Veery Gaadha karne ke liye ajwayan aur imli.
नमस्कार दोस्तों आज हम आपको बताने जा रहें है एक ऐसा प्रयोग जो शुक्रा*णुओं को बढाने और पौरुषत्व बढाने के लिए बेहद असरकारक है, इस प्रयोग के बारे में कह सकते हैं के ये प्रयोग 15 से 50 दिन करने से आपकी शुक्राणुओं की जनसँख्या चीन की जनसँख्या के जैसे बढ़ सकती है. और आज भी ये प्रयोग आदिवासी लोग बेहद सफलता पूर्वक आजमाते है. यह प्रयोग इतना सरल है के इसके लिए जो भी ज़रूरी सामान है वो आपको आपकी रसोई में ही मिल जाएगा. तो आइये इस प्रयोग के बारे में.
पहले तो जानते हैं इस प्रयोग के लिए ज़रूरी सामान.
अजवायन – 100 ग्राम.
इमली के बीज – 100 ग्राम.
गुड – 100 ग्राम.
देसी घी – 100 ग्राम. (अगर गाय का हो तो अति उत्तम)
कैसे बनाये ये विशेष नुस्खा
बनाने की विधि.
सबसे पहले आप इमली से इमली के बीजों को अलग कर लीजिये, वैसे ये बाज़ार में पहले से अलग किये हुए मिलते हैं. इनको इमले के चीयें भी बोलते हैं. उसके बाद इन बीजों को तवे पर सेक कर इन से गिरी निकाल लीजिये, बाद में इसकी गिरी को कूटकर इसका चूर्ण बना लीजिये.
अभी एक कडाही को धीमी आग पर रख दीजिये, इसमें पहले देसी घी डाल लीजिये, जैसे देसी घी थोडा गर्म हो तो इसमें पहले गुड डालिए, उसके बाद में अजवायन डालिए और फिर उसके बाद में इमली के बीजों का चूर्ण. अभी इसको धीरे धीरे हिलाते रहें नहीं तो ये जल जायेंगे. इसलिए इस काम के लिए घर में गृहणी की मदद लीजिये. अभी ये गजक की तरह से तैयार हो जायेंगे. बस तैयार हो गयी आपकी शुक्रा*णुओं को बढ़ा कर आपकी मर्दानगी को बढाने वाली, शी*घ्रप*तन, वी*र्ये के पतले पन को दूर करने वाली बेहद असरकारक दवा.
कैसे करें इसका सेवन.
रोज़ 1/4 (एक चौथाई) चम्मच ये दवा गुड के साथ नित्य दूध से दिन में दो बार सुबह और रात को सोते समय इसको खाएं। 15 से 50 दिन के सेवन काल में शी*घ्र प*तन दूर होगा, वी*र्य गाढ़ा हो जायेगा, शु*क्राणुओं की जनसंख्या बढ़ कर चीन जैसी हो जाएगी।
ये मिश्रण पौरुषत्व बढ़ाने के साथ-साथ शु*क्रा*णुओं की संख्या बढ़ाने के साथ साथ स्त्रियों में ग*र्भ धारण के बाद आई हुयी कमजोरी को दूर करने के लिए भी बेहद असरकारक है.
श्री कामदेव रस – कामी पुरुषों का अमृत – स्त्री के गर्व को हरने वाला कामिनी गर्वहारी रस
श्री कामदेव रस – कामी पुरुषों के लिए अमृत – स्त्री के गर्व को हरने वाला कामिनी गर्वहारी रस
श्री कामदेव रस – जिस पुरुष के पास प्यारी और सुंदर स्त्री होने के बावजूद भी वो मैथुन ना कर सके, अगर मैथुन की चेष्टा करे भी और पास जाते ही पसीने पसीने हो जाए, इच्छा पूरी ना हो पाए, हांफने लगे, लिंग ढीला हो जाए, और वीर्य पहले ही निकल जाए वह व्यक्ति नपुंसक या नामर्द कहलाता है. शादी ब्याह में लाखों करोड़ों खर्च करने के साथ में आजीवन वाजीकरण औषधियों का इस्तेमाल करें, अन्यथा शादी में लगायें हुए पैसे भी बर्बाद हो जायेंगे.
