अब यूरिक एसिड से होने वाले दर्द को कहे बाय-बाय -अनुभूत उपचार
परिचय –
इसमें सबसे पहले अंगूठे में दर्द होता है ,रात को आराम से सोता है ,परन्तु आधी रात को अचानक अंगूठे में तेज दर्द व जलन शुरू हो जाती है .पैर के अंगूठे में सुजन आ जाती है .शुरुआत हाथ पैर के अंगूठे से होती है .अंगूठा लाल हो जाता है फिर सुजन धीरे-धीरे ऊपर के जोड़ो में होती जाती है .आगे चल कर त्वचा में वर्ण हो जाते है तथा ये घाव कठिन से भरते है . जब रोग पुराना हो जाता है तो सारे शरीर में तेज दर्द होता है ,रोगी के अंग जकड़ जाते है . आज आपको वातरक्त (यूरिक एसिड ) के लिए अनेक अनुभव आयुर्वेदिक उपचार लाये हे लाभ ले .
1.- यूरिक एसिड –
ओषधि —- आरोग्यव्र्ध्नी वटी 1 गोली ,पुनर्नवा मंडूर 1 गोली ये एक समय की दवा है इन्हें दिन में तीन बार पानी के साथ सेवन कराए और सुबह शाम भोजन के बाद -पुनर्वारिष्ट व कुमारीआसव 20 20 ml बराबर का पानी मिलाकर दे और रात को सोने से पहले -अमलतास का गुदा 10 ग्राम 300 ग्राम पानी में उबाले और 100 ग्राम शेष रहने पर उतार छानकर ठंडा होने पर पिला दे जब दस्त शुरू हो तो इसे बंद कर दे .पन्द्रह दिनों में असर शुरु हो जाता है .
2. -यूरिक एसिड से हुआ जोड़ो का दर्द ,घुटनों का दर्द ,वातरक्त में –
ओषधि —- शुद्ध सिंगरफ ,शुद्ध मीठा तेलिया ,मुसब्बर ,काला नमक ,सोंठ पांचो चीजें 10 -10 ग्राम ,कालीमिर्च और लोंग 20 -20 ग्राम ,केसर 2 ग्राम सबका पाउडर बना कर सहजना के पत्तो के रस की भावना देकर मुंग के बराबर गोलिया बना कर रखे और सुबह शाम 2-2 गोली चाय के साथ ले .तथा दोपहर में 2 गोली ताजा या गुनगुने पानी से ले . यह दवा गर्म होती है तो दिन में एक बार देशी घी अवश्य दे .20 -30 दिनों में रोगी ठीक हो जाता है .
3.- वातरक्त में जोड़ो और घुटनों के दर्द में –
ओषधि —- महायोगराज गूगल ,केशोर गूगल ,वातगजांकुश रस ,सहजने की सूखी छाल ,बारीक़ मेथी 100-100 ग्राम ,रास्ना 50 ग्राम ,गिलोय ,मंजिष्ठ ,शंख भस्म 25- 25 ग्राम ,कूटने वाले ओषधि का चूर्ण बनाकर और बाकि चीजे मिलाकर इसमें गिलोय व घिक्वार के रस की एक -एक भावना देकर मटर के बराबर गोलियां बना ले और सुबह -शाम एक -एक गोली म्हारास्नादी क्वाथ या मंजीस्थारिष्ट 5 ढक्कन बराबर का पानी मिलाकर उसके साथ दे
4.- यूरिक एसिड से शरीर के छोटे जोड़ ,हाथ पेरो की अंगुलियों में तेज दर्द –
ओषधि —- 1.-पीपल के पेड़ की ताजा अंतरछाल 40 -50 ग्राम .लेकर उसे 400 ग्राम पानी में उबाल ले .100 ग्राम शेष रहने पर यह क्वाथ प्रातः खाली पेट रोगी को पिला दे .
2.- और केशोर गूगल 2-2 गोली ,अमर्तारिष्ट 20 ml में गरम पानी मिलाकर उसके उसके साथ दोपहर व रात को भोजन के बाद दे .
