Negative to Positive Thought
? कलियुग का भस्मासुर ?
अमेरिका मे जब एक कैदी को फासी की सजा सुनाई गई तो वहा के कुछ वैज्ञानिकोने सोचा की क्यों ना इस कैदी पर कूछ प्रयोग किए जाए । तब कैदी को बताया गया की हम तुझे फ़ासी देकर नहीं परन्तु जहरीला कोबरा साप डसाकर मारेंगे और उसके सामने बड़ा सा जहरिला साप ले आने के बाद कैदी की आँखे बंद करके कुर्सी से बाँधा गया और उसको साप नहीं बल्की दो सेफ्टी पिन्स चुभाई गई, और क्या हुआ कैदी की कुछ सेकेंड्स में ही मौत हो गई , पोस्टमार्टम के बाद पाया गया की कैदी के शरीर में भी साप के जहर के समान ही जहर है ।
अब ये जहर कहा से आया जिसने उस कैदी की जान ले ली ।
वो जहर उसके खुदके शरीर ने ही सदमे में उत्पन्न किया था ।
हमारे हर संकल्प से पोजिटिव या नेगेटिव एनर्जी उत्पन्न होती है ।
और वो हमारे शरीर में उस अनुसार Harmons उत्पन्न करती है ।
90 % बीमारियों का मूल कारण नकारात्मक सोच से उत्पन्न ऊर्जा ही है ।
आज इंसान ही अपनी गलत सोच से भस्मासुर बन खुद का विनाश कर रहा है ।
अपनी सोच को सदैव सकारात्मक रखें और स्वस्थ रहें।