Saanp Bichhu Choohe ya any zahreele janwaro ke zahar ka raambaan ilaaj kele ka paani. Banana Water
आज हम आप को बताने जा रहें हैं एक ऐसा सरल घरेलु उपयोग जो दिखने में बहुत सरल सा है मगर यह अनेक जहरीले जानवरों के ज़हर निकालने में बेहद कारगार है. ये प्रयोग सिर्फ ज़हर के प्रभाव को कम करने तक ही सिमित नहीं है, इस प्रयोग से ऐसे अनेक असाध्य रोग सही होंगे जिनकी आप दवा ले ले कर परेशान हो गए हैं. तो आइये जानते हैं ये सरल सा प्रयोग.
ये प्रयोग है केले के पानी का. आज आपको बताएँगे के ये केले का पानी किसी अमृत से कम नहीं.
केले के पानी के सेवन करने से हैजे के कीड़े मर जाते हैं. सांप के काटने पर इसको पिलाने और लगाने से बड़ा उपकार होता है. अनेक जगहों पर सर्प आदि विषैले जानवरों के काटने पर केले का जल देने की पुरानी परम्परा है. संखिया, हरताल और पारे के विष, बिच्छू के ज़हर, और चूहे के ज़हर पर भी यह परमोत्तम औषिधि का काम करता है. अभी तो आधुनिक डॉक्टर भी इसका लोहा मानते हैं और सर्प विष की उत्तम दवा कहते हैं.
इसके सिवा केले का रस पिलाने से सूजन, खांसी, श्वांस अमल्पित्त, पीलिया कामला, पित्त विकार, दाह, यकृत (लीवर) की सूजन, तिल्ली का बढ़ना, रक्तपित्त, अतिसार, खून की गर्मी, काफ का जमाव, जलोदर, शीत पित्त, फीलपांव (हाथी पाँव), प्रदर रोग, योनी रोग, प्रमेह और उपदंश, गर्मी रोग आदि में आराम होता है. इसमें कोई दो राय नहीं है के केले का रस अनेक दुसाध्य और भयंकर रोगों के बीजों का नाश ही कर देता है.
केले का पानी या रस निकालने की विधि. Kele ka paani nikalne ki vidhi.
सबसे पहले केले के पेड़ के तने को ज़रूरत के अनुसार काट लीजिये. अभी इस केले के खंभ को कूट पीसकर किसी मलमल के कपडे में रख कर इसको निचोड़ लो. इसमें से जो पानी निकलेगा, उसे ही केले का पानी या रस कहते हैं. यह रस अमूल्य औषधि है.
केले का पानी सेवन की मात्रा. Kele ka paani sewan ki matra.
इस रस को 4 तोले तक पिया जा सकता है. आपातकालीन अवस्था में इसको तुरंत 20 से 50 ग्राम तक पिलायें. और अन्य रोगों में इसको सुबह शाम 30 ग्राम की मात्रा में रोजाना पिलायें.
और विशेष ध्यान रखना है के ये हर दिन ताज़ा रस निकाल कर पीना है. बासी रस हानिकारक होता है.
Kele ka paani kaise nikaalte hai?
I have seen one video on YouTube stating that banana tree juice will lead to impotence in man. Please verify before use.