जब तक गृहस्थी जीवन है तब तक व्यक्ति मैथुन करेगा, अगर मैथुन के समय पुरुष स्त्री को संतुष्ट ना करवा सके तो ऐसा पुरुष स्त्री के नज़रों से गिर जाता है. आजकल के माहौल में ना तो कोई पुरुष वाजीकरण औषधियां सेवन करता है और ना ही उसके द्वारा खाए जाना वाला भोजन इतना गुणकारी है के उसके शरीर में वीर्य के भण्डार को भर पाए.
स्त्री के स्खलित होने के बाद ही पुरुष का स्खलित होना यही पुरुष का धर्म है, जो पुरुष स्त्री को स्खलित नहीं कर सकता, वो स्त्री को खुश नहीं कर सकता, ऐसे ही लोगों की औरतें अपना दिल खुश करने दुसरे पुरुषों की चाहना करने लगती है.
वीर्य का महत्व
साद्रक्तं ततो मांसं मांसान्मेदः प्रजायते।
मेदस्यास्थिः ततो मज्जा मज्जायाः शुक्र संभवः।।
अर्थात जो भोजन पचता है, उसका पहले रस बनता है। पाँच दिन तक उसका पाचन होकर रक्त बनता है। पाँच दिन बाद रक्त से मांस, उसमें से 5-5 दिन के अंतर से मेद, मेद से हड्डी, हड्डी से मज्जा और मज्जा से अंत में वीर्य बनता है। स्त्री में जो यह धातु बनती है उसे ‘रज’ कहते हैं। इस प्रकार वीर्य बनने में करीब 30 दिन व 4 घण्टे लग जाते हैं। वैज्ञानिक बताते हैं कि 32 किलो भोजन से 800 ग्राम रक्त बनता है और 800 ग्राम रक्त से लगभग 20 ग्राम वीर्य बनता है।
जो लोग मैथुन तो दिन रात करते हैं, पर शक्ति वर्धक, धातु पौष्टिक, वाजीकरण पदार्थों का सेवन करने की जगह गर्म चीजों का सेवन करते हैं, उनका वीर्य भण्डार तो कम होता ही है, अपितु नवीन वीर्य नहीं बन पाता, ऐसे लोगों का गृहस्थी जीवन बहुत जल्दी ख़राब हो जाता है. आयुर्वेद में 80 साल की आयु में वीर्य का बनना बंद होना लिखा गया है, मगर आजीवन जीवन शैली में तो लोगों को इतनी आयु ही भोगने को मिल जाए वो ही काफी है, आज 60 वर्ष की औसत बिमारियों से घिरी हुई आयु में 30 साल का नौजवान भी वीर्य की कमी से जूझ रहा है.
वीर्य बढाने का महत्व
लोग शादी में तो लाखों खर्च कर लेते हैं, मगर जिस वीर्य से शादी और गृहस्थी जीवन का आनन्द है उसके लिए कोई प्रयास नहीं करते. जिस तरह शरीर में वीर्य की कमी के कारण पुरुष नामर्द हो जाता है, उसी प्रकार वीर्य में विकार या दोष होने पर भी नामर्दी होती है. ऐसे नामर्द का वीर्य एकदम पानी की तरह पतला होता है.
