शरीर में गर्मी बढ़ जाने पर नकसीर यानि नाक से खून बहना चालु हो जाता है। कुछ गर्म खा लेने या बाहर की गर्मी लग जाने से भी नकसीर की समस्या कुछ लोगों को ज्यादा ही परेशान करती है।हालाँकि यह बिमारी किसी भी कारण से हो सकती है, लेकिन ज्यादातर यह बिमारी इतनी घातक नहीं होती और खुद ब खुद ठीक भी हो जाती है। लेकिन कभी-कभी यह परेशानी किसी बड़ी बिमारी का संकेत हो सकती है।बच्चों में यह समस्या अक्सर देखी जाती है, नाक में चोट लग जाने या बहुत गर्मी के दिनों में नाक से खून निकलना आम बात होती है।नकसीर में खून हमेशा एक ही तरफ की नाक से न आकर स्वर नली या गलकोष या आमाशय से भी आता है। नाक से खून का स्राव नाक के एक या दोनों छिद्रों से हो सकता है।नकसीर का फूटना संक्रमण के लक्षण भी हो सकता है। इन में यह बीमारियां प्रमुख हैं। फीवर (पराग कण से होने वाला एलर्जी) वायरल बुखार, डेंगू, इबोला रक्तस्रावी बुखार, आमवाती बुखार आदि।
तो चलिए आगे इस लेख में हम जानेंगे इसकि चिकित्सा कैसे करे hemorrhoid treatment in hindi
1. पचास ग्राम पीपल कि गोंद में मिश्री सामान मात्रा में मिलाकर खरल करके चूरन बना लीजिये।
सेवन विधि :-
प्रत्येक सुबह इस चूर्ण कि तीन ग्राम मात्रा का सेवन करने से शरीर कि गर्मी शांत हो जाती है तथा नकसीर से छुटकारा मिल जाता है ।
2. नकसीर आने पर रुई के फाए को सफेद सिरके में भिगोकर उस नाक के नथुने में रखें, जिससे खून बह रहा हो, तुरन्त लाभ मिलता है।
3. जिस व्यक्ति को नकसीर चल रही है उसे बिठाकर सिर पर ठण्डे पानी की धार डालते हुए उसका सिर भिगों दें।
4. प्याज को काटकर नाक के पास रखें और उसे लगातार सूंघें।
5. थोड़ा सा सुहागा पानी में घोलकर नथूनों पर लगाऐं इससे भी नकसीर तुरन्त बन्द हो जाती है।
6. साफ हरे धनिए की पत्तियों के रस की कुछ बूंदें भी नाक में डालने से फ़ायदा मिलता है।
7. काली मिट्टी पर पानी छिड़ककर इस गीली मिट्टी की खुशबू सूंघें।
8. नकसीर बहने पर कुर्सी पर बिना टेका लिए बैठ जाएं और नाक की बजाय मुंह से सांस लें।
9. शीशम या पीपल के पत्तों को पीसकर या कूटकर , उसका रस नाक में 4-5 बूँद ड़ाल दिया जाए तो एक क्षण में ही आराम मिल जाता है।
10. जिनको नकसीर की समस्या रह्ती है उन्हे ध्रूमपान से बिल्कुल परहेज़ करना चाहिए ।
11. अगर शीशम के पत्ते पीसकर उनका शर्बत सवेरे शाम 15 दिन तक लगातार पीया जाए तो नकसीर की समस्या पूरी तरह खत्म हो जाती है।
12. करीब 20 ग्राम मुल्तानी मिट्टी को कूट कर रात के समय मिट्टी के बर्तन में करीब एक गिलास पानी में डालकर भिगो दें। सुबह इस पानी को छान लें। इस साफ पानी को दो तीन दिन पिलाने से पुराने से पुराना नकसीर रोग भी हमेशा के लिए खत्म हो जाता है।
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