पेशाब उतारने के आयुर्वेदिक नुस्खे – Ayurvedic way to take urine down.
किडनी के रोगी को समय पर पेशाब आना बहुत ज़रूरी है, अगर पेशाब ना उतार रहा हो तो उसके शरीर में अपशिष्ट पदार्थ जमा होने लग जाते हैं, जो किडनी की भयंकर परिस्थितियां पैदा करते हैं. ऐसे में रोगी को यही पानी निकलवाने के लिए Dialysis का सहारा लेना पड़ता है. पुरातन आयुर्वेद में ये कोई बड़ा रोग नहीं था, आयुर्वेदाचार्य रोगी को मूत्रल दवाएं दे कर और किडनी को स्वस्थ रखने के लिए कुछ दवाएं कर देते थे. और सब आसानी से चलता था. मगर आज कल ना तो आयुर्वेद के विशिष्ट ज्ञाता रहे हैं, और ना ही आज की पद्दति में इतनी ताक़त है के रोगी को ऐसे रोगों से आसानी से छुटकारा दिला सके. www.onlyayurved.com
एक अच्छे वैद या डॉक्टर को चाहिए के वो किडनी की इन परिस्थितयों को सही करने के साथ उन परिस्थितियों पर भी काम करें जिस कारण से रोगी की किडनी ख़राब हुयी है, अन्यथा आज कल जो किडनी ट्रांसप्लांट का काम ज़ोरों पर चला है, उसमे चाहे किडनी ट्रांसप्लांट करवा लो, मगर रोग की जड़ ही सही नहीं हुई तो वो नयी किडनी भी जल्दी ही ख़राब हो जाएगी.
ऐसे में हम वो रोगी जिनको पेशाब बहुत कम उतार रहा हो, या ना ही उतार रहा हो, शरीर में सूजन आ गयी हो, फेफड़ों में पानी भर गया हो, उनके लिए ये पेशाब लाने के कुछ नुस्खे बता रहें हैं. इनका उपयोग वो किसी वैद की देख रेख में कर सकते हैं. आइये जानते हैं. www.onlyayurved.com
पेशाब कैसे बढ़ाएं – How to increase amount of Urine
अगर पेशाब ना आ रहा हो तो राई का पलस्तर कमर पर लगाओ, इस से पेशाब हो जायेगा. अगर पलस्तर से छाला हो जाए तो फिर पलस्तर मत लगाएं.
अगर दस्त या उलटी बंद हो जाए, पर पेशाब ना आये, तो पेशाब कराने के लिए रोगी के पेडू पर कलमी शोरे के पानी में भीगा हुआ कपडा रखो. कलमी शोरा 2 तोले लेकर पानी में महीन पीस लो. फिर इस पानी में साफ़ कपडे की पट्टी भिगो कर तर कर लें. इसको नाभि के नीचे पेडू पर रख दें. पेशाब हो जायेगा. अगर एक घंटे के भीतर पेशाब ना हो तो फिर दोबारा ये पट्टी भिगो कर रख दें. (यह नुस्खा परीक्षित है)
टेसू (पलाश) के फूल 2 तोले, कलमी शोरा 2 तोले, दोनों को सिल पर रख, पानी के साथ पीस कर लुगदी सी बना लो, और इसे रोगी के पेडू पर रख दो. अगर आधे घंटे में पेशाब ना आये तो फिर दोबारा यही लेप लगाओ. (यह नुस्खा परीक्षित है)
गर्म पानी में फलालेन का टुकड़ा डुबो कर उस पर चाँद बूँद तारपीन के तेल की टपका दो और उसी फलालेन से कमर के दोनों तरफ सेक करो, फ़ौरन पेशाब हो जायेगा.
गोखरू के बीज, ककड़ी के बीज और जवासा इन तीनो को ढाई तोले या दो तोले ला कर काढ़ा बना लो, इस काढ़े में डेढ़ माशे शोरा मिला कर रोगी को पिला दें. इस से भी पेशाब हो जाता है.
चूहे की मींगनी में थोडा कलमी शोरा मिला कर, पानी के साथ पीस कर, लुगदी सी बना लो और नाभि के नीचे, पेडू पर गाढ़ा गाढ़ा लेप कर दो, इस उपाय से निश्चित ही पेशाब हो जाता है.
नोट – चूहे की मींगनी में ज़रा सी हींग मिला कर, पानी में पीसकर लेप करने से पेट का अफारा मिटता है.
उपरोक्त प्रयोगों में सावधानी ये रखें के जो प्रयोग उनको पीने हैं वो केवल किसी जानकार की देख रेख में ही करे.
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What is TOLA MAASHA : YOU must use gms or kgs , in schools even no body teaches us about TOLA MAASHA. ADDHI PAI. etc old system