जिस शरीर से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है, उस शरीर की रक्षा की कोई प्रयास नहीं कर रहा, लोग जाने अनजाने में नाना प्रकार के प्रकृति विरुद्ध, नियम विरुद्ध या शास्त्र विरुद्ध कर्म करके, अपने शरीर, पुंसत्व, अपने वीर्य का नाश कर रहें हैं. सृष्टि के नियम के विरुद्ध हस्त मैथुन का प्रचलन बढ़ रहा है, गुदा मैथुन, अयोनि मैथुन और मुख मैथुन भी तेज़ी से बढ़ रहा है, इन्ही कुकर्मो के कारण से ही आज प्रायः 75 फीसदी भारतीय पुरुष बल वीर्यविहीन नपुंसक हो रहें हैं.
जिस तरह कीड़े मकोड़ों का खाया हुआ, आग से जला हुआ, काला और जलसे दूषित हुआ बीज हरा नहीं होता, उसी तरह दूषित वीर्य से गर्भ नहीं ठहरता, और अगर रह भी जाए तो संतान रोगी हो कर अल्पायु होती है. जिस प्रकार से अच्छी ज़मीन और उत्तम बीज से उत्तम फल देने वाला वृक्ष लगता है, उसी तरह उत्तम और शुद्ध रज वीर्य से उत्तम संतान होती है, दूषित रज वीर्य से दूषित या ख़राब औलाद होती है.
वीर्य बढाने वाली चीजें.
- वीर्य बढाने के लिए दूध, घी, रबड़ी, मोहनभोग, उडद की दाल के लड्डू, उडद की खीर, आम्रपाक, असगंध पाक, गोखरू पाक, बादाम का हलवा, मलाई का हलवा, मूसली पाक इत्यादि का सेवन करना चाहिए.
- पका मीठा आम, दूध मिला हुआ आमरस, पका केला, नारियल की गिरी, कच्चे नारियल का पानी, पके अंगूर, दाख, खजूर, बादाम, सेब, नाशपाती, खरबूजा, पका हुआ ताडफल, मीठा बेर, चिरौंजी, खिरनी, सिंघाड़ा, फालसा, मीठा अनार, इत्यादि.
- दालचीनी, तेजपात, इलायची, काली मिर्च, प्याज, घी, शहद, मूंग और चावल की खिचड़ी, ताज़ा जलेबी, सूजी का हलवा, पेठे की मिठाई, परवल इत्यादि.
- श्रृंगार रस की पुस्तक, गाना बजाना, बाग़ की सैर, फूलों की मालाएँ पहनना, सुगन्धित द्रव्यों का इस्तेमाल, सुंदर स्त्रियों से बात करना. चुम्बन करना इत्यादि.
मैथुन करते समय सावधानी.
मैथुन करते समय पुरुष को मन में किसी भी प्रकार का भय(पता नहीं मै कर पाउँगा या नहीं, मुझसे होगा या नहीं, पहले तो नहीं छूट जाऊंगा इत्यादि विचार), लज्जा, शोक अथवा क्रोध नहीं होना चाहिए. स्त्रियों को चाहिए के सम्भोग के बाद वो अपने पुरुषों की तारीफ करें. जिस से उनको मानसिक शक्ति मिलती है. अगर इसके विपरीत वो उनको कहेंगे के वो उनको संतुष्ट नहीं कर पाए, या “जाओ तुम तो किसी काम के नहीं” “तुमसे कुछ नहीं हो पायेगा” इत्यादि तो ऐसे में पुरुष के मन में मानसिक नपुंसकता के विचार आ जायेंगे और वो अच्छे से मैथुन नहीं कर पायेगा.
स्त्री प्रसंग करते ही शीतल जल पीना, शीतल जल से लिंगेन्द्रिय को धोना और स्नान करना हानिकारक है. प्रसंग के समय शरीर गर्म हो जाता है, उस दशा में शीतल जल या शरबत पीने से जुकाम, कंपरोग या जलोदर हो जाता है या बदन दुखने या ज्वर चढ़ जाता है.शीतल पानी से लिंग को धोने से वो निकम्मा हो जाता है. इसकी गर्मी मारी जाती है और ढीलापन हो जाता है.
