Papite se garbh nirodh karne ka tarika, papita garbh nirodhak, गर्भ निरोधक, Garbh nirodhak
अनचाहे गर्भ से हर दम्पति बचना चाहता है, मगर बाज़ार में मिलने वाली हार्मोन की गोलियां जिनको हम Contraceptive Pills के नाम से जानते हैं, उनका बहुत ही बुरा असर पड़ता है महिलाओं के स्वस्थ के ऊपर, तो ऐसे में ऐसा क्या उपाय किया जाए के उनको इस समस्या का सरल सा घरेलु उपाय मिल जाए, तो आइये जाने.
पपीता इस मामले में एक बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि का काम करता है। पपीता एक नेचुरल बर्थ कंट्रोलर है। बिना डॉक्टर के पास जाए आप पपीते के बीजों की मदद से अनचाही प्रेग्नेंसी को रोक सकते हैं। अगर गर्भधारण से बचना है तो भी पपीते के बीज कारगर साबित होते हैं। इसके लिए पपीते के बीजों को धोकर छाया में सुखा लें और उन्हें पीसकर पाउडर बना लें। उन दिनों जब प्रेग्नेंसी की संभावना बन रही हो, नियमित रूप से दो चम्मच पाउडर पानी के साथ सेवन करें।
पपीते के बीज या इसके फल का इस्तेमाल प्रेग्नेंट और बच्चे को दूध पिलाने वाली महिलाओं को नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये बच्चों के विकास में बाधा पहुंचाता है। इसीलिए गर्भवती महिलाओं को पपीता खाने से रोका जाता है। इसके सेवन से गर्भ गिरने की सम्भावना हो जाती है.
पपीता नेचुरल बर्थ कंट्रोल है। इसमें पेपेन पाया जाता है जो महिलाओं को प्रेग्नेंट होने से बचाता है।
साथ ही ये पुरुषों की फर्टिलिटी को भी कम करता है। पुरुषों को इसके बीजों के अधिक सेवन से बचना चाहिए.
इसके साथ पपीते के बीज कैंसर के सेल्स को और ज्यादा फैलने से भी रोकते हैं। इसमें आइसोथायोसाइनेट पाया जाता है जो ब्रेस्ट, लंग और प्रोस्टेट कैंसर से बचाता है।
लिवर सिरोसिस ऐसी बीमारी है जो शराब के ज्यादा सेवन से होती है। इसमें लिवर सिकुड़कर कठोर हो जाता है। इससे बचने के लिए आप पपीते के बीज का इस्तेमाल कर सकते हैं। पपीते के 4-5 बीजों को सुखाकर पीस लें। इसे नींबू जूस को साथ मिलाकर पीएं। इसे 1 महीने तक दिन में दो बार पीएं, फर्क आप खुद देखेंगे।