[ads4]
हैजा महामारी का रोग है, यह एक व्यक्ति को हो जाने पर पुरे परिवार एवं पड़ोस के लोगो से होता हुआ पुरे नगर में फ़ैल जाता है.
लक्षण :- हैजे में रोगी को पहले उल्टियाँ और पतले पानी जैसे दस्त आने लगते है फिर रोगी को बुखार चढ़ जाता है , पेट तथा अंतड़ियों में ऐठन बेचैनी महसूस होती है, असाध्य हैजे में पेशाब रुक जाता है, साँस टूटने लगती है प्यास के कारण गले में कांटे से उग आते है, हाथ पैर ठन्डे पड़ जाते है तथा रोगी अनाप-शनाप बोलने लगता है.
हैजे के रोगी को देखकर घबराना नहीं चाहिए, हमारे द्वारा निचे बताएं गएँ घरेलू नुस्खो को अपनाएंगे तो रोगी को हैजे में आराम मिलता दिखाई देगा, आइये जाने रामबाण नुस्खे .
घरेलु नुस्खे
पुदीना हैजे की रामबाण ओषधि है, हैजा होने पर पुदीने का अर्क रोगी को तत्काल देना चाहिए .
- हैजा होने पर लहसुन का उबला पानी रोगी को देने से तत्काल आराम मिलता है
- यदि गर्मी के मौसम में हैजा हो जाये तो इलायची के बीज, काशनी व धनिया चार चार मासे और गुलकंद एक तोला — सभी को घोट छानकर रोगी को पिलायें. शीघ्र ही आराम मिलेगा
- सौंफ एक तोला, पुदीना आठ मासे, लौंग चार डेन और गुलकंद दो तोले — इन्हे ओटाकर रोगी को पिलाने से हैजा सांत होता है.
- एक तोला छोटी इलायची को दो तोला गुलाबजल में घोटकर पिला दें, गुलाबजल न मिले तो आधा लिटिर पानी में औटाऐ, जब जल आधा रह जाएँ तो उतारकर छान ले और रोगी को घुट घुट कर क पिलायें यह हैजे की प्यास कम करेगा.
- जब हैजे के आसार हो तो रोगी को बिन झिझक अपना पेशाब पी जाना चाहिए. यह उपाय उस समय के लिए रामबाण है जब किसी भी दवा का प्रबंद न हो सके.
- पपीते को जल या गुलाब जल में घिसकर चाटने से हैजे का खात्मा हो जाता है.
- सुखी लाल मिर्च और सेंधा नमक जरुरत के हिसाब से लेकर शीतल जल में उबालें, इस जल को आधा आधा घंटे बाद रोगी को पिलायें आराम अवश्य मिलेगा.
- खूब गरम जल थोडा थोडा रोगी को पिलाने से हैजे की उल्टियाँ बंद हो जाती है
- यदि रोगी की अवस्था अधिक बिगड़ गई हो , आँखे फट गई हो या चेहरा सफ़ेद पड़ गया हो तो अंग्रेजी पपीता लेकर गुलाब के अर्क में घिसकर बार बार देने से शीघ्र ही लाभ होना शुरू हो जाता है.