रसायन और वाजीकरण
जिन औषधियों का सेवन करने से मनुष्य मृत्यु और बुढापे से बच सकता है उन्हें रसायन कहते हैं और जिन औषधियों या आहार विहार का सेवन करने से मनुष्य स्त्रियों के साथ, बिना हारे, घोड़े की तरह मैथुन कर सकता है उनको वाजीकरण कहते हैं. अतः व्यक्ति को आजीवन रसायण का सेवन करते रहना चाहिए और जब तक सम्भोग सुख भोगना चाहे तब तक वाजीकरण औषधियों का सेवन करना चाहिए.
श्री कामदेव रस क्या है – shri kamdev ras kya hai?
श्री कामदेव 33 जड़ी बूटियों को मिला कर बना गया एक बहुपयोगी दवा है, इसमें उत्तम किस्म की औषधियां जैसे अकरकरा, अश्वगंधा, केसर, जावित्री, जायफल, मालकांगनी, सफ़ेद मुस्ली, कृष्ण मुस्ली, कौंच बीज, उटंगन, शतावरी, विधारिकंद, सेमल की मूसली, कबाबचीनी, गोखरू, सालमपंजा, मकरध्वज, अभ्रक भस्म इत्यादि हैं. इसके सेवन से नपुंसक भी कामदेव के समान रतिक्रिया करेगा.
स्त्री भोग का आनंद अधिक स्तम्भन शक्ति में है, और अधिक स्तम्भन तभी हो सकता है जब के वीर्य निर्दोष, पुष्ट, बलवान और अधिक हो. इसलिए जो लोग इस आनंद को भोगना चाहते हैं वो यह कामदेव रस ज़रूर इस्तेमाल करें.
श्री कामदेव के फायदे. shri kamdev ke fayde
- श्री कामदेव के निरंतर सेवन से रति शक्ति बढ़कर पुरुष कामदेव हो जाता है. जिस प्रकार से मदोन्मत घोडा सैंकड़ों घोड़ियों पर दौड़ता है, उसी तरह कामदेव का निरंतर सेवन करने से व्यक्ति मदोन्मत होकर अच्छे से गृहस्थी भोग करता है.
- श्री कामदेव के निरंतर सेवन करने से व्यक्ति में वाजीकारक ताक़त आती है, वाजीकरण देह में अत्यंत बल पराक्रम करता है, निर्बल या कमज़ोर पुरुषों के दुःख दूर करने, उनका प्रेम निबाहने और उनके शरीर की रक्षा करता है. यह संतान पैदा करने और तत्काल आनंद देने वाला है.
- श्री कामदेव रस का सेवन करने वाले व्यक्ति की स्त्री सदैव दासी बन कर रहेगी. कभी गलती से भी दुसरे पुरुष की तरफ मुंह नहीं करेगी.
- श्री कामदेव का सेवन करने से होने वाली संतान रूपवती, बलवती और बुद्धिमती होगी.
- श्री कामदेव के सेवन करने से शरीर निरोगी रहेगा और गाहे बगाहे डॉक्टर या वैद्य का मुंह भी देखना नहीं पड़ेगा.
आपको श्री कामदेव की ज़रूरत क्यों है ? shri kamdev
- कामोत्तेजना और वीर्य बढाने के लिए..
- सम्भोग में समय बढाने और आनंद बढाने के लिए..
- अगर आपका सम्भोग समय एक मिनट तक भी नहीं रहता..
- संतान पैदा करने की शक्ति लाने के लिए…
- स्त्री को संतुष्ट और तृप्त करने के लिए..
- अगर आप मैथुन करने से पहले ही ढीले पड़ जाते हैं तो आपको कामदेव की ज़रूरत है…
- अगर आपका वीर्य पतला हो गया हो तो.
- अगर वीर्य कम हो गया हो तो..
