आडू शीतोष्णकटिबन्ध का एक प्रसिद्ध फल है यह ईरान देशज समझा जाता है चीन से यह ईरान गया । आडू एक पर्णपाती पेड़ जिसका रसदार फल आडू लाल, गुलाबी, पीला, सफेद या उन रंगों का एक संयोजन हो सकता है । आडू के पेड़ छोटे कद के लगभग 20 फुट ऊंचे और उनकी उम्र 12 साल रहती है । भारत में आडू की व्यवसायिक बागवानी हिमाचल प्रदेश, काश्मीर तथा उत्तराखण्ड में होता है । अपने उत्तम स्वाद और आर्कषक रंग के कारण आडू ताजे खाने वाले फलों में शीर्ष स्थान पर माना जाता है । आडू गूदेदार, रसीला और सुखद खुशबू के साथ स्वाद में तीखा होता है । आडू लाल-पीले रंग तथा इनका गूदा सफेद या पीला होता है । फलों से जैम, नेक्टर, रस और बेवरेजेज बनाये जाते हैं । आडू की गिरी से प्राप्त तेल को सौंदर्य प्रसाधन व मवेशियों के भोजन में प्रयोग करते हैं । इससे दवाईयां और जैविक खाद तैयार की जाती है ।
पोषक तत्व –
आडू के 100 ग्राम प्रति पोषक मूल्य- ऊर्जा 39 किलो कैलारी, कार्बोहाइडेट 7 प्रतिशत, प्रोटीन 1.5 प्रतिशत, फाइबर 4 प्रतिशत, फोलेट 1 प्रतिशत, नायसिन 5 प्रतिशत, विटामिन बी -1, 3 प्रतिशत, पारोडोक्सीन 2 प्रतिशत, राबोफलेविन 2.5 प्रतिशत, थायमिन 2 प्रतिशत, विटामिन ए 11 प्रतिशत, विटामिन सी 11 प्रतिशत, विटामिन ई 5 प्रतिशत, सोडियम 0 प्रतिशत, पोटेशियम 4 प्रतिशत, कैल्शियम 0.6 प्रतिशत, तांबा 7.5 प्रतिशत, लोहा 3 प्रतिशत, मैग्नििशयम 2 प्रतिशत, मैगनीज 3 प्रतिशत, फास्फोरस 2 प्रतिशत, जस्ता 1.5 प्रतिशत, केरोटीन 162 ग्राम, जेन्थीन बी क्रिप्टेल्लग 67 ग्राम, लुटीन जेनथीन 91 ग्राम ।
[ ये भी पढ़िए सफ़ेद दाग का इलाज Safed daag ka ilaj ]
आडू खाने के लाभ –
1. फलों के सेवन से उम्र के असर को करे बेअसर । आडू में जरूरी एंटी आॅक्सीडेंट होते हैं जो वृद्धावस्था की प्रक्रिया का मुकाबला करने में सक्षम होते हैं ।
2. आडू से बने फेस पेक लगाने से चेहरा चमकदार और कोमल बनता है । आडू त्वचा को स्वस्थ्य बनाने में मदद करता है ।
3. आडू में 80 प्रतिशत पानी तथा यह फाइबर का अधिक स्त्रोत होने से वजन कम करने मे मदद करता है ।
4. आडू में रेचक प्रभाव और शक्तिशाली मूत्रवर्धक प्रभाव है । यह गठिया और गठिया से पीड़ित लोगों के लिए लाभकारी है ।
5. आडू निम्नलिखित रोगों जैसे अम्लरक्तता, रक्ताल्पता, दमा, मूत्रालय और गुर्दे की पथरी, ब्रोंकाइटिस, कब्ज, सूखी खांसी, जठर शोथ, उच्च रक्तचाप, नैफ्रैटिस और गरीब पाचन में लाभकारी है ।
6. ताजा आडू में विटामिन सी भरपूर होता है जो एंटी आॅक्सीडेंट जो शरीर के संक्रामक एजेंटों के खिलाफ प्रतिरोध के विकास और हानिकारक मुक्त कण को मदद करता है ।
7. ताजे आडू में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन का स्त्रोत है जो दृष्टि श्रलेष्म झिल्ली और त्वचा को बनाए रखने में आवश्यक है । विटामिन ए फेफड़ों और मौखिक गुहा के कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है ।
[ ये भी पढ़िए bawasir ka ilaj बवासीर का इलाज ]
8. आडू लाल रक्त कोेशिका का निर्माण, हडिडयों और दांतो मजबूत बनाता है , दंत क्षय की रोकथाम करता है । पोटेशियम दिल की दर और रक्तचाप को नियत्रिंत करने में मदद करता है ।
9. Aadu के फूलों के रस से बनाया गया टिंक्चर पेट दर्द (कोलिक-पेन ) को दूर करने में सहायक होता है तथा इससे बनाया गया सीरप हलके परगेटिव के रूप में भी काम करता है जिसे बच्चों में होनेवाले जांडिस कि चिकित्सा में फायदेमंद पाया गया है !
10. इसकी ताज़ी पत्तियों के प्रयोग से कृमिहर प्रभाव प्राप्त किया जाता है !
11. यदि कहीं हल्का सा कट गया हो तो इसकी ताज़ी पत्तियों के लेप को लगाने मात्र से खून आना बंद हो जाता है !
12. Aadu के पेड़ की छाल का प्रयोग घाव साफ़ करने (व्रणशोधन एवं व्रणरोपण ) एवं भरने में भी किया जाता है !
13. Aadu के सेवन से शरीर में रोगप्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। इस फल का रस कई तरह के सूक्ष्म जीवों के संक्रमण से बचाव करता है। आडू के सेवन से कब्जियत और अपच की समस्या का निदान हो जाता है।
[ ये भी पढ़िए कैंसर का इलाज Cancer ka ilaj ]
[ ये भी पढ़िए घुटने के दर्द का इलाज, ghutne ke dard ka ialj ]