शारीरिक कमजोरी को जड से दूर करने के सबसे आसान उपाय
परिचय –
इन्सान के पास कितना भी पैसा आ जाए पर लेकिन अगर उसका शरीर स्वस्थ नहीं है तो सब बेकार है। दुर्भाग्यवश, हमारे देश में कई ऐसे राज्य हैं जहां पर लोग कुपोषण के शिकार पाये जाते हैं। इस समस्या के कारण कई बार अल्प-विकसित या खोड़-ग्रस्त शिशु भी उत्पन्न होते हैं। शारीरीक कमजोरी इन्सान के आत्मविश्वास को तोड़ कर रख देती है और उसे एक सामान्य जीवन जीने में बाधा डालती है। इसलिए आज हम आपके साथ शारीरिक कमजोरी दूर करने के उपाय शेयर कर रहे हैं। तो आइये पहले जानते हैं-
शरीर में ज़रूरी पोशक तत्वों की कमी के कारण शरीर कमज़ोर बन सकता है। चिंता और भय सताने पर भी शरीर में कमजोरी आ सकती है। अच्छी तरह से भोजन ना करने पर भी यह समस्या हो सकती है। दस्त, उल्टी होने पर भी कमजोरी आ जाती है। कुदरती वेग यानि मल-मूत्र को रोके रखना भी कमजोरी आने का कारण हो सकता है।
शक्तिमान और बलवान शरीर इन्सान की सब से बड़ी पूंजी होती है। समतोल आहार, नित्य व्यायाम और चिंता रहित जीवन शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है। अगर किसी व्यक्ति को शारीरिक कमजोरी रहने की शिकायत है तो ऐसे व्यक्तिआयुर्वेदिक उपचार का सहारा ले कर शरीर को स्वस्थ बना कर सेहतमंद जीवन जी सकते है।
शारीरिक कमजोरी दूर करने के 35 आयुर्वेदिक व घरेलू उपाय –
1) टमाटर का ताज़ा सूप पीने से भूख बढ़ती है, और शरीर में उत्पन्न हुई खून की कमी दूर हो जाती है। इस उपाय से शारीरिक कमजोरी भी दूर होती है। टमाटर का सूप पीने से मुख-मंडल पर लाली आ जाती है।
2) कॉफी का सेवन करने से मानसिक तनाव दूर होता है, और शरीर भी नयी ताज़गी महसूस करता है। भोजन करने के बाद कॉफी पीने से पेट हल्का महसूस करता है। कॉफी पीने से पेट की छोटी मोटी गड़बड़ियाँ भी दूर हो जाती हैं।
3) दूध पीने से शरीर में शक्ति आती है, नपुंसकता दूर करने के लिए सर्दियों के मौसम मे केसर वाला दूध पीने से पौरुष शक्ति बढ़ती है। और संभोग करने के बाद बादाम वाला दूध पीने से थकान और कमजोरी दूर होती है। (दूध में तीन से चार बादाम पीस कर डालें)।
4) मांसपेशियों की कमजोरी दूर करने के लिए थोड़ा नमक ले कर उसे ठंडे पानी में मिला लें और फिर उस घोल से पूरे शरीर पर मालिश करें। यह उपाय करने पर शरीर की मांसपेशीयों को आराम मिलेगा।
5) धातु की दुर्बलता ( sexual weakness / यौन दुर्बलता) दूर करने के लिए पके हुए फालसा खाना लाभदायी होता है। शहद में पोस्तादान पीस कर प्रति दिन उसका सेवन करने पर शरीर की कमजोरी की समस्या दूर होती है।
6) बीमारी के बाद शरीर में उत्पन्न हुई कमजोरी को दूर करने के लिए नीम की छाल का काढ़ा बना कर पीना लाभदायक होता है। कमजोरी दूर करने के लिए पाढ़ल के फूलों के गुलकंद का सेवन एक उत्तम उपाय है।
7) देशी खजूर शक्ति वर्धक होता है। खजूर के बीज दूर कर के खजूर में मक्खन भर कर खाने से शरीर शक्तिवान बनता है।
8) वीर्य (sperm) बढ़ाने के लिए, नया खून शरीर में बढ़ाने के लिए, शरीर को स्फूर्ति दायक बनाने के लिए और कमजोरी मिटाने के लिए नियमित रूप से आठ से दस खजूर रोज़ खाने चाहिए। और खजूर के ऊपर आधा गिलास या एक कप दूध पीना चाहिये।
