिए मूंगफली के तेल को ऊपर से डालकर खाया जा सकता है। उबली हुई सब्जियों के साथ भुनी हुई मूंगफली एक अच्छा विकल्प है।