AMAZING BENEFITS OF NEEM SEEDS
नीम की पत्तियों से होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में हम सभी जानते हैं। पत्तियों का उपयोग विभिन्न प्रकार की औषधियों के रूप में किया जाता है। हृदय से संबंधित समस्याओं, संक्रामक बीमारियों, आंखों से संबंधित बीमारियों तथा आंत की बीमारियों आदि के उपचार में इनका उपयोग किया जाता है। लेकिन क्या आप नीम के बीज से होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं। जी हां नीम की तरह नीम का बीज भी आपके बहुत फायदेमंद होते है। आइए नीम के बीज से होने वाले लाभों के बारे में जानकारी लेते हैं।
नीम के बीज से होने वाले अद्भुत लाभ
1.आंखों और कानों के लिए फायदेमंद –
नीम के बीज के सत्व का उपयोग आंखों और कानों के लिए मरहम बनाने में किया जाता है। इनमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण यह आंखों और कानों में संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में सहायक होता है। विशेषज्ञों के अनुसार आंखों और कानों में कीटाणुओं और जीवाणुओं के कारण होने वाले संक्रमण के उपचार में नीम के बीज के सत्व से बनी मरहम का उपयोग बहुत प्रभावी तरीके से किया जा सकता है।
2.मलेरिया की रोकथाम करें –
मलेरिया के प्रभावी उपचार में नीम के बीज का उपयोग किया जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, नीम के पीसे हुए बीजों की दुर्गन्ध से मच्छरों को दूर रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा नीम के बीजों से निकले तेल का उपयोग मच्छरों को अंडे देने से रोकता है जिससे मलेरिया की रोकथाम में मदद मिलती है।
3.परिवार नियोजन –
यह पाया गया है कि महिलाओं तथा पुरुषों दोनों में जन्म नियंत्रण के लिए नीम प्रभावी रूप से उपयोगी है। महिलाओं में गर्भावस्था को रोकने के लिए नीम के तेल का उपयोग लुब्रीकेंट के रूप में किया जा सकता है। यदि आप परिवार प्रारंभ करने की योजना बना रहे हैं तो निश्चित ही आपको नीम का उपयोग नहीं करना चाहिए। गर्भवती माओं को भी इससे दूर रहना चाहिए।
4.पिस्सुओं को दूर करने में सहायक –
नीम का तेल आपके पालतू जानवर के लिए भी उपयोगी है। यदि आपका कुत्ता या बिल्ली पिस्सुओं से संक्रमित है तो उनके बालों पर नीम का तेल लगायें। इससे आपके पालतू जानवर के बाल सीस्थ और चमकीले हो जायेंगे। इस उपचार का लाभ यह होता है कि इससे जानवर को कोई नुकसान नहीं होता अत: आपको अपने पालतू जानवर के स्वास्थ्य या सुरक्षा के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
5.मिट्टी को पोषक बनाता है –
नीम के बीजों से तेल निकालने के बाद जो अवशेष बचता है उससे नीम की टिकिया बनाई जाती है। मिट्टी को पोषक बनाने के लिए इसे जैविक पदार्थ के रूप में मिट्टी में मिलाया जाता है। यह मिट्टी में नाइट्रोजन को कम होने से रोकता है क्योंकि यह नाइट्रीकरण को रोकता है।
6.कीड़ों को दूर रखने में सहायक –
नीम के बीज का तेल एक उत्कृष्ट कीट निरोधक है। माली बग़ीचे में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के कीड़ों जैसे इल्ली, घुन, टिड्डी, झींगुर आदि को पेड़ पौधों से दूर रखने के लिए इसका उपयोग करते हैं। आप घर पर भी चींटी, दीमक, तिलचट्टे, मक्खी, खटमल आदि को दूर रखने के लिए नीम के तेल का उपयोग कर सकते हैं।
7.कीटनाशक –
ऑर्गेनिक खेती करने वाले कृषक कीटों के संक्रमण को रोकने के लिए नीम के बीज के तेल का उपयोग करते हैं। नीम के पिसे हुए बीजों को रात भर पानी में भिगाकर रखा जाता है तथा इस पानी का फसलों पर छिडकाव किया जाता है। यह छिडकाव अण्डों को निष्क्रिय करता है, कीटों को दूर रखता है तथा उन्हें मारने में सहायक होता है। एक बार छिडकाव होने पर भूख के कारण कीड़े कुछ ही दिनों में मर जाते हैं। नीम के बीज से बने कीटनाशक उत्कृष्ट होते हैं क्योंकि ये रसायन मुक्त होते हैं।
8.त्वचा संबंधी रोगों को दूर करें –
नीम के बीज के तेल का उपयोग हर्बल उत्पादों के घटक के रूप में किया जाता है। नीम के बीज के तेल से आपकी त्वचा नर्म, चिकनी और चमकदार बनती है। इससे त्वचा स्वस्थ और दाग धब्बों से मुक्त रहती है। नीम के बीज से बने तेल में मौजूद प्राकृतिक एंटीफंगल और एंटीसेप्टिक गुणों के कारण इसको उपयोग त्वचा संबंधी विभिन्न समस्याओं जैसे सोरेसिस, एक्जिमा, मुहांसों आदि में किया जाता है। नीम के तेल को साबुन, लोशन, फेस वॉश आदि में भी मिलाया जाता है।
9.बालों को स्वस्थ और सुंदर बनाये
बाल झड़ने, डैंड्रफ जैसी समस्याओं से परेशान हैं तो नीम के बीज से बने तेल के इस्तेमाल से आपको फायदा मिल सकता है। नीम में एंटीबैक्टीरियल, एंटी फंगल, एंटी पैरासिटिक गुणों के अलावा, विटामिन सी, प्रोटीन और कैरोटीन प्रचुर मात्रा में है जो न केवल बालों को संक्रमण से मुक्त रखता है और जुएं जैसी समस्याओं से बचाता है बल्कि बालों को लंबे समय तक घना और काला बनाए रखने में मदद करता है। स्वस्थ और चमकीले बालों के लिए आप नीम के तेल का उपयोग कर सकते हैं।
10.किडनी और प्रोस्टेट के उपचार में सहायक –
नीम के बीजों और पत्तों से बनी चाय भी आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है। यह किडनी, मूत्राशय और प्रोस्टेट से संबंधित बीमारियों के उपचार में बहुत प्रभावी है। यह उपचार दशकों से चला आ रहा है परंतु आज भी लोकप्रिय है। हालांकि यह बहुत अधिक कड़वा होता है और इन्हें पीना बहुत मुश्किल होता है।
11.अन्य बीमारियों के उपचार में सहायक –
नीम के बड़े पत्तों और बीजों से चाय बनाई जा सकती है। हालाँकि ये बहुत अधिक कडवे होते हैं तथा इन्हें पीना बहुत मुश्किल होता है परन्तु यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है। यह किडनी, मूत्राशय और प्रोस्टेट से संबंधित बीमारियों के उपचार में बहुत प्रभावी है। यह उपचार दशकों से चला आ रहा है परंतु आज भी लोकप्रिय है।