बहु मूत्र (पोलियुरिया) अधिक मात्रा में पेशाब आना बीमारी में अनुभूत नुस्खे |
परिचय –
बहुमूत्र के दो अर्थ हे -बहुत समय तक थोडा -थोडा पेशाब उतरते रहना अथवा अधिक मात्रा में पेशाब का बार -बार
होना .
बहुमूत्र — थोड़ी -थोड़ी देर बाद पेशाब आना .हर बार इतना पेशाब आना ,जितना आधा घंटा या 15-20 मिनट पहले
आया था .ऐसे रोगी को वीर्यदोष के कारण पेशाब में जलन के साथ रुक-रुक कर पेशाब आता है .
बहुमूत्र — बार -बार 15-15 मिनट पर पेशाब आना ,इसमें पेशाब तो बार-बार आता है परन्तु बहुत कम मात्रा में .
1 -रोग ;- बहुमूत्र -मसाने की कमजोरी –
दवा —- निओ वटी (चरक) 1 गोली माजून फिलासफा (हमदर्द) आधी चम्मच सुबह शाम ले ,पहले गोली दूध के
साथ निगल ले o उसके तुरंत बाद माजून फिलासफा को चाटकर गाय का दूध पिए .
2 -रोग ;- बार -बार 10- 15 मिनट से पेशाब आना –
दवा —- चन्द्रप्रभा वटी 2 गोली ,चन्दन आसव या सरिवाझासव 6 ढक्कन ,बराबर पानी मिलाकर उसके साथ दे .
3-रोग ;-नींद में पेशाब निकलना (बिस्तर पे पेशाब निकलना )-
दवा —- आम की गुठली या जामुन की गुठली का चूर्ण आधी -आधी चम्मच शाम 6 बजे व रात 8 बजे ले .रात को
कम पेशाब आएगा .
दवा —- एक मुनक्का लेकर उसके बीज निकाल दे ,उसमे एक नग कालीमिर्च रख दे ,सुबह शाम ऐसी 1-1 मुनक्का
खाकर ऊपर से पानी पिए ,बहुत जल्दी लाभ होगा .
4-रोग ;- बार -बार पेशाब आना –
दवा —- हेमनाथ रस 1 गोली ,अमर्तारिष्ट 3-3 ढक्कन बराबर का पानी मिलाकर उसके साथ दे .
5-रोग ;-बहु मूत्रता (वायु के कारण )
दवा —- श्रंग भस्म 4 रती शहद के साथ दे लाभ हो जायेगा .
6-रोग ;- मुत्रातिसार (आधे -आधे घंटे बाद पेशाब आना )-
दवा —- बला (खंरेटि) के 10 -12 पत्ते की चटनी बना 2 काली मिर्च मिला रोगी को सुबह -शाम पानी संग दे .
पहली खुराक से असर शुरू होगा ,2-3 दिनों में रोगी बिल्कुल ठीक हो जायेगा .
7-रोग ;- बार -बार मूत्र आना –
दवा —- प्रवाल पंचाम्रत रस या वंग भस्म 1-2 रती शहद से दे .
दवा —- बायबिडंग पाउडर 50 ग्राम ,काला नमक 20 ग्राम ले .दोनों को मिलाकर कूट -पिस चूर्ण बनाकर रखे
2 ग्राम की मात्रा में यह चूर्ण दिन में 3 बार ले .सुबह खाली पेट ,दोपहर खाने के बाद ,रात को खाने के बाद
गर्म पानी से दे 7-8 दिनों में पूर्ण लाभ हो जायेगा .
8 -रोग ;- पेशाब करने के बाद भी बूंद -बूंद पेशाब टपकता रहे –
दवा —- गाय या भेंस का कच्चा दूध 100 ml लेकर 150 ग्राम पानी मिला कर इसे दो बर्तनों में कम से कम सों
बार फेटने के बाद रोगी को खड़े -खड़े पिला दे .इसमें थोडा सा गुड अवश्य मिला दे .गुड अधिक ना हो
आधे -एक घंटे बाद ही पेशाब खुलकर आएगा .
दवा —- गोखरू पंचाग व तिल बराबर -बराबर मिलाकर रख ले यह 10 ग्राम चूर्ण 200 ग्राम पानी में उबाले 50
ग्राम शेष रहने पर ठंठा होने और छानकर रोगी को पिला दे .कुछ दिनों में ठीक हो जायेगा .
दवा —- छोटी पीपल 2 दाने तथा चीनी 1 चम्मच दोनों को मुख में रख चबा ले तथा निगल ले और ऊपर से पानी
जितनी इच्छा हो उतना पी ले -10 -15 मिनट में पेशाब उतर जायेगा और जलन भी तुरंत मिट जाएगी .
दवा —- काली जीरी ,आंवला ,काले तिल तीनो बराबर लेकर कूट पिस चूर्ण बना ले यह चूर्ण आधा चम्मच तथा
निओ टेबलेट 2 गोली सुबह शाम ताजा पानी संग दे .
दवा —- अमर्तारिष्ट बहुमूत्र रोग को जड से मिटा देती है