9) शारीरीक कमजोरी दूर करने के लिए पीपल के पत्तों का मुरब्बा लाभदायक होता है। अच्छी क्वालिटी के अखरोट की गिरि खाने पर भी शरीर को शक्ति मिलती है।
10) शरीर में विटामिन और खनिज तत्वों की कमी दूर करने के लिए बागी सलाद के पत्तों का सलाद खाने के साथ खाना चाहिए। प्रति दिन एक गिलास दूध के साथ अलसी के बीज साबुत निगलने से भी शरीर की कमजोरी दूर होती है। यह प्रयोग दिन में दो बार भी किया जा सकता है, पर शुरुआत एक बार से करें।
11) गाजर का हलवा शक्तिवर्धक होता है। गाजर का रस पीते रहने से शरीर में fat बढ़ता है। दुबले और कमज़ोर व्यक्ति को हर रोज़ गाजर का सेवन करना चाहिए।
12) हरी मेथी का रोज़ाना सेवन करने से शरीर की कमजोरी दूर होती है। खास कर एक स्त्री जिसे गर्भपात हुआ हों, उसे शरीर में खून की कमी और कमजोरी की समस्या आम होती है, ऐसे समय हरी मेथी का नित्य सेवन शरीर को शक्ति प्रदान करता है और शरीर में खून भी बढ़ाता है।
13) प्रति दिन सुबह में मीठे आम खा कर (रस चूस कर) उसके ऊपर सौठ वाला दूध पीने से शरीर मज़बूत होता है। दूध को सौठ और छुहारे डाल कर गरम कर के पीना उत्तम होगा। दूध में आम का रस मिश्रित कर के पीने से वीर्य बढ़ता है, शारीरीक कमजोरी दूर होती है।
14) रोज़ाना सुबह एक केला दूध के साथ खाने से शरीर को शक्ति मिलती है। दूध और केले को साथ लेने से शरीर में चरबी और शक्ति दोनों बढ़ती है। किसी दुबले व्यक्ति को वज़न बढ़ाने और ताकत पाने के लिए यह आसान उपाय ज़रूर करना चाहिए।
15) अनार खून का शुद्धिकरण करता है। शरीर में रक्तसंचार सुव्यवस्थित चलता रखने के लिए भी अनार का सेवन करना चाहिए। मटर के दाने खाने से शरीर में मांस और खून खून की वृद्धि होती है। मूंगफली खाने से भी शरीर में चरबी बढ़ती है और ताकत भी आती है।
16) नारियेल खाने से भी शरीर मोटा होता है। नारियेल शक्तिवर्धक भी होता है। नारियेल का सेवन करने से बाल भी मज़बूत और घने काले बनते हैं। दिन में एक या दो बार तीस से पचास ग्राम नारियल खाना चाहिये।
17) रोज़ाना घी खाने से भी वज़न बढ़ता है। चीनी और घी को मिश्रित कर के उसका सेवन करना चाहिए।
18) गन्ना खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है। पेट की गरमी दूर होती है। शरीर को शक्ति मिलती है। तथा शरीर तगड़ा बनता है।
19) जायफल तथा जावित्री दोनों को दस-दस ग्राम ले कर उसमे अश्वगंधा पचास ग्राम मिला लें। इस मिश्रण को प्रति दिन दो बार एक एक चम्मच दूध के साथ लेने पर शरीर में ताकत आती है और खून भी बढ़ता है।
20) दो ग्राम विधारा का चूर्ण शक्कर (मिश्री) मिले ताज़े दूध के साथ प्रति दिन दो बार लेने से शरीर की कमजोरी नाश होती है।
21) कपूर, बास, बादाम और इलायची के दाने, इन सभी वस्तु ओं को पचास-पचास ग्राम भिगो कर छान लें। और फिर पचास ग्राम पिस्ते के साथ इस इन सब को बारीक पीस कर दो लीटर दूध में हल्की आंच पर पका लें। गाढ़ा हलवे जैसा मिक्स तैयार होने पर उसमे बीस ग्राम चाँदी का वर्क मिला लें। इस तैयार किए हुए पदार्थ को प्रति दिन दस से पंद्रह ग्राम सेवन करें। इस उपचार से शरीर रुष्ट-पुष्ट बन जाएगा और नेत्रों की रोशनी भी बढ़ेगी।
22) काजू के दूध का लेप पैरों की कमजोरी दूर करने के लिए उत्तम उपाय है। काजू के दूध का लेप पैरों पर दिन में दो से तीन बार लगाना चाहिए।
