विवाहित पुरुषों के लिए वरदान है गाजर।
सदा काम करते रहने से शारीर क्षीण होता रहता है, इस क्षीणता कि पूर्ति गाजर में निहित तत्वों से पूरी हो जाती है, और रोग अनायास ही दूर हो जाते हैं, गाजर का रस पाचन संस्थान को मज़बूत बनाता है, मल में दुर्गन्ध और विषैले जीवाणुओं को नष्ट करता है।
गाजर के गूदे में सख्त लम्बी ककड़ी होती है, जिसे गाजर कि हड्डी भी कहते है, इसमें बीटा कैरोटिन नामक औषधीय तत्व पाया जाता है, यह कैंसर पर नियंत्रण करने में बहुत उपयोगी है, लम्बी बीमारी भोगने के बाद उसकी क्षतिपूर्ति करने में गाजर का रस बहुत ही प्रभावकारी है, इससे रोगी चुस्त, ताजगी से भरपूर और शक्तिशाली बनता है।
गाजर में दूध के समान गुण पाए जाते हैं, दूध ना मिलने पर गाजर का रस नित्य पीकर दूध कि कमी और दूध से मिलने वाले पोषक तत्व प्राप्त किये जा सकते हैं।
विवाहित पुरुषों के लिए वरदान है गाजर।
गाजर पुरुषों के लिए वरदान है, यह वीर्यवर्धक है, गाजर पौरुष शक्ति को बढ़ाती है तथा वीर्य को गाढ़ा करता है, गाजर सर्दी के मौसम में आती है, सर्दियों में यह पुरुषों के लिए प्रकृति का विशेष उपहार है. आज कल तो हर मौसम में ही सब्जियों को प्राप्त किया जा सकता है. दम्पति के मिलन के लिए सर्दी का मौसम ही सबसे सुहावना होता है, गाजर का नित्य सेवन करने से आप विवाहित जीवन के आनंद को अच्छे से भोग सकते है. कुल मिलाकर गाजर नपुंसकता, सम्भोग के समय बढाने से लेकर वीर्य और शुक्राणुओं को बढाने में बहुत ही कारगर है। आइये जाने पुरुषों के लिए गाजर के शक्ति और वीर्य वर्धक प्रयोग।
1. गाजर के रस में शहद मिला कर पीने से यौन शक्ति बढती है, वीर्य गाढ़ा हो कर शुक्राणु सशक्त हो जाते हैं, इसे नित्य खाने से शारीर स्वस्थ रहता है।
2. गाजर के छोटे छोटे टुकड़े १५० ग्राम, तीन कली लहसुन, पांच लौंग लेकर सबकी चटनी बना कर नित्य सुबह एक बार ज़रूर खाएं।
3. गाजर और आंवले के मिश्रित रस में काला नमक मिला कर नित्य पियें. इससे पेशाब के साथ धात गिरने कि समस्या समाप्त होती है।
4. गाजर कद्दूकस कर के नित्य दूध के साथ लेने से पौरुष शक्ति बढती है, गाजर का हलवा भी बना कर खाया जा सकता है।
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