Thursday , 21 November 2024
Home » Health » नाभि टलना » नाभि टलना अर्थात धरण जिसको इंग्लिश में Navel SideStep कहते हैं का इलाज !!

नाभि टलना अर्थात धरण जिसको इंग्लिश में Navel SideStep कहते हैं का इलाज !!

Navel SideStep. Nabhi talne ka ilaj, Dharan padna, Nabhi talna

नाभि टलने के कु प्रभाव – dharan ka ilaj

नाभि अर्थात हमारे शरीर की धुरी अर्थात केंद्र। यदि ये खिसक जाए या टल जाए तो सारे शरीर की किर्याएँ अपने मार्ग से विचलित हो जाती हैं। आइये जाने कैसे करे नाभि टलने का इलाज।

नाभि टलने को परखिये।

आमतौर पर पुरुषों की नाभि बाईं ओर तथा स्त्रियों की नाभि दाईं ओर टला करती है।

ऊपर की तरफ

यदि नाभि का स्पंदन ऊपर की तरफ चल रहा है याने छाती की तरफ तो यकृत प्लीहा आमाशय अग्नाशय की क्रिया हीनता होने लगती है ! इससे फेफड़ों-ह्रदय पर गलत प्रभाव होता है। मधुमेह, अस्थमा,ब्रोंकाइटिस -थायराइड मोटापा -वायु विकार घबराहट जैसी बीमारियाँ होने लगती हैं।

नीचे की तरफ

यही नाभि मध्यमा स्तर से खिसककर नीचे अधो अंगों की तरफ चली जाए तो मलाशय-मूत्राशय -गर्भाशय आदि अंगों की क्रिया विकृत हो अतिसार-प्रमेह प्रदर -दुबलापन जैसे कई कष्ट साध्य रोग हो जाते है। फैलोपियन ट्यूब नहीं खुलती और इस कारण स्त्रियाँ गर्भधारण नहीं कर सकतीं। स्त्रियों के उपचार में नाभि को मध्यमा स्तर पर लाया जाये। इससे कई वंध्या स्त्रियाँ भी गर्भधारण योग्य हो जाती है ।

बाईं ओर

बाईं ओर खिसकने से सर्दी-जुकाम, खाँसी,कफजनित रोग जल्दी-जल्दी होते हैं।

दाहिनी ओर

दाहिनी तरफ हटने पर अग्नाशय -यकृत -प्लीहा क्रिया हीनता -पैत्तिक विकार श्लेष्म कला प्रदाह -क्षोभ -जलन छाले एसिडिटी (अम्लपित्त) अपच अफारा हो सकती है।

नाभि टलने पर क्या करे।

नाभि खिसक जाने पर व्यक्ति को हल्का सुपाच्य पथ्य देना चाहिए । नाभि खिसक जाने पर व्यक्ति को मूँगदाल की खिचड़ी के सिवाय कुछ न दें। दिन में एक-दो बार अदरक का 2 से 5 मिलिलीटर रस बराबर शहद मिलाकर पिलाने से लाभ होता है।

नाभि कैसे स्थान पर लाये।

  1. ज़मीन पर दरी या कम्बल बिछा ले। अभी बच्चो के खेलने वाली प्लास्टिक की गेंद ले लीजिये। अब उल्टा लेट जाए और इस गेंद को नाभि के मध्य रख लीजिये। पांच मिनट तक ऐसे ही लेटे रहे। खिसकी हुई नाभि (धरण) सही होगी। फिर धीरे से करवट ले कर उठ जाए, और ओकडू बैठ जाए और एक आंवला का मुरब्बा खा लीजिये या फिर 2 आटे के बिस्कुट खा लीजिये। फिर धीरे धीरे खड़े हो जाए।
  2. कमर के बल लेट जाएं और पादांगुष्ठनासास्पर्शासन कर लें। इसके लिए लेटकर बाएं पैर को घुटने से मोड़कर हाथों से पैर को पकड़ लें व पैर को खींचकर मुंह तक लाएं। सिर उठा लें व पैर का अंगूठा नाक से लगाने का प्रयास करें। जैसे छोटा बच्चा अपना पैर का अंगूठा मुंह में डालता है। कुछ देर इस आसन में रुकें फिर दूसरे पैर से भी यही करें। फिर दोनों पैरों से एक साथ यही अभ्यास कर लें। 3-3 बार करने के बाद नाभि सेट हो जाएगी।
  3. सीधा (चित्त) सुलाकर उसकी नाभि के चारों ओर सूखे आँवले का आटा बनाकर उसमें अदरक का रस मिलाकर बाँध दें एवं उसे दो घण्टे चित्त ही सुलाकर रखें। दिन में दो बार यह प्रयोग करने से नाभि अपने स्थान पर आ जाती है हैं।

