यह साधारण खांसी नहीं है | यह फेफड़ों से जुड़ी श्वास नली में सूजन Bronchitis आने से होती है | यह दो प्रकार की होती है-प्रचण्ड ब्रोंकाइटिस तथा पुरानी ब्रोंकाइटिस |
प्रचण्ड ब्रोंकाइटिस
यह वायरस या जीवाणुओं से होती है | श्वास नलिका में सूजन Bronchitis आ जाती है | बलगम अधिक मात्रा में बनने लगता है |
लक्षण
सांस लेने में कठिनाई Bronchitis होती है तथा सीटी बजने की-सी आवाज आती है | बुखार भी आ जाता है | उपचार करने पर यह 7 से 21 दिनों में ठीक हो जाती है |
पुरानी ब्रोंकाइटिस Chronic Bronchitis
पुरानी ब्रोंकाइटिस Chronic Bronchitis भयंकर बीमारी है | यह प्रायः धूम्रपान करने वालों को होती है | बार-बार संक्रमण होने से श्वास नली मोटी हो जाती है और उसमें अवरोध उत्पन्न हो जाता है | सर्दी-जुकाम में यह अत्यन्त कष्टदायक होती है |
कारण
इसका मुख्य कारण धूम्रपान है | अत्यधिक धूम्रपान करने वालों को भी यह रोग सकता है |
लक्षण
प्रात:काल खांसी का जोरदार दौरा आरम्भ होता है, बलगम आता है | दिल का दौरा पड़ने की संभावना भी हो जाती है |
उपचार Chronic Bronchitis Treatment
1. हरेक प्रकार की खांसी और ब्रोंकाइटिस Bronchitis के इलाज के लिए आवश्यक है कि धूम्रपान बिल्कुल बन्द कर दिया जाए |
2. सहजन के पत्तों का सूप बनाकर पीने से श्वास से संबंधित दमा, ब्रोंकाइटिस और तपेदिक आदि रोगों में लाभ होता है |
3. लहसुन की 3-4तुरियां दूध में उबालकर रात को सोते समय पीने से श्वास नली को आराम मिलता है |
4. अदरक के एक चम्मच रस में, मेथी का एक कप काढ़ा बनाकर और उसमें शहद मिलाकर पीने से श्वास संबंधी सभी रोगों में लाभ होता है | ब्रोंकाइटिस तथा कुकर खांसी में बलगम आसानी से निकलने लगता है |
5. लौंग के तेल की चार-पांच बूंदें शहद में मिलाकर लहसुन की एक तुरी के साथ चबाकर खाने और ऊपर से थोड़ा-सा गरम पानी पीने से ब्रोंकाइटिस में लाभ होता है | इसे रात्रि में सोने से पूर्व दिन में एक बार लेना काफी रहता है | पांच-छह लौंग पानी में उबालकर, थोड़ा शहद मिलाकर, एक-डेढ़ चम्मच की मात्रा में दिन में तीन बार लेने से बलगम आसानी से निकलता है | इससे ब्रोंकाइटिस के रोगियों को बहुत लाभ होता है |
6. तीन ग्राम तुलसी के पत्तों के रस में, छह ग्राम मिश्री और तीन-चार कालीमिर्च मिलाकर प्रयोग करने से छाती की जकड़न दूर होती है और खांसी में लाभ होता है |