अफारा होने पर पेट भारी होकर फूल जाता है, इस से पेट दर्द, बेचैनी, जलन एवं कभी कभी मितली आने लगती है. एसिडिटी एवं पित विकार में खट्टी डकारें आती है, पेट में भारीपन महसूस होता है.
यदी आप ऐसी ही किसी परेशानी या पेट दर्द से परेशान है तो हम आप को को इस से मुक्ति दिलाने के लिए बताने जा रहे है बोहोत ही आसान परन्तु असरदार घरेलु नुस्खे..
आइये जाने घरेलु नुस्खे
- पेट दर्द और अफारा में हींग का लेप टुंडी (नाभि) पर करने से आराम मिलता है
- सोंठ, कालीमिर्च व सेंधा नमक– दो-दो ग्राम तथा थोड़ी सी हींग को पीसकर चूर्ण बना ले. इस चूर्ण की एक दो ग्राम की मात्र लेने पर पेट दर्द एवं अफारे में लाभ होता है.
- पेट के सभी रोगों में विशेषकर पित विकार एवं पेट दर्द में काला नमक, अजवायन कला जीरा एवं शोधित हींग मिलकर चूर्ण के रूप में चाटना चाहिए. इसे हींग्वाष्टक चूर्ण भी कहा जाता है,
- अगर पेट में पीड़ा अथवा अफारा हो तो उतम हींग, सेंधा नमक, पीपल का चूर्ण, कलि मिर्च का चूर्ण, और सोंठ का चूर्ण सभी का समान भाग ले कर उस में पानी मिलकर पेट पर लेप कर दें . इस उपाय से पेट का अफारा एवं पीड़ा निश्चय ही शांत हो जाएगी.
- पेटदर्द, अफारा या अपच होने पर दो तीन रत्ती हींग को अजवायन और ग्वारपाठा के थोड़े से गुदे के साथ दिन में दो से तीन बार खिलाएं. शीघ्र ही लाभ होगा .
- पेट दर्द में भुनी हुई शोंफ़ चबाने से भी तुरंत लाभ होता है.