आँखों की दुर्बलता के लिए रामबाण आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खा -प्रयोग करके देखें
द्रष्टि की दुर्बलता के लिए निम्नलिखित योग बड़ा ही लाभप्रद है थोड़े समय के प्रयोग से ही द्रष्टि लोट आती है
अगर स्वस्थ पुरुष इसका उपयोग करे तो जीवन भर आँखे ठीक रहती है
आज हम ऐसे अनेक नुस्खे बतायेंगे तो आँखों के लिए हितकर है
1. विधि
हल्दी 25 ग्राम और कलमी शोरा 6 ग्राम दोनों को खूब बारीक़ पीसकर गुबार के समान
बना ले ,दवा तेयार है किसी सीसी में सुरक्षित रखे | सुबह और शाम 3-3 सलाई
डाला करे | धुंध,गुबार,द्रष्टि दुर्बलता इत्यादि के लिए लाभप्रद है
2. विधि
नोशादर ठीकरी और नील के बीज 6-6 ग्राम दोनों को बारीक़ पीसकर सुरमे के समान बना ले |
और शीशी में रख ले |सुरमे की तरह पहले एक-एक सलाई लगाया करे |कुछ दिनों बाद 3-3
सलाई सुबह और शाम लगाते रहे | इससे रोग बहुत शीघ्र दूर हो जायेगा यह अनुभूत और
अचूक नुस्खा है
3. विधि
सफेद सुरमा 10 ग्राम,समुंद्रझाग 5 ग्