हम आपको अरब देशों में प्रचलित ऐसे प्रसिद्ध उपाय के बारे में बताएँगे हर किसी के लिए बहुत ही फ़ायदेमंद है। ये चमत्कारी उपाय छुहारा और दूध का मिश्रण है। इसके फ़ायदे जानने से पहले हम छुहारो के बारे में कुछ महत्तवपूर्ण जानकारी बताएँगे।
छुहारा और खजूर एक ही पेड़ की देन है। इन दोनों की तासीर गर्म होती है और ये दोनों शरीर को स्वस्थ रखने, मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गर्म तासीर होने के कारण सर्दियों में तो इसकी उपयोगिता और बढ़ जाती है।खजूर में छुहारे से ज्यादा पौष्टिकता होती है। खजूर मिलता भी सर्दी में ही है। अगर पाचन शक्ति अच्छी हो तो खजूर खाना ज्यादा फायदेमंद है। छुहारे का सेवन तो साल भर किया जा सकता है क्योंकि यह सूखा फल बाजार में सालभर मिलता है। छुहारा यानी सूखा हुआ खजूर आमाशय को बल प्रदान करता है। छुहारे की तासीर गर्म होने से ठंड और बारिश के दिनों में इसका सेवन नाड़ी के दर्द में भी आराम देता है।
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छुहारा खुश्क फलों में गिना जाता है, जिसके प्रयोग से शरीर हृष्ट-पुष्ट बनता है। शरीर को शक्ति देने के लिए मेवों के साथ छुहारे का प्रयोग खासतौर पर किया जाता है। छुहारे व खजूर दिल को शक्ति प्रदान करते हैं। यह शरीर में रक्त वृद्धि करते हैं। साइटिका रोग से पीड़ित लोगों को इससे विशेष लाभ होता है।
प्राकृतिक चिकित्सा के अनुसार दूध और छुहारा एक महत्वपुर्ण औषधि हैं। दूध और छुहारे को साथ-साथ खाने से बहुत सारे रोगों में आराम मिलता है।
चाहे वो शरीर की कमजोरी हो, सर्दी हो या जुकाम हो, ताक़त की कमी हो, दांतों और हड्डियों की समस्या हो, इन सब समस्याओं का इलाज दूध और छुहारे के मिश्रण में होता है। आज हम आपको बताएँगे दूध और छुहारे को साथ-साथ खाने के कुछ ऐसे ही अन्य फायदे। छुहरो को दूध के साथ सेवन करना अरब देश का प्रसिद्ध उपाय है जो कैल्शियम और आयरन का ख़ज़ाना होता है, ये झट-पट ख़ून बढ़ाएँ, मर्दाना ताक़त, क़ब्ज़, लकवा, साइनस, हड्डियाँ फ़ौलाद, सर्दी-ज़ुकाम आदि में 10 से भी ज़्यादा फ़ायदे है, आइये इसके बारे में जानते है
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छुहारे और दूध के 10 अद्भुत फायदे :
दो या तीन छुहारे के छोटे-छोटे टुकड़े करके तीन सौ ग्राम दूध में धीमी आंच पे पकाए और गुनगुना रहने पे इस दूध को पी ले और उसमे पके छुहारे खा ले इस प्रकार ये उपाय करने से बल और मर्दाना ताक़त की वृद्धि होती है।
भूख बढ़ाने के लिए छुहारे का गूदा निकाल कर दूध में पकाएं। उसे थोड़ी देर पकने के बाद ठंडा करके पीस लें। यह दूध बहुत पौष्टिक होता है। इससे भूख बढ़ती है और खाना भी पच जाता है। क़ब्ज़ से छुटकारा दिलाता है।
दो कप दूध उबालें और उसमे छुहारे पकाएं। ध्यान रखें की छुहारे से गुठली निकाल ली गयी हो। धीमी आंच पर दूध गाढा होने तक पकाएं। जब दूध सूखने लगे तब आंच बंद कर दे और ठंडा होने के लिए छोड़ दें। ठंडा होने के बाद इसे मिक्सर में अच्छे से पीस लें। इस मिश्रण का सेवन करने से भूख बढती है।
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एक गिलास दूध में पांच छुहारा डालें। इसमें पांच दाने काली मिर्च, एक दाना इलायची मिलाएं और अच्छे से उबाल लें। रात सोने से पहले इस पेय में एक चम्मच घी मिलाकर पियें। सर्दी-जुकाम छू मंतर हो जाएगा। यह पेय साइनस के रोगियों के लिए भी बहुत उपयोगी है।
रोजाना सुबह शाम 3 छुहारे दूध में उबाल कर खाएं। दूध के साथ छुहारा खाने से बवासीर, दुर्बलता की शिकायत दूर होती है। शरीर में रक्त संचार की प्रक्रिया भी सुचारू हो जाती है। ये उपाय झट-पट ख़ून बढ़ाने में बहुत कारगर है।
बढती उम्र के बच्चों के मजबूती और स्वास्थ्य के लिए भी छुहारा उपयोगी है। बढ़ती उम्र के बच्चों को दूध में भीगोकर छुहारा खिलाएं। इससे उनमे मांस पेशियों का निर्माण होगा और हड्डियाँ भी मजबूत होगी।
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छुहारे और दूध दोनों ही कैल्शियम के मुख्य स्रोत है इसलिए दूध के साथ छुहारा खाने से शरीर को पर्याप्त कैल्सियम मिलता है जिस से हड्डियाँ और दांत मजबूत बनते हैं।
लकवे के रोगियों के लिए भी छुहारा एक औषधि है। दूध में 1 से 2 छुहारा भीगोकर खिलाने से लकवे के रोगियों को फायदा मिलता है।
अगर आपके मसूड़ों से खून या पीव निकलता है तो रोजाना 2 से 4 छुहारो को दूध में उबालकर पियें। इस से मसूड़ों की ये समस्या दूर हो जायेगी।
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जो लोग पतले हैं और थोड़ा मोटा होना चाहते हैं तो छुहारे और दूध योग आपके लिए वरदान साबित हो सकता है ये वज़न बढ़ाए, लेकिन अगर मोटे हैं तो इसका सेवन सावधानीपूर्वक करें। क्युकि इसके सेवन से मोटापा बढ़ता है।