How to increase memory power
कमजोर स्मरण शक्ति के कारण पढ़ा हुआ विचार किया हुआ अथवा किया हुआ कार्य भी याद नहीं रहता है यदि आता है तो देर से आता है यह बहुत कम आता है यह रोग छात्र-छात्राओं अथवा वृद्ध लोगों को अधिक होता है जो लोग सदैव कामवासना से पीड़ित होते है, अधिक संभोग करते हैं, चिंता से ग्रस्त होते हैं, क्रोध या सोक से प्रभावित होते हैं, अत्यधिक पढ़ते हैं उनकी शक्ति कमजोर हो जाती है दूध, दही, घी, मक्खन, अंकुरित अनाज, फल आदि पोस्टिक पदार्थों का सेवन बहुत कम करने वालों को भी यह रोग होता है
आइये जानते है इसके घरेलु उपचार….
- नित्य सुबह-शाम आंवले का मुरब्बा गाय के दूध के साथ सेवन करने से स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है ध्यान रखे कि दूध गाय का या बकरी का होना जरूरी है भैंस का दूध नहीं और मधुमेह के रोगी इसे ना लें।
- बादाम की नौ गिरियों को पानी में भिगो दें सुबह बारीक पीस लें इसके साथ आधा चाय का चम्मच काली मिर्च का चूर्ण एक चम्मच शहद शहद कुछ समय डाले जब दूध सामान्य तापक्रम पर आ जाए एक चमक देसी घी मिलाकर पी जाए यादास्त की कमी ठीक हो जाएगी।
- ब्राह्मी, शंखपुष्पी, आंवला, गिलोय एवं जटामासी इन सबका समान मात्रा में चूर्ण बनाएं इस चूर्ण को 2 ग्राम मात्रा में सुबह शाम शुद्ध जल के साथ लेने से कमजोर स्मरण शक्ति में लाभ होता है।
- शंखपुष्पी को कूट-पीसकर चूर्ण बना लें इस चूर्ण की 8 ग्राम मात्रा में ढाई सौ ग्राम दूध में भली प्रकार को पीसकर एक चम्मच शहद मिलाएं इसे प्रातः काल नाश्ते से पूर्व और शाम को पिए यादास्त की कमी में लाभ होगा।
- दालचीनी हमारे घर की रसोई में इस्तेमाल होने वाला एक मसाला है पर साथ में ये एक अच्छी आयुर्वेदिक दवा भी है। रात को सोने से पहले दालचीनी पाउडर 1 चुटकी ले और शहद में मिलाकर ले। इस नुस्खे से दिमाग़ तेज़ होता है और मानसिक तनाव भी कम होता है।
- तुलसी में एंटीबायोटिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते है जिससे दिमाग़ और दिल में खून का प्रवाह बेहतर होता है।