यहां हमारे पास बस एक साधारण-सा तरीका है जो कि आपके स्वास्थय के लिए लाभदायक है। आपको बस अपनी जीभ से अपने तालु को छूना है और फिर साँस लेनी है। जिन लोगो को रात में नींद नहीं आती यह उपाय करने से उनको अच्छी नींद आ जाएगी।
ऐसे साँस लेते हुए आपको थोड़ा अजीब लगेगा पर विश्वास करें इस व्यायाम से बहुत लाभ मिलेगा। इसका शक्तिशाली प्रभाव सीधा आपके स्वास्थय पर पड़ेगा।
सिर्फ 1 मिनट तक अपनी जीभ को तालु से लगाये, ऐसा करने से जो चमत्कार होगा वो ….
इसको करने का तरीका –
अपनी जीभ की पहले जितना हो सके उतना बाहर निकालें, फिर इसको वापिस मुंह के अन्दर कीजिये और इसकी नोक से अपने तालु को छुए और ऐसे ही साँस लें। फिर अच्छी तरह से अपने फेफड़ों की साँस को बाहर निकालें। अपनी नाक से साँस लें फिर चार तक गिने फिर अपनी साँस रोक लें सात तक गिने। एक लंबी साँस ले और अपना मुह साँस से फुला लें फिर आठ की गनती तक मुह से सीटी की आवाज़ निकालें। इस प्रक्रिया को चार बार दोहराएं।
यह अवस्था कोई नयी नहीं है, यह भारत में सदियों से होती आ रही है, मगर अभी ये ज्ञान बहुत कम लोगों तक ही सिमित है, और जिन तक ये ज्ञान सीमित है वो लोग खोजने से भी नहीं मिलते. इसको भारतीय ज्ञान में खेचरी मुद्रा भी बोलते हैं.
डॉ. एंड्रीयू वैल बतातें हैं कि इस प्रक्रिया को रोज़ाना दो तीन महीनों तक लगातार किया जाए तो शरीरिक किर्या विज्ञानं कि मदद से आपको बहुत से महत्वपूर्ण बदलाव देखनें को मिलेंगे। यह आपके पाचनतंत्र को ठीक करता है ह्रदय की धड़कनों को कम करता है और आपके रक्तचाप को धीमा करता है।
- अगर आपको रात में सोने में परेशानी होती है तो यह तरीका आपके लिए लाभदायक रहेगा।
- आपको साँस लेने के व्यायाम के लिए किसी भी प्रकार के यंत्र या दवाइयों की ज़रूरत नहीं है।
- बस आपको अपनी जीभ और अच्छे से साँस लेनें की योग्यता चाहिए।
- यह अदभुत तरीका भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा है, मगर आज कल बहुत कम लोग इसको जानते हैं. विदेशों में इसको डॉ.एंड्रीयू वैल के द्वारा प्रचारित किया गया है। यह आसान-सा तरीका आपके तांत्रिक तंत्र को प्राकृतिक तरीके से ठीक करने मे मदद करता है।
- यह शरीर के तनाव से छुटकारा पाने और आराम के लिए मदद करता है।