Migraine के लिए आयुर्वेद के 13 रामबाण घरेलु इलाज.
माइग्रेन आधुनिक जीवन शैली का एक ऐसा बुरा रोग है, जो आज कल हर दुसरे व्यक्ति को हो चूका है. इसके अनेक कारण हैं जिनमे अति भावुकता, मानसिक शारीरिक थकावट, क्रोध, चिंता, आँखों के अधिक थक जाने से, भोजन सम्बन्धी गड़बड़ी, अनपच इत्यादि हैं. इसके लक्षणों में प्रातः उठकर चक्कर आते हैं. आँखों के सामने अँधेरा छा जाता है. इसके रोगी को उल्टी होना, कनपटी में चुभने वाला दर्द होता है. यह दर्द धीरे धीरे फैलता हुआ तेज़ होता जाता है. शोर गुल में ये ज्यादा हो जाता है. उल्टी होने के बाद दर्द कम होता है. सूर्योदय के साथ दर्द बढ़ता है और सूर्य अस्त के साथ साथ ये कम होता जाता है. जिस तरफ दर्द होता है उस तरफ की आँख की पुतली फैली रहती है. यह दर्द प्रायः अनेक वर्षों तक चलता रहता है. और एलॉपथी में इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है. बस दवा लेते रहें जिंदगी भर.
आज हम आपको इसी माइग्रेन के लिए आयुर्वेद में बताये हुए 13 ऐसे बेहतरीन घरेलु नुस्खे बता रहें हैं जो सदियों से भारतीय घरों में सफलता पूर्वक आजमायें जाते रहें हैं. आप भी इनको आजमा कर एक दो दिन से एक हफ्ते में ही इस कष्टकारी दर्द से निजात पा सकते हैं. आइये जाने इनको और दुसरो तक भी शेयर करें.
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माइग्रेन के लिए आयुर्वेद के 13 रामबाण घरेलु इलाज.
माइग्रेन का पहला रामबाण इलाज – अंगूर का रस
अंगूर का रस माइग्रेन में अत्यंत लाभकारी है. जैसा ऊपर फोटो में बताया है. वैसे इसका सेवन करना चाहिए. तो माइग्रेन में आशातीत लाभ होता है.
माइग्रेन का दूसरा रामबाण इलाज – दूध जलेबी.
माइग्रेन में दूध और जलेबी बहुत कारगर हैं. ऊपर चित्र में बताये अनुसार इसका सेवन करने से कुछ ही दिनों में पुराने से पुराना माइग्रेन सही होता है.
माइग्रेन का तीसरा रामबाण घरेलु इलाज – दही चावल में मिश्री.
माइग्रेन होने पर गाँवों में ये नुस्खा आज भी इस्तेमाल किया जाता है. आप भी इसको ऊपर चित्र में बताये अनुसार इस्तेमाल कर के फायदा उठा सकते हैं.
माइग्रेन का चौथा रामबाण इलाज – देशी घी.
देशी घी का ये नुस्खा रामबाण में अत्यंत लाभकारी है. इस से सर की कमज़ोर हो चुकी नसें भी दोबारा मज़बूत होती हैं. अगर सर दर्द सूर्योदय के साथ घटता बढ़ता हो तो इसको ज़रूर अपनाएं.
माइग्रेन का पांचवा रामबाण इलाज – हींग.
माइग्रेन में हींग भी अत्यंत लाभकारी है. इसके उपयोग से तुरंत आराम मिलता है.
माइग्रेन का छठा रामबाण इलाज – सेंध नमक और शहद
माइग्रेन के लिए सेंध नमक और शहद भी बेहद कारगार उपाय है.
माइग्रेन का सातवां रामबाण घरेलु इलाज – सौंठ
माइग्रेन में सौंठ भी बेहद कारगर है. इसको सूंघने मात्र से भी माइग्रेन में तुरंत आराम आता है. ज़रूर आजमाना चाहिए.
माइग्रेन का आठवां रामबाण घरेलु इलाज – सरसों का तेल
सरसों का तेल माइग्रेन में तुरंत लाभ दिलाने में बेहद असरकारक है. आर सरसों का तेल ना हो तो बादाम रोगन भी अत्यंत लाभकारी है.
माइग्रेन का नौवां रामबाण घरेलु इलाज – गुड और देशी घी.
माइग्रेन में गुड और देशी घी भी बेहद लाभकारी है. गाँवों में पुराने वैद यही नुस्खा करवा कर माइग्रेन जैसे दर्द को ठीक कर देते थे. आप भी आजमायें.
माइग्रेन का दसवां रामबाण घरेलु इलाज – काली मिर्च और देशी घी.
माइग्रेन रोग में काली मिर्च और देशी घी का ये प्रयोग भी बेहद कारगर है.
माइग्रेन का ग्यारहवां रामबाण घरेलु इलाज – शहद.
माइग्रेन के लिए शहद के ऊपर बताये गए दोनों प्रयोग ही बेहद असरकारक और तुरंत आराम देने वाले हैं. अगर माइग्रेन होने पर उल्टी होती हैं तो उसमे ये बेहद असरकार है.
माइग्रेन का बारहवां रामबाण घरेलु इलाज – तुलसी और शहद.
माइग्रेन में तुलसी और शहद का ये उपचार बहुत बहुत लाभकारी है और किसी चमत्कार से कम नहीं… सर दर्द के साथ अनेक सर्दी से हुए रोग भी इस से सही हो जाते हैं.
माइग्रेन का तेहरवां रामबाण घरेलु इलाज – देशी शक्कर.
माइग्रेन में शक्कर का ये इलाज भी बेहद कारगर है.
ऊपर बताये गए तेरह के तेरह प्रयोग बेहद असरकारक और आयुर्वेद में सदियों से प्रयोग में लाये जाने वाले बिलकुल साधारण से उपचार है. इनको ज़रूर आजमाना चाहिए. कई बार अलग अलग प्रकृति के लोगों के कारण कोई एक इलाज सफल नहीं होता तो ऐसे में निराश ना हो कर दूसरा प्रयोग आजमा कर देखना चाहिए. माइग्रेन का इलाज इनसे ही निकलेगा. आपने पोस्ट पढ़ी. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. अभी आप आगे भी इसको शेयर ज़रूर करें. जय हिन्द. और हाँ ऐसी अपडेट के लिए आप हमारे पेज को लाइक करना ना भूलें. [Only Ayurved]
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