प्रिय दोस्तों वैसे हमने आपको खूनी बवासीर के लिए एक प्रयोग पहले भी बताया हुआ है जिस से एक ही दिन में कैसा भी शरीर के अन्दर खून निकलता हो उसमे अत्यधिक लाभ होता है, आज हम उसी कड़ी में एक प्रयोग आपको बताने जा रहें हैं जो है अखरोट से, अखरोट का जो छिलका होता है, जिसके अन्दर अखरोट की गिरी निकलती है, उसके इस्तेमाल से आप मल में खून निकलने की समस्या जिसको हम खूनी बवासीर या रक्तार्श कहते हैं से छुटकारा पाया जा सकता है. तो आइये जाने ये बेहद सरल और बेहद उपयोगी प्रयोग.
बवासीर क दर्द. (BAWASIR KA DARD)
अगर बवासीर के कारण अत्यंत तेज़ दर्द हो तो अखरोट का तेल गुदा में पिचकारी की सहायता से डालें. ऐसा करने से गुदा के अन्दर हो रहा दर्द शांत होता है.
रक्तार्श अर्थात खूनी बवासीर (KHUNI BAWASIR KA ILAJ)
अगर बवासीर में ख़ून निकलता हो तो अखरोट की छाल जिस के अन्दर अखरोट की गिरी होती है. जैसा यहाँ चित्र में दिखाया गया है, इसको जलाकर इसको भस्म कर लीजिये, इस भस्म को प्रातः मट्ठे के साथ और शाम को पानी के साथ लीजिये. इसका असर पहले ही दिन से दिखेगा. ज़रूरत होने पर इसको दो या तीन दिन तक ही करें.
मट्ठा बनाने की विधि (MATTHA BANANE KI VIDHI)
दही में बिना पानी मिलाए अच्छी तरह से मथ कर थोडा मक्खन निकालने के बाद जो अंश बचता है उसे मट्ठा कहते है, ये वात एवं पित्त दोनो का परम शत्रु है
आखिर क्यों होता है ऐसा ?
अखरोट में प्रोटोकैटेचुइक एसिड पाया जाता है, जो Anti fibrinolytic है अर्थात ये शरीर के अन्दर होने वाले किसी भी रक्तस्त्राव को रोक देता है. और दूसरा इसमें विटामिन सी पाया जाता है जो रक्त वाहिनियों की फ्लेक्सिबिलिटी को बनाये रखता है और उनमे होने वाली किसी भी प्रकार की टूट फूट या Injury को ठीक करने का काम करता है. तीसरा इसमें सैलीसिलिक एसिड पाया जाता है, जो के दर्द से राहत दिलाने में बेहद कारगर है. Asprin जो के दर्द की एक बहुत मशहूर दवा है वो भी इसी अम्ल का ही एक रूप है.चौथे नंबर पर इसमें स्टिग्मास्टेरोल पाया जाता है जो के Phayto Sterol है, जो के सूजन में काफी काम करता है.
[ये भी ज़रूर पढ़ें – नारियल की जटा से बवासीर का इलाज]