latrine rokne ke nuksan, latrine jane ke fayde, toilet rokne ke nuksan
लैटरीन अर्थात मलवेग, शौच का वेग इसको गलती से भी नहीं रोकना अन्यथा भविष्य में ऐसे भयंकर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं जो आपके सर दर्द से लेकर कैंसर तक जिम्मेवार हो सकते हैं. इतना ही नहीं ऐसी भयंकर रोग हो सकते हैं जिनको सोचने से भी उल्टी आ जाती है. लैटरीन रोकने वाला निमिन्लिखित रोगों का कष्ट लेकर ही उठता है. आइये जाने इनके बारे में.
मलवेग को रोकने से पेट के गुडगुड और क्षुधा बंद हो जाती है, तबीयत की हालत गिरी रहती है.
कठिन उदरशूल अर्थात पेट में भयंकर दर्द हो जाता है.
गुदा में इतनी पीड़ा होती है मानो कोई उस्तरे से मास काट रहा हो.
ऐसी कोष्ठबद्धता अर्थात कब्ज हो जाती है जिसकी चिकित्सा कष्ट साध्य हो जाती है.
खट्टे डकार आते हैं और भोजन में अरुचि होती है.
शरीर हर समय जकड़ा हुआ सा प्रतीत होता है.
अलाऊस रोग – जिसमे मल मुख मार्ग से आना शुरू हो जाता है, ये रोग हो सकता है.
ये गंदगी आंतो में चिपकी रहने के बाद खून में मिल कर पुरे शरीर में मिल जाती है, जिस से पुरे शरीर के अंगो में ये गंदगी पहुँच कर शरीर के सभी अंगों को दूषित करती है. जिनमे बाद में भयंकर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.