अपने व्यक्तित्व को भीड़ से अलग बनायें ये घरेलु नुस्खे अपनाकर.
Personality Development karne ke gharelu nuskhe.
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे आसान से घरेलू नुस्खे जो आपकी Personality को निखार कर आपके शरीर को सुन्दर आकर्षक और ताकतवर बना देंगे। और थोड़े से दिनों में आपके व्यक्तित्व में ग़ज़ब का निखार आ जायेगा।
- रोजाना आंवले का मुरब्बा खाएं। आंवला जिस भी रूप में खाया जाए इस से शरीर और मानसिक दोनों का विकास होता है. और शरीर रोग मुक्त रहता है.
- केला शक्ति बढ़ाने वाला फल है। केले खाएं और संभव हो तो केले खाने के बाद गर्म दूध पियें, केले को शेक बना कर मत पियें।
- असगंध का चूर्ण व बिदारीकंद को 100-100 ग्राम की मात्रा में लेकर बारीक चूर्ण बना लें। इसमें से आधा चम्मच चूर्ण दूध के साथ सुबह और शाम लेना चाहिए। यह मिश्रण कमजोरी दूर कर शरीर को ताकत देता है।
- अनार के छिलकों को सुखाकर पीस लें। रोजाना सुबह और शाम एक चम्मच चूर्ण खाएं। कमजोरी की समस्या से राहत मिलेगी।
- 100 ग्राम अजवायन को सफेद प्याज के रस में भिगोकर सुखा लें। सूखने के बाद उसे फिर से प्याज के रस में गीला करके सुखा लें। इस तरह से तीन बार करें। उसके बाद इसे कूटकर किसी बोतल में भरकर रख लें। आधा चम्मच चूर्ण को एक चम्मच पिसी हुई मिश्री के साथ मिलाकर खाएं। फिर हल्का गर्म दूध पी लें। करीब-करीब एक महीने तक इस मिश्रण का उपयोग करें।
- रोज रात को सोने से पहले लहसुन की दो कलियां निगल लें। इसके बाद थोड़ा-सा पानी पिएं। आंवले के चूर्ण में मिश्री पीसकर मिलाएं। रात को सोने से पहले करीब एक चम्मच चूर्ण का सेवन करें।
- चार-पांच छुहारे, दो-तीन काजू व दो बादाम को 300 ग्राम दूध में खूब अच्छी तरह से उबालकर और पकाकर दो चम्मच मिश्री मिलाकर रोजाना रात को सोते समय लेना चाहिए।
- धाय के फूल, मुलेठी, नागकेशर, बबूलफली बराबर मात्रा में लेकर इसमें आधी मात्रा में मिश्री मिलाकर पीस लें। इस चूर्ण का 5-5 ग्राम की मात्रा में सेवन लगातार एक माह तक करें। इससे कमजोरी में बहुत जल्दी लाभ मिलता है।
- 1 चम्मच शहद में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर रोजाना सुबह खाली पेट सेवन करना चाहिए।
- पुनर्नवा की जड़ों का रस (2 चम्मच) दो से तीन माह तक लगातार दूध के साथ सेवन करने से बूढ़ा व्यक्ति भी युवा की तरह महसूस करने लगता है।
- 100 ग्राम कौंच के बीज और 100 ग्राम तालमखाना को कूट-पीसकर चूर्ण बना लें। फिर इसमें 200 ग्राम मिश्री पीसकर मिला लें। हल्के गर्म दूध में आधा चम्मच चूर्ण मिलाकर पीना चाहिए।