60 के बाद रखे अपने दिल का विशेष ध्यान।
Care your heart after 60.
अगर आप 60 के पास या इसको पार कर गए हैं तो आपके हृदय के लिए ये जानकारी बहुत अहम हैं।
अमेरिका में हुए एक अध्ययन में ये पाया गया हैं के जो लोग ६० साल की आयु के बाद भी शारीरिक रूप से सक्रिय हैं उन लोगों के दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा कम होता हैं । अध्ययन में 4,000 से अधिक पुरुषों और महिलाओं को जिनकी औसत उम्र अध्ययन की शुरुआत में 73 साल की थी शामिल किया गया।
चलना फिरना दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा कम कर देता है:
वो लोग जो 3 माइल प्रतिघंटे की गति से चलते हैं उनको दिल की बीमारी या स्ट्रोक की संभावना आधे से कम रह जाती हैं ऐसे लोगो के मुकाबले जो कम चलते हैं।
ज़िंदगी का मज़ा लेने से हम हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा कम कर सकते हैं।
ऐसे काम जैसे खेती, बागबानी, तैराकी, बाइकिंग या लंबी पैदल यात्रा जैसी गतिविधियों में संलिप्त रहने से भी दिल के दौरे और स्ट्रोक की सम्भावना कम होती हैं।
अध्ययन में ये पाया गया की जो लोग 75 साल या 85 साल से ऊपर के थे उनमे जो लोग शारीरिक रूप से एक्टिव थे उनको हृदय घात या स्ट्रोक का खतरा ना के बराबर था।
आप क्या कर सकते हैं?
अगर आप भी इस उम्र के पड़ाव में आने वाले हैं या आ चुके हैं तो अभी भी कोई बहुत देरी नहीं हुई। आप आज से ही इसको शुरू करे। इसके अलावा आप योगा, जॉगिंग, डांसिंग, सैर करना, गौ पालन, बागबानी आदि काम शुरू करे। दोस्तों का क्लब बनाये या किसी क्लब का सदस्य बनिए, जैसे लाफ्टर क्लब, योगा क्लब, सोशल क्लब। ऐसी किसी भी संस्था के साथ जुड़े जो सामाजिक कार्य करती हो।
जीवन जीने का आनंद भी आएगा और आपके एक्टिव रहने से आपका हृदय भी एक्टिव रहेगा और आपको हृदय घात की या स्ट्रोक की सम्भावना कम होगी।
चलने के बहाने ढूँढिये।
अगर आपकी दिनचर्या अधिक व्यस्त नहीं हैं तो आपको हमेशा चलने फिरने सैर करने के बहाने ढूढ़ने चाहिए। आप किसी दोस्त के घर पैदल सैर करते हुए चले जाए। पार्क में जॉगिंग करने चले जाए। या कोई शारीरिक खेल खेलना शुरू कर दीजिये।
अगर आप एक्टिव रहेंगे तो आपका हृदय भी एक्टिव रहेगा। इसलिए हमेशा खुश रहे, नये दोस्त बनाये, किसी संस्था का मेंबर बने। जीने का मज़ा लीजिये।
[कभी नहीं होगा हार्टफेल और उच्च रक्तचाप – पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे। ]
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