- अगर रुकावट ना रहती हो तो..
- स्वप्न दोष होता हो तो…
- जिन लोगों में वीर्य तो बहुत है, मगर वीर्य में गर्मी अधिक होने से स्त्री की योनी देखने मात्र से वीर्य निकल जाए ऐसे रोगियों को श्री कामदेव की बहुत ज़रूरत है.
श्री कामदेव इस्तेमाल करने की विधि. Shri kamdev
अगर आपको कब्ज़ रहती हो तो यह दवा लेने से पहले कब्ज़ का यथा संभव इलाज कीजिये, अन्यथा आप जितनी भी दवा करवा लो कोई भी दवा आपके काम नहीं आएगी. जब कब्ज़ ख़त्म हो कर शरीर से सारा मल निकल जायेगा तो उसके बाद आपका लीवर बलशाली होना चाहिए, अन्यथा यह दवा आपको हज़म नहीं होगी और सब व्यर्थ चला जायेगा. इसलिए पहली बार आप श्री कामदेव के साथ में लीवर के लिए आप Only Ayurved का Liver Reactivator 15 से 20 दिन तक अवश्य पियें. सुबह खाली पेट शौच से मुक्त हो कर श्री कामदेव रस 15 ml लीजिये, और इसके 1 घंटे तक कुछ भी सेवन नहीं करें. और सुबह शाम 15 – 15 ml Liver Reactivator खाने के आधा घंटा पहले लीजिये. और पेट साफ़ करने की दवा रात्रि को सोते समय लीजिये. श्री कामदेव को रात्रि को सोने से कम से कम घंटा पहले और खाने के कम से कम एक घंटा बाद में लेना है.
नोट – अगर कमजोरी अधिक हो तो दवा सेवन करने के 5 दिन तक स्त्री संसर्ग ना करे.
दवा सेवन करते समय परहेज – shri kamdev
जिस रोगी का पित्त बढ़ा हुआ हो ऐसे कामी पुरुषों को सदैव चरपरे, खट्टे, लाल मिर्च, गरम और खारे पित्त बढाने वाले अधिक पदार्थ सेवन नहीं करने चाहिए. बढ़ा हुआ पित्त वीर्य पैदा करने वाली धातुओं को कुपित कर देता है, जिस कारण से वीर्य नहीं बन पाता. ऐसे रोगी को किसी मुर्ख की बातों में आकर कच्ची पक्की वंग भस्म, सीसा भस्म, लोहा भस्म आदि ना खाएं, अथवा तेज़ी लाने को अफीम, भांग और कुचला सेवन नहीं करना चाहिए. नशे से जल्दी चेतना तो आ जायेगा, मगर फिर जल्दी ही नामर्दी आ जाएगी.
कब तक करें श्री कामदेव रस का सेवन. shri kamdev
कामी और कमज़ोर पुरुषों को इसका सेवन 12 महीने करना चाहिए, अगर 12 महीने सेवन ना कर सकें तो उपरोक्त लिखी हुई वीर्य बढाने की चीजें निरंतर इस्तेमाल करते हुए इसको साल में कम से कम 4 महीने ज़रूर इस्तेमाल करें.
तुरंत असर के लिए क्या करें.
वैसे इस दवा से हफ्ते दस दिन में असर दिख जाता है, मगर आप इसका जल्दी नतीजा पाना चाहते हैं तो इसके साथ में Only Ayurved की Wonder Berry का सेवन करे. यह कामदेव रस के आधे घंटे के बाद में रात्रि को सोते समय लीजिये. ध्यान रहे सम्भोग इसके कम से कम आधे घंटे के बाद ही करना है. wonder berry दुनिया की सर्वश्रेष्ठ बेरियों से निर्मित है, जैसे अकाई बेरी, ब्लूबेरी,मल्बेरी, रसबेरी, ब्लैकबेरी इत्यादि. इसके सेवन से शरीर में ऐसे मिनरल और विटामिन की पूर्ति होती है जो शरीर को भोजन से नहीं मिल पाते, यह एंटी ऑक्सीडेंट का भरपूर खजाना है. इसलिए श्री कामदेव रस के साथ लेने से यह दोनों तुरंत प्रभाव दिखाते हैं.
