क्या आप सदैव स्वस्थ रहना चाहते है! कभी कोई समस्या न हो ! हमेशा उर्जा और जिंदादिली से भरपूर रहें! तो ये पेड़ इश्वर ने आपके लिए बनाया है, बस ज़रूरत है इसके भरपूर इस्तेमाल की. Moringa oleifera जिसको सहजन, मुनगा या drumstick के नाम से भी जाना जाता है. दक्षिण एशिया का एक जादुई पौधा है। इसका उपयोग परंपरागत और चिकित्सा प्रणाली में कई सालों तक किया जाता है। यह एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है। जो लोग anti oxidants के लिए Wine पीते हैं उनको बता दें के wine से कई गुना अधिक Anti Oxidant सहजन में अनार में या ऐसी ढेरो परंपरागत चीजें हैं जिनमे मिल जाता है, इसलिए दुष्प्रचार से बचें. Www.OnlyAyurved.com
आज हम ओनली आयुर्वेद में इसकी चर्चा करेंगे इस पौधे को सेवन करने के कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कारण, जिस कारण हम इस पौधे को Tree Of Heaven की उपाधि देंगे.
सहजन में NUTRITION
इस पौधे के पत्ते छाल और फली में बहुत minerals और vitamins होते हैं. और इसका 1 छोटा cup 157% RDA vitamin C देता है.
सहजन के एक कप में :
- Vitamin B6- 19% daily needs
- Vitamin A-9%
- protein-2 g
- vitamin C-12%
- vitamin B2 riboflavin- 11%
- iron- 11%
- magnesium- 8%
जहाँ पर ये पौधा ना मिले वहां इसके पत्ते और फूलों को सुखाकर इसका चूर्ण काम में ले लेना चाहिए. आइये अभी जानते हैं इसके बेहतरीन फायदे जो इसको Tree of Heaven बनाते हैं. Www.OnlyAyurved.com
- हड्डियों की मजबूती – जैसा के हम अपनी पुरानी पोस्ट में बता चुके हैं के अगर किसी को घुटने बदलने के लिए डॉक्टर ने बोल दिया है तो भी वो इसका प्रयोग कर के देखे, इसमें कैल्शियम और आयरन अधिक मात्रा में पाया जाता है जिसके सेवन से हड्डियाँ मज़बूत होती हैं, और हड्डियों की घिसावट रूकती है.
- कैंसर नहीं होगा – इस पौधे में बहुत सारे Anti Oxidants हैं और ये Free Radicals से लड़ने में बहुत सहायक है, ये कैंसर के सेल्स को बढ़ने से रोकता है, इसमें vitamin सी और Beta Carotene होते हैं इसके साथ में इसमें chlorogenic acid and quercetin भी हैं जो के सेल्स के लिए रक्षात्मक शील्ड का निर्माण करते हैं. Www.OnlyAyurved.com
- तुरंत सर दर्द से आराम – सहजन की जड का रस निकाल कर इसको गुड के साथ सेवन करने से तुरंत सर दर्द में आराम आता है.
- आँखों के लिए – इसका नियमित सेवन आपकी आँखों की रौशनी को बढ़ाएगा, आप इसके पत्तों का रस निकाल कर इसको आँखों में भी लगा सकते हैं..
18 प्रकार के कोढ़ और 80 प्रकार के वात रोग कोढ़ , सफेद दाग, लकवा, मोटापा और नेत्र रोगों का काल
सहजन के सेवन की विधि.
इसको हर प्रकार से सेवन किया जा सकता है, जब मौसम में इसकी फली आती है तो इसकी सब्जी बना कर खाएं, और जब इसका मौसम नहीं होता तब आप इसके पत्तों को सुखाकर इसका एक एक चम्मच सुबह शाम खाएं. या ताज़ा पत्तों की चाय बना कर पियें. और आप इसकी छाल का काढ़ा बना कर पी सकते हैं. और अगर आप इसकी छाल का इस्तेमाल कर रहें हैं तो आप इस पेड़ को और भी लगायें, क्यूंकि अधिक छाल निकालने से पेड़ फलना फूलना बंद कर देता है. जब भी छाल निकाले तो पेड़ के पास में पड़ी हुयी मिटटी से उस जगह पर लेप कर दें.
अब तो आप जान ही गए होंगे के हमने इस पेड़ को Tree Of Heaven क्यों कहा है. अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगे तो शेयर ज़रूर कीजियेगा. और Only Ayurved को दुआओं में ज़रूर याद रखना. और फिर वही बात के वैसे तो ये सभी चीजें हर जगह उपलब्ध हैं, मगर फिर भी अगर आपको कोई औषिधि चाहिए तो आप श्री जितेंदर जी से 7073796173 पर संपर्क कर सकते हैं. ध्यान रहे के जितेंदर जी ये पंसारी की कच्ची औषधियां बेचते हैं वो कोई वैद नहीं हैं. और उनका Only Ayurved से कोई सम्बन्ध नहीं है. उनका नंबर यहाँ सिर्फ आपको ये कच्ची औषिधि उपलब्धता के लिए बताया है..
और इस पेड़ की विशेषताएं देख कर अनेक देशी और विदेशी कंपनियां इसकी गोलियां बना बना कर लाखों रुपैये का कारोबार कर रही हैं. यहाँ से पढ़ें.