3.- और 7 दिनों तक ये दवाई देने के बाद 8 वे दिन से एकांगवीर रस की 1-1 गोली गुनगुने पानी से देना शुरु करे एक माह में रोगी ठीक हो जायेगा .अनुभव वाला योग है ये . पीपल के अंतर छाल यूरिक एसिड में बहुत कारगर है .
5.- यूरिक एसिड से घुटनों व सभी प्रकार के दर्दो में –
ओषधि —- दर्द वाले स्थान पर पहले नींबू रस से मालिश करे और सूखने पर इसी जगह पर धतूरे के ताजा फूलों को हाथो से रगड़े ,5-7 दिनों में दर्द में लाभ होने लगेगा .
6.- यूरिक एसिड से घुटनों में दर्द ,सुजन व चलने में कष्ट हो –
ओषधि —- क -विषतिन्दुक वटी 1 गोली ,रास्नादी गूगल 1 गोली ,महायोगराज गूगल 1 गोली ,लाक्षा गूगल 1 गोली सभी एक समय की दवा हे ऐसे सुबह शाम म्हारास्नादी क्वाथ के साथ दे ,
7.- घुटनों में पानी भरा हो (नया रोग )-
ओषधि —- जायफल ,कालीमिर्च ,सुंठ ,बराबर लेकर कूट -पिस ले और पानी मिलाकर घुटनों पर लेप करे जब सुख जाये आधे घंटे बाद उतार ले और दिन में 3-4 बार लगाये .30 दिनों में लाभ हो जायेगा .
8.- कमरदर्द ,इससे पेट साफ होता है ,दस्त खुलकर आता है –
ओषधि —- सुरजान (शिरी ) 150 ग्राम ,सनाय 150 ग्राम ,अस्वगंध चूर्ण 150 ग्राम ,काला नमक 150 ग्राम मालकांगनी 150 ग्राम ,काला जीरा 100 ग्राम ,सोंफ 100 ग्राम ,कलोंजी 50 ग्राम ,गुलाब के सूखे फुल 50 ग्राम , सोंठ 50 ग्राम ,सत पुदीना 5 ग्राम सभी को कूट पीसकर पाउडर बना ले .रात को यह दवा एक छोटा चम्मच ताजा पानी के साथ ले एक हफ्ते में इसका असर दिखाई देता हे यह शिल्प डिस्क में भी लाभ आता है .
9 .कमर का जकड़ जाना –
ओषधि —- श्रंग भस्म 4 रती रोगी को शहद के साथ दे और छोटी दुद्धी को पानी संग सिलबट्टे पर पीसकर कमर पर उसका लेप लगा दिया गया .ऊपर से चोडा कपड़ा बांध दिया गया ताकि लेप ठीक से टिका रहे . बहुत कारगर उपाय हे .
10 .-भयानक कमर दर्द में –
ओषधि —- (1)-वेद्नान्तक रस 125 से 250 मिलीग्राम ,योगराज गूगल 2 गोली यह एक मात्रा है इसे रास्नादी क्वाथ के साथ दे
(2)-सितोपलादि चूर्ण 2 ग्राम ,लक्ष्मीविलास रस 1 गोली ये दिन में तीन बार पानी से दे 15 से 30 दिनों में लाभ होगा .
(3)-महा योगराज गूगल 2 गोली ,त्र्योंद्शांग गूगल 2 गोली सुबह शाम महा रास्नादी क्वाथ से दे और महानारायण तेल की मालिस करे और गर्म कपड़े की सिकाई करे .
11 .- पुरे बदन में दर्द ,झनझनाहट ,सायटिका चोट का दर्द –
ओषधि —- सतावर चूर्ण ,विधारा चूर्ण ,सोंठ चूर्ण ,अस्वगंध चूर्ण ,सुरजान मीठा सभी 50-50 ग्राम ,सफेद मुसली ,छोटी पीपल ,देशी अजवायन ,पिपली मूल चूर्ण सभी 15-15 ग्राम ले .सभी को अलग -अलग छानकर बताई हुई मात्रा में ले और मिलाकर रख ले .सुबह शाम 3-3 ग्राम मात्रा में दूध के साथ खाली पेट ले इससे इन बीमारियों में बहुत लाभ होता है .