If You Have Sciatica Or Back Pain, Take This Remedy And You’ll Never Suffer Again!
अनियमित जीवनशैली तथा उठने-बैठने के गलत तरीकों के कारण नसों में ज्यादा दर्द होता है खासकर कमर से लेकर पैर की नसों तक। साइटिका एक ऐसा ही दर्द है। दरअसल साइटिका (Sciatica) खुद में बीमारी नहीं बल्कि बीमारियों के लक्षण हैं। इसका इलाज बेड रेस्ट, व्यायाम और दवाइयां है, लेकिन कई मामलों में सर्जरी भी करनी पड़ जाती है। ऐसे लोग जो टेबल या कंप्यूटर पर घंटों बैठ कर काम करते हैं, उन्हें यह दर्द ज्यादा परेशान करता है। इससे उनकी नसों में तनाव उत्पन्न होता है। इसका प्रमुख लक्षण तब सामने आता है जब पीठ और पैर में दर्द होने लगे। यह दर्द ऐंठन या अकड़न के कारण भी हो सकता है।
जब नसों के फाइबर इससे प्रभावित होते हैं तो पैर की उँगलियों को हिलाना भी कठिन होता है। अपने पैरों को उठाने में भी तकलीफ होती है। यह रोग अगर गंभीर हो जाए तो खड़े रहना और चलना मुश्किल हो जाता है।
आज हम आपके लिए एक ऐसा घरेलू नुस्खा लेकर आए है जिसके प्रयोग से Sciatica बिमारी बिलकुल ठीक हो जाएगी | इस प्रयोग से Back Pain और Sciatica Swelling और Sciatic Pain भी ठीक हो जाएगी |
तो आइये जानते है इस घरेलू नुस्खे के बारे में :-
सामग्री :-
- 200 ml दूध
- 4 कलियाँ लहसुन
- शहद (जरूरत अनुसार)
विधि :-
- लहसुन की कलियों को छील कर पीस लें |
- अब इसमें दूध और शहद मिक्स करें |
- इस मिश्रण को उबालने के लिए आग पर रखें |
- जब वे उबलने लगे तो इसे आग से हटा लें |
रोजाना इस ड्रिंक का सेवन करें | इस प्रयोग के साथ साथ रोजाना कम से कम 60 सेकंड के लिए व्यायाम जरुर करें | बोहत जल्द आराम मिलेगा |
दूसरा नुस्खा
साइटिका एक ऐसा दर्द है जो अधिकांश लोंगो को हो जाता है। इसमें कमर से ले कर पैर की नसों तक दर्द होता है, जिसे सियाटिक नर्व कहते हैं। कभी कभी तो यह दर्द पैरों तक चला जाता है। साइटिका का दर्द किसी को भी हो सकता है।
अच्छी बात तो यह है कि इस बीमारी का एक घरेलू उपचार उपलब्ध है, जिसकी रेसिपी काफी पुरानी है। साइटिका के दर्द को दूर करने के लिये लहसुन का दूध एक आम उपचार माना गया है।
Garlic Milk to Calm Sciatica
इस उपचार से सियाटिक नसों में आई हुई सूजन और दर्द कम होगी और आराम मिलेगा। आज इस आर्टिकल में हम आपको इसके गुणों के बारे में बताएंगे और सिखाएंगे कि आप इसे घर पर कैसे बना सकते हैं।
साइटिका के दर्द को दूर करने के लिये गार्लिक मिल्क पीने का फायदा
लहसुन का दूध एक प्राकृतिक पेय है, जो कई सालों से आंत के परजीवी को मारने तथा वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण से लड़ने के लिये इस्तेमाल किया जाता था।
यह पेय नसों के दर्द में भी आराम दिलाता है क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं।
गार्लिक के दूध में जरुरी पोषण जैसे, विटामिन (A, B1 और C) मिनरल, पॉलीसैक्राइड्स, प्रोटाीन, फ्लेवोनॉइड्स और एंजाइम्स होते हैं।
इन फायदों से शरीर में बैक्टीरिया दृारा हुए असंतुलन से जो सूजन आई हुई होती है, उसका उपचार किया जाता है।
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आइये जानते हैं लहसुन का दूध तैयार कैसे किया जाता है :
लहसुन की बड़ी बड़ी कलियां लें और उसे या तो पीस लें या फिर उसे छोटे छोटे टुकड़ों में काट लें। फिर उसे एक गिलास दूध में उबाल लें। इससे लहसुन का अर्क दूध में मिल जाएगा। आप चाहें तो दूध में थोड़ा सा शहद भी मिला सकते हैं, लेकिन इससे दूध का स्वाद नहीं बदलेगा।
काफी सारे लोग गाय के दूध का इस्तमाल करते हैं। अगर आप को दूध पीने से गैस बनती है या अन्य तकलीफ होती है, तो आप चावल, बादाम या सोया मिल्क का भी प्रयोग कर सकते हैं।
सामग्री-
5 लहसुन की कलियां
1 कप (250 ml) दूध
2 चम्मच (50 g) शहद
garlic milk
बनाने की विधि –
सबसे पहले लहसुन को छील कर पीस लें या फिर बारीक काट लें। फिर दूध में लहसुन मिलाएं और 15 मिनट तक पकाएं।
यदि आप लहसुन को उबालना नहीं चाहते तो, दूध गरम कर के उसमें पिसी लहसुन को मिला दें और 2 घंटे के लिये उसी में रहने दें।
इससे लहसुन अपना अर्क दूध में छोड देगा।
कैसे पियें-
साइटिका के दर्द से तुरंत राहत चाहिये तो इसे रोज़ एक कप (250 एम एल ) पियें। अगर यह आपके लिये बहुत ज्यादा हेा तो, पेय को बांट लें और थोड़ी थोड़ी देर पर पियें। इसे तब तक पियें जब तक कि दर्द से राहत ना मिल जाए।