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भागदौड़ भरी ज़िंदगी में सदा फिट रहने के तरीके।

भागदौड़ भरी ज़िंदगी में सदा फिट रहने के तरीके।

आज सब लोग फिट रहना चाहते हैं, लेकिन आज कल करते करते अपनी फिटनेस पर ध्यान नहीं दे पाते। इसके लिए ज़रूरी है जीवन शैली में थोड़ा सा बदलाव लाने की। अपनी दिनचर्या में थोड़ा सा बदलाव करने से आप अपने शरीर को फिट रख सकते हैं, आज हम ऐसे ही कुछ तरीके आपको बताने जा रहे हैं, जिनको अपनाकर आप हमेशा फिट रह सकते हैं।

1. लक्ष्य निर्धारित करें

पहले सुनिश्चित करें कि आपकी कद-काठी के मुताबिक आपका आइडियल वजन कितना होना चाहिए। फिर यह देखें कि उससे आपका कितना वजन अधिक या कम है। उसके बाद लक्ष्य निर्धारित करें कि आपको कितना वजन कम करना है या बढ़ाना है। वजन पर नियंत्रण बरतने का कार्यक्रम निर्धारित करें। यह दैनिक, साप्ताहिक या मासिक भले ही हो सकता है, लेकिन जब से कार्यक्रम अपनाएं, नियम बना लें कि उसी के अनुरूप आप कार्य करेंगी।

2. दोस्तों को शामिल करें

इसके लिए सबसे पहले ट्रेनिंग एक्सपर्ट को तलाशें और ध्यान दें कि आपके लिए किस प्रकार का वर्कआउट या एक्सरसाइ़ज सही रहेगा। फिर अपने दोस्तों को भी बताएं कि फिटनेस के लिए एक्सरसाइ़ज बेहद उपयोगी है इसलिए वे भी आपके साथ जिम, क्लब या योग क्लासेस जॉइन करें। सबके साथ में मिलकर ऐसा करने से आपको अच्छा भी लगेगा और ऐसा करने वाले सभी एक-दूसरे को प्रेरणा देने के साथ एनर्जी से भरे रहेंगे।

3. खुद को सराहें

अगर अपना कोई भी लक्ष्य या उद्देश्य पूरा कर लेती हैं तो खुद को सराहें ज़रूर। ऐसा करने से आपको अपने अन्य लक्ष्य पूरे करने में सहायता मिलेगी। जब आपके लगने लगेगा कि आपने ह़फ्ते भर में एक किलो वजन घटा लिया है तो वह आंतरिक खुशी आपको अगले ह़फ्ते भी वजन घटाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रेरित करती रहेगी।

4. चुनौती समझें

वजन घटाने का लक्ष्य कभी-कभी आपको तनाव या कुंठा में डाल देता है। जब आप दूसरे से ये सुनती हैं कि उसने कितनी जल्दी अपने वजन पर काबू पा लिया, तो आपको भी चिंता हो जाती है। वजन पर नियंत्रण करने के लक्ष्य को एक चुनौती की तरह स्वीकारें। यह चुनौती आपको शारीरिक रूप से फिट होने के लिए प्रेरित करेगी।

5. विभिन्नता लाएं

एक ही प्रकार की एक्सरसाइ़ज और डाइट रुटीन से बोर न हों। अलग-अलग प्रकार की एक्सरसाइ़ज अपनी ज़रूरत के मुताबिक करें। जैसे एक 30-40 मिनट तक ह़फ्ते टहलें या ब्रिस्क वाक करें तो दूसरे सप्ताह में कार्डियोवैसकुलर या वेट ट्रेनिंग करें। सि़र्फ वजन घटाने वाली ही एक्सरसाइ़ज न करें, जिससे आपको अच्छा लगे, आराम मिले और आपका स्वास्थ्य भी उत्तम रहे, वह करें। इस तरह आप एक ही जैसी एक्सरसाइ़ज से बोर नहीं होने पाएंगी। आप चाहें तो हर महीने एक नई एक्टिविटी कर सकती हैं।

6. परिणाम का विश्लेषण करें

अपनी प्रगति पर ध्यान दें। देखें कि पहले सप्ताह में आपने वजन जितना कम करने का लक्ष्य निर्धारित किया था, वह पूरा हुआ या नहीं। अगर हो गया तो बहुत अच्छी बात है, आगे भी इसी तरह आपका लक्ष्य पूरा होता रहे इसके लिए प्रयत्नशील रहें। लेकिन अगर आपका लक्ष्य पूरा नहीं पाया है तो ध्यान दें कि किन कारणों से ऐसा हुआ और दोबारा न ऐसा हो, इसकी योजना बनाएं। अपना वजन चेक करें। लेकिन हर रो़ज अपना वजन जांचने की कोई आवश्यकता नहीं है। महीने के एक बार ज़रूर वजन देखें। इससे आपको अपना लक्ष्य पूरा करने में मदद मिलेगी।

7. सेहत की भी रखें खयाल

हम सभी पर्फेक्ट बॉडी तो बनाना चाहते हैं लेकिन ये भूल जाते हैं कि ऐसा बरसों तक रहे तभी आपको लाभ मिलेगा। कहने का तात्पर्य यह है कि जब वजन कम करने का एक बार लक्ष्य पूरा हो जाता है तो अकसर आप सुस्त हो जाती हैं। सोचती हैं कि अब तो वजन संतुलित हो गया, अब नियमित व्यायाम करने की कोई जरूरत नहीं है। यह सोचना गलत है। आपका वजन हमेशा संतुलित और नियंत्रण में रहे, इसके लिए आवश्यक है कि आप नियमित वर्कआउट करें। घंटों और बेहद कठिन एक्सरसाइ़ज करने की कोई आवश्यकता नहीं है। बस, आपको यह ध्यान रखना है कि एक बार वजन पर काबू पा लिया तो वह आगे न बढ़ने पाए। अगर आपका स्वास्थ्य खराब है तो बिना विशेषज्ञ की सलाह के एक्सरसाइ़ज न करें। जब डॉक्टर आपको एक्सरसाइ़ज करने की अनुमति दे, तभी करें।

8. मौज-मस्ती भी है ज़रूरी

अगर आप किसी काम को खुश होकर पूरा नहीं करती हैं तो उसमें रुचि लें और मौज-मस्ती के साथ उसको संपन्न करें। बहुत सारी ऐसी एक्सरसाइ़ज हैं जिसे करके आप खुश हो सकती हैं और इंजॉय भी कर सकती हैं। मसलन स्किपिंग, जंपिंग, एरोबिक्स आदि। आपको जो भी पसंद हो करें। नृत्य भी एक अच्छी एक्सरसाइ़ज है।

9. आदत बना लें

एक्सरसाइ़ज को अपनी आदत बना लें, ताकि आप जब भी ़खाली हों तो आपका मूड वर्कआउट करने का बन जाए। आपको यह बोझ न लगे। ध्यान रखें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का लेखा-जोखा जरूर बनाएं, ताकि आप उससे मोटिवेट भी हों और दूसरों को भी अपने प्रगति का विस्तार से विवरण दे सकें।

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