23) वारहीकन्द का सेवन सर्करा और जीरा के साथ करने से शरीर की कमजोरी दूर होती है।
24) वायविडंग के साथ अनंतमूल के घोल का सेवन करने से कमजोरी दूर होती है। यह प्रयोग दिन में दो बार करना चाहिए। एक बार में बीस से पच्चीस ग्राम तैयार किया हुआ मिश्रण ग्रहण करना चाहिए।
25) यौन शक्ति बढाने और शरीर की कमजोरी दूर करने के लिए मखाने की खीर का सेवन प्रति दिन करना लाभदायी होता है।
26) घी या शहद के साथ गुग्गुल का सेवन करने से शरीर शक्तिवान बनता है। पाँच से दस ग्राम ऊटकटारा की जड़ का रस प्रति दिन दो बार शहद के साथ लेने से शरीर की कमजोरी खत्म हो जाती है। और शरीर ऊर्जावान बनता है।
27) मुनक्का शक्तिवर्धक होता है। दिन में दो बार मुनकके का सेवन करने से कमजोरी दूर होती है। विटामिन ई से भरपूर पोदीना शरीर को सुस्त और कमज़ोर होने से रोकता है।और पोदीना शरीर की नसों को ताकत देता है।
28) शहद के साथ लाल चीता दिन में दो बार लेने से शरीर की कमजोरी दूर होती है। इस प्रयोग से शरीर ऊर्जावान और फुरतीला बनता है। (लाल चीता की मात्रा दो ग्राम रखें)।
29) दूध, सर्करा और मुई छत्ता इन तीनों को उबाल कर थोड़ा ठंडा होने पर उसका सेवन करने से शरीर की कमजोरी दूर हो जाती है।
30) सफ़ेद पेठे के बीज के अंदरूनी हिस्से को पीस कर उस आटे को घी मे सेक कर उसमे थोड़ा सर्करा मिला लें और इस तैयार पदार्थ के लड्डू बना लें। और प्रति दिन सेवन करें। इस प्रयोग से शरीर शक्तिवान बनेगा और कमजोरी दूर होगी।
31) शहद में काली मिर्च का चूर्ण मिला कर प्रति दिन उसका सेवन करने से शरीर के स्नायु मज़बूत होंगे। निर्गुण्डी के तैल की मालिश करने से पैरों की कमजोरी दूर होती है।
32) सौ से डेढ़ सौ ग्राम धनिया पीस कर पानी में उबाल लें। जब यह घोल 25% जितना रह जाए तब इसे आग से उतार लें। इस गाढ़े मिश्रण का नित्य सेवन करने से दिमागी कमजोरी दूर होती है। जुकाम दूर होता है, और आँखों की रोशनी में आई हुई कमी दूर होती है।
33) छाछ पीने से आंतों का रोग नहीं होता है। पाचन शक्ति बढ़ती है। छाछ में काली मिर्च और नमक मिश्रित कर के पीने से शरीर को काफी लाभ होता है। छाछ पीने से पेट साफ रहता है और पेट साफ रहने से बीमारियाँ नहीं होती है। और कमजोरी नहीं आती है।
34) उड़द पचने में भारी होते हैं, पर शक्तिवर्धक होते हैं। रात को उड़द की दाल भिगो कर रख लें और फिर सुबह में उसे पीस कर 1 चम्मच देशी घी और आधा चम्मच शहद मिला कर उसे खा लेने से शरीर बलवान बन जाता है। इस पदार्थ को खाने के बाद शक्कर (मिश्री) मिला दूध पना चाहिए। उड़द की दाल छिलके सहित खाने से शरीर में चरबी बढ़ती है। तथा कमजोरी दूर होती है।
35) दिन में दो बार शंखपुष्पी का रस पीने से शरीर की कमजोरी दूर होती है। एक बार में 10-15ml रस पिये। सुबह में एक या दो सेब खा कर उस के ऊपर गुनगुना गरम मीठा दूध पीने से शारीरीक कमजोरी दूर होती है। सेब खाने से हृदय गति भी ठीक रहती है। मस्तिष्क को भी लाभ होता है।
नोट: हमारा मानना है कि शारीरिक कमजोरी दूर करने के उपाय अपना कर आप इस समस्या का समाधान कर सकते हैं।आयुर्वेदिक उपचार एक उत्तम और सरल उपाय है, पर फिर भी “किसी भी” प्रकार के उपचार आज़माने से पहले अपने चिकित्सक (Doctor) की सलाह ज़रूर ले लें।