श्री कामदेव का मूल्य – shri kamdev
श्री कामदेव का मूल्य 970 रुपैये हैं, यह 500 ml की पैकिंग में आता है. वंडर बेरी भी 970 रुपैये की है और यह भी 500 ml की पैकिंग में आती है. Liver Reactivator भी 500 ml में आता है, इसका मूल्य सिर्फ 380 रुपैये है.
आपके नजदीकी Only Ayurved Dealer list और उनकी Location
बिहार
पटना – 7677551854, 7480099296
छपरा – 9473221039
गोपालगंज – 9431059379
गया (इमामगंज) – 9771898989
मधेपुरा – 9546552233
छत्तीसगढ़
बिलासपुर – 9584891808, 9926758959, 9300333438
रायपुर – 9644133772
दुर्ग भिलाई – 9691305217
झारखण्ड
मनिका – लातेहार – 9801290105
धनबाद – 7004458228
महाराष्ट्र
मालेगांव (नासिक) – डॉ. फरीद शेख 9860785490
धुले – 8999909029
नासिक – 9270928077
पुणे – 9209211786
अकोला – 7020579564
वर्धा – 9579997503
नागपुर – 8830998853
शोलापुर – 8308604642
कोल्हापुर – 9923280004
अहमद नगर – राओरी – 8605606664
कल्याण – 8454050864
टिटवाला – 9821315415
मलाड – 9967293444
घाटकोपर – 07738350032
बोरीवली – 9004316923
भंडारा – 9422174853
औरंगाबाद – 7020505445
जालना – 7020505445
विरार – 9892967369
अमरावती – 9765332255
कर्नाटक – Karnataka
धारवाड़ (Dharwad) – 9844984103
बैंगलोर (Bangalore) – 7019098485
तामिलनाडू
चेन्नई – 9884164854
तेलंगाना
हैदराबाद – 08374457775
गुजरात
अहमदाबाद – 9974019763, 7874559407
पालनपुर ( डॉ. हिदायत मेमन ) – 9428371583
द्वारिका – 9033790000
चिकली – 9427869061
अमरेली – 9427888387
अंकलेश्वर – भरूच – 8460090090
वड़ोदरा – 7574857452
सूरत – 8866181846, 9879157588
भुज / मुंद्रा – 9974576143
जामनगर – 9974199748
मध्यप्रदेश
भोपाल – 7987552689
इटारसी – 6260342004
सारणी – 8989831927
इंदौर – 9713500239
विदिशा – 9131055585
जबलपुर – 9039868554
ग्वालियर – 9229239248
कटनी – 9074901083
उत्तर प्रदेश
मेरठ – 8449471767
हापुड़ – 9528777776
हाथरस ( U. P. ) – 9997397043, 7017840020
मथुरा ( वैध रविकांत जी ) – 9259883028
अलीगढ – 9027021056
आगरा – 9027143749
फ़िरोज़ाबाद – 8445222786 वैध रविन्द्र सिंह
मैनपुरी – 8449601801
फ़र्रुख़ाबाद – 9839196374
सुल्तानपुर – 9125131178
रायबरेली – 9236038215
वाराणसी – 9125349199
इलाहाबाद – 9520303303
गोरखपुर – 9792960999
सिद्धार्थ नगर – 9936404080
महाराजगंज – 9455426806
लखनऊ – 9140546350
लखनऊ आयुष चिकित्सालय – 7071332332
इटावा – 9557463131 डॉ. कौशलेन्द्र सिंह
उत्तराखंड
ऋषिकेश – 7456987328
दिल्ली – NCR
सराय कालें खां – 9015439622, 9871490307
सुभाष नगर – 9911006202
कड़कड़डूमा – 7827444007
गाज़ियाबाद – 9719077555
Greater Noida – 9310299100
गुडगाँव – 9310330050
फ़रीदाबाद – 9315154682
हरियाणा
हिसार – 9518884444
हसनपुर पलवल – 9050272757
पानीपत – 9812126662
रोहतक – 9518103148
बाढ़डा ( चरखी दादरी ) – 9813210584
फ़रीदाबाद – 9315154682
चंडीगढ़ – 9877330702
डबवाली – 9416218182
पंजाब
बठिंडा – 9779566697
डबवाली – 9416218182
कोट कपूरा – 9872320227
मलोट – 9878100518
मलेर कोटला – 9872439723
लुधियाणा – 9803772304
मोगा – 9988009713
जगराओं – 9646683463
रोपड़ – 9478391123, 8528386098
जालंधर – 9814832828
अमृतसर – 8872295800
होशियारपुर उड़मुड टांडा – 9803208718
गुरदासपुर – 9815483791
मोहाली – 09216411342
मुकेरियां – 9815296322
चंडीगढ़ – 9877330702
राजस्थान
जयपुर – 8290706173
जोधपुर – 8005724956
अजमेर – 7976779225
मकराना – 8619299924
सिरोही – 9875238595
उदयपुर – 9875238595
टोंक – 9509392472
फतेहपुर शेखावाटी – 9636648998
चुरू – 7976194800
उदयपुर वाटी (झुंझुनू) डॉ राकेश कुमार – 9351606755
संगरिया – 7597714736
हिमाचल प्रदेश
नालागढ़ – 9816022153
कुल्लू – 8219500630
चिन्तपुरणी – 9816414561
अगर आप Only Ayurved के साथ मिलकर ये काम करना चाहते हैं तो संपर्क कीजिये
उत्तर प्रदेश 7017840020
महाराष्ट्र – 9860785490
मुंबई – 8454050864
गुजरात – 8866141846
बिहार – 7677551854
हरियाणा – 9315154682
पंजाब – 9779566697
मध्य प्रदेश – 7987552689
छत्तीसगढ़ – 9300333438
अन्य राज्यों के लिए संपर्क करें. 7014016190
Sir apna contact nober de do.
Namaskar ji
kya nil/ Zero sperm ka koi ilaz hy. Jisky saath sperm banny suru ho jay.
3 years pehly sy aaj tak 0 aa rha hy.
kripa kr k batay.
Namaskar ji
kya nil/ Zero sperm ka koi ilaz hy. Jisky saath sperm banny suru ho jay.
3 years pehly sy aaj tak 0 aa rha hy.
kripa kr k batay jrur.
भाई ये इलाज ही है.. इसको अपनाओ. बहुत लोगों को इस से फायदा हुआ है.
mera sperm 20%tha avi (0)ho gaya hai koi ilaz hai
ये प्रयोग से बहुत लोगों के स्पर्म बढ़ें हैं. आप ये प्रयोग ज़रूर करें.
सर मझे नाईट फॉल के वक़्त पेनिस में pain महसूस होने लगता है कोई दवा बताये plz
Sir ji ! Namaskar, aapne jo ye imali, gud, shahad, azwayan ka nushka bataya hai kya BP wale log use kar sakte hai? Kripya batayen jarur kyunki meri umar 36 years hai aur mujhe kidney creatinin ke karan BP ki medicine 6_7 month se chal rahi hai aur mera veerya bahot patla hai aur shadi ho chuki h 2 bachhe bhi huye hai lekin shighrapatan ho jata hai sex ke time. Kripya uchit salah dewen. Wife naraz chalti hai aur sex ke liye mana karti hai jisse main bhi tention me rahta hu kya karu karke please sir salah den. …dhanyawad