18 प्रकार के कोढ़ और 80 प्रकार के वात रोग कोढ़ , सफेद दाग, लकवा, मोटापा और नेत्र रोगों का काल

नाभि सेट करके पाँव के अंगूठों में चांदी की कड़ी भी पहनाई जाती हैं, जिस से भविष्य में नाभि टलने का खतरा कम हो जाता हैं। अक्सर पुराने बुजुर्ग लोग धागा भी बाँध देते हैं।

नाभि के टलने पर और दर्द होने पर 20 ग्राम सोंफ, गुड समभाग के साथ मिलाकर प्रात: खाली पेट खायें। अपने स्थान से हटी हुई नाभि ठीक होगी। और भविष्य में नाभि टलने की समस्या नहीं होगी।

 

48 comments

  1. Neelesh Kumar rathi

    Nice information sir thanks

  2. very beneficial to all

  3. CA Narendra Prajapati

    Very great Sir

  4. very useful

  5. बहुत अच्छी जानकारी है सर धन्यवाद्।

  6. Meri nabhi 15 sal se tali hui he,
    Koi ilaj Nai he

  7. जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद

  8. Very useful information

  9. Very very useful

  10. Very useful

  11. जानकारी के िलए धनवाद

  12. This problem generally occurs in summer so exercise so good formulae

  13. Thanks sir it is very beneficia for mej

  14. विनोदकुमार

    कया आपके पास फीलपावं की कोई दवा है

  15. thanks sir meri nabhi bahut utrti h

  16. I like this page

  17. नमस्ते!
    क्या लम्बी दौड़ करने से नाभि टालना संभव है? जबसे मैंने लाबी दौड़ लगाना शुरू किया है तबसे मुझे कब्स कि समस्या होने लगी है
    मैंने यह प्रशन कई और जगह भी पूंछा है
    कृपया उत्तर दें

    • दौड़ करते समय अगर पैर ऊपर नीचे रखा गया हो तो ये संभव है… आप इसके लिए पहले अपनी नाभि कि जांच करवाए. और उसके बाद अपने पाँव के अंगूठे में काला धागा बंधवा लीजिये. .जिस से नाभ टालना बंद हो जाएगी..

  18. How to check its at right place, Please tell us

  19. ss67447 @gmail. com

    Bahut acchi Jankary thanks

  20. Hlo sir i have this problem since last 6-7 years it always in upper left side
    I have tried many solutions but it still didn’t cure i also have swelling in my stomach under the lungs
    Please help me how can i cure it

  21. मुझे गर्मी मै हाथ एवं पेरो मै दाने हो जाते जिसमे खुजली होती है पानी आ जाता कुछ भी दवा करो ठीक नहीं होती गर्म पानी से आराम मिलता है क्या करू

  22. Navi ki am bimari haih. Muje b haih. Thsnks

  23. sir nabhi tel gyi h eska pta kaisa chalega.

  24. Yaar Manu v dharn ke problem hai ,koi tu ileajj huga

  25. बहुत अच्छे घरेलू इलाज आप बताते हैं। धन्यवाद।

  26. sir meri age 19years old meri nabhi 3 shaal se uper chad rahi h please koi upchar btaiye

  27. 13 saal se nabhi khiski hui hai bangalore ke bade se bade doctor like dr parveen mathew ko dikhaya phir bhi chain nahin mila laakhon rupaye kharch kar diye saali nabhi hai ki apni jagah par aati hi nahin dr bole ki aise koi bimari nahin hai allopathy main ab doctor ko kaise samajaaye ki naabhi talti hai meri haalat bahut kharaab hai koi upae btaain plzzzzzzzzzzzzzzz help me out m in big problem thanx

  28. नाभि स्पंदन से रोग निदान एक प्राचीन उपचार विधि है इसे चाइनीज व जापान में ची नी शाँग के नाम से जाना जाता है । हमारे यहां नाभि चिकित्सा के नाम से यह उपचार विधि प्रचलित है इसके बहुत ही कारगर परिणाम मिलते हैं । इस उपचार विधि हो आप घर बैठे निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं इसका मेल एड्रेस वसाई हम नीचे लिख रहे हैं जरूरतमंद इससे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं । http:// battely2.blogspot.com
    [email protected]

  29. Krishn singh chandel

    नाभि चिकित्सा एक प्राचीन चिकित्सा है इससे सभी प्रकार की बीमारियों का उपचार बिना किसी दवा दारु पी किया जा सकता है l

  30. Jis kisi ko bi nabhi ki problem h sampark kr btaueye unko hm shi kre

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

DMCA.com Protection Status