Saturday , 21 December 2024
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नजला /झुखाम के अनुभूत नुस्खे जो बहुत कारगर हे लाभ ले .

नजला /झुखाम के अनुभूत नुस्खे जो बहुत कारगर हे लाभ ले .

शरीर में रोग पैदा केसे होते है ;

पहले वात ,पित और कफ विपरीत आहार -विहार के कारण बढकर शरीर में इकट्ठा होते है .ऐसी स्थिति को दोषों

का अपचय या संचय कहा जाता है .उसके बाद दोषों का प्रकोप होता है .प्रकोप होने पर पुरे शरीर में दोष फेल जाते

है इसे दोषों का प्रसार कहते है .और रोग पैदा होते है

कारण ;

मल -मूत्र ,अपान वायु ,छींक आदि वेगो को रोकने से ,अजीर्ण के कारण नाक में धुल प्रवेश करने से ,ऋतू बदलने से .

पसीना सूखने से पहले नहने से ,ठंडा पानी पिने से ,वायु के दूषित होने से एक साथ कई व्यक्तियों को झुखाम हो

जाता है .

1.- जुकाम -नाक पूरी तरह से बहना –

दवा —- अदरक रह एक चम्मच ,एक पाव गरम दूध में डाल कर सुबह -शाम पिए .मीठे के लिए गुड मिलाये .

2.- कच्चा जुकाम जो पतला होकर बहता रहता है –

दवा —- सोंठ 2 ग्राम ,शक्कर मिले गरम दूध के साथ सुबह -शाम दे .

3.- नाक से पानी बहता हो –

दवा —- संजीवनी वटी 1 गोली चाय के साथ दे .नाक बहना बंद हो जाएगी .

4.- कच्चा जुकाम हो ,नाक से पानी बह रहा हो ,छींके आ रही हो ,या सर्दी के कारण जुकाम हो –

दवा —- श्रंग भस्म 2 रती ,शुद्ध सुहागा 2 रती ग्राम जल से दे .3 घंटे बाद एक खुराक और दे लाभ हो जायेगा .

5.- उठते ही लगातार छींके आना ,नाक से हमेशा पानी टपकते रहना ,हमेशा जुकाम बने रहना –

दवा —- सितोपलादि चूर्ण 2 ग्राम ,रस सिंदूर 1 रती =यह एक समय की दवा है इसी तरह प्रतिदिन सुबह शाम

शहद के साथ चटाए और  षडबिंदु तेल की 2-2 बूंद रोगी की दोनों नासिकाओ में दिन में दो बार डाले .लाभ होगा ,

6.- जुकाम पका हुआ हो ,कफ -पित के लक्षण हो ,नाक बंद हो ,खांसी भी हो –

दवा —- श्रंग भस्म 2 रती प्रवाल भस्म 2 रती ये एक समय की दवा की मात्रा हे ऐसी दिन में तीन बार शहद के

साथ दे .लाभ हो जायेगा .

7.- पुराना जुकाम ,नाक बहना ,अंगो में दर्द –

दवा —- गोदन्ती भस्म 2 रती ,त्रिभुवन कीर्ति रस 1 रती ,मुलहटी चूर्ण 1 ग्राम ये एक समय की मात्रा है ये शहद

या चासनी के साथ दिन में तीन बार दे लाभ हो जायेगा .

8.- जिनको हमेशा जुकाम रहता हो –

दवा —- चुना (सफेद वाला ) 200 ग्राम ,हल्दी सूखी गांठे 200 ग्राम ,पानी 1 किलो इन तीनो को मिटटी के मटके

में डाल मुख बंद करके 30 दिन तक रख दे .एक महीने में पानी सुख जायेगा अब बचे हुए द्रव्यों को पिस कर कपड –

छान कर ले ,मटर बराबर चूर्ण शहद में मिलाकर रात को चटा ले ,कुछ दिनों तक लेते रहने से पुराना नजला

जुकाम ठीक हो जायेगा

9 .- पुराना जुकाम \ नाक की हड्डी बढ़ी हो –

दवा —- लक्ष्मीविलास रस 2 रती ,सितोपलादि चूर्ण 1 ग्राम ,श्रंग भस्म 2 रती ,अभ्रक भस्म 2 रती ,रस माणिक्य

60 mg ,कांचनार गूगल आधा ग्राम ये सभी एक खुराख हे एक समय की सुबह शाम शहद के साथ दे .दवा को चटाने

के बाद चित्रक हरीतकी की आधी चम्मच खूब गरम दूध संग दे .

10.- गर्मियों में जुकाम होने पर ,नाक बहना ,गले में खरास होना –

दवा —- हल्दी का दरदरा चूर्ण 10 ग्राम ,अजवायन 10 ग्राम ,को 2 कप पानी में क्वाथ बनाये आधा कप शेष रहने पर

थोडा गुड मिलाकर सोते समय पिलाये .3-4 दिनों में लाभ हो जायेगा .

11.-सर्दी के कारण जुकाम –

दवा —- त्रिभुवनकीर्ति रस 1 गोली ,दसमुलारिष्ट 2 ढक्कन 6 ढक्कन गरम पानी मिलाकर दिन में तीन बार ले .

12 .- सर्दी जुकाम व छींके आना –

दवा —- बड़ी इलायची 1 नग ,दूध 200 ग्राम में 2-3 मिनट उबाले ,उसे उतार छान ले तथा देशी घी एक चम्मच

मिलाकर सोते समय पी ,ले यह प्रयोग 5-6 दिनों तक करे लाभ होगा .

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