Mulikshar banane ka tarika, muli kshar kaise banaye, moolikshar, mooli kshar मूलीक्षार बनाने के लिए मूली के टुकड़े करके उन्हें छाया में सुखा लें। फिर इनको जलाकर राख बना लें। इस राख में 8 गुना पानी मिलाकर 6-7 घंटे रख दें। बीच बीच में हिलाते रहें। इसके बाद ऊपर से निथार दें। इस निथरे हुए द्रव को थोड़ी देर धीमी …
Read More »Tag Archives: आयुर्वेदिक भस्म
यवक्षार बनाने की विधि. Yavkshar An Ayurvdic Medicine
यवक्षार बनाने की विधि. Yavkshar An Ayurvdic Medicine [ads4] yavkshar, Yavkshaar banane ki vidhi, यवक्षार या जौ का क्षार हल्के मटमैले रंग का होता है . यह बहुत सी बीमारियों के लिए रामबाण है . इसे बनाना बहुत आसान है . जौ की राख को पानी में खूब उबालने से यवक्षार बनता है यह किडनी के रोगियों के लिए अति उत्तम …
Read More »मकरध्वज आयुर्वेद की महौषधि – Makardhwaj ke fayde
Makardhwaj, Makardhwaj ke fayde, Benefit of makardhwaj in hindi मकरध्वज आयुर्वेद की महौषधि है इसके समान सर्व रोग नाशिनी कोई दवा संसार में किसी भी पैथी में नहीं है. बड़े बड़े डॉक्टर्स ने भी यह बात मान ली है के मकरध्वज के बराबर दुनिया में कोई दूसरी दवा नहीं है. इसके द्वारा अनगिनत प्राणी काल के मुंह से बचते है. बंगाली …
Read More »अभ्रक भस्म के गुण और विभिन्न बिमारियों में उपयोग की विधि.
अभ्रक भस्म के प्रधान गुण – Abhrak Bhasm ke fayde अभ्रक भस्म त्रिदोष नाशक, प्रमेह, कुष्ठ, उदररोग, राजयक्ष्मा, पांडू, कामला, गृहणी, शूल, श्वास, कास, गाम, मन्दाग्नि, ज्वर, गुल्म, अर्श, मानसिक दुर्बलता, मृगी, उन्माद, हृदय रोग, प्रसूत, निर्बलता आदि सब प्रकार के शारीरिक और मानसिक रोगों में यह भस्म लाभदायक सिद्ध होती है. इसके सेवन से शरीर सुदृढ़ और बलवान होता …
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