Meaning of stambhon,vajikaran,shukrl,rasayan etc.
आयुर्वेद में कुछ शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है जैसे स्तम्भन, वाजीकरण, शुक्रल, रसायन इत्यादि. इन सबका क्या अर्थ है, आइये आज हम आपको बताते हैं इनके अर्थ.
स्तम्भन क्या है ? Stambhan kya hai
स्तम्भन – जो पदार्थ रूखा, शीतल, कसैला और लघुपाकी होने के कारण, वायु को उल्टा करने वाला होता है, यानी नीचे जानी वाले पदार्थ को नीचे जाने से रोकता है, उसे स्तम्भन कहते हैं. जैसे कूड़ा, सोनापाठा इत्यादि.
वाजीकरण क्या है ? vajikaran kya hota hai
वाजीकरण – जिस पदार्थ के प्रयोग से स्त्री के साथ रमण करने का उत्साह हो, रमण शक्ति बढे, वह द्रव्य वाजीकरण कहलाता है. जैसे असगंध मूसली, चीनी, शतावर, दूध, मिश्री इत्यादि. वाजीकरण दो प्रकार का होता है. धातु को निकलने से रोकने वाला और धातु को बढाने वाला. दूध मिश्री शतावर आदि धातु को बढाने वाले पदार्थ है. अफीम, भांग, जायफल आदि इसको निकलने से रोकने वाले पदार्थ हैं.
शुक्रल क्या है ? Shukral Kya hota hai
शुक्रल – जिस द्रव्य से धातु की वृद्धि हो, उसे शुक्रल कहते हैं. जैसे नागबला, कौंच के बीज इत्यादि. दूध उरद भिलावे की मींगी और आमले ये अपने प्रभाव से शीघ्र ही रक्त रस आदि को पैदा करके धातु को प्रकट करते और धातु की अधिकता होने पर उसकी प्रवृति करते हैं. कटेरीका फल धातु को रेचन करने वाला, जायफल गिरते धातु को रोकने वाला और इंद्र जौ धातु क्षय करने वाला है.
रसायन क्या है? Rasayan kya hota hai
रसायन – जो पदार्थ बुढापे और ज्वर आदि रोगों का नाश करे, उसे ‘रसायन’ कहते हैं. जैसे हरड, गूगल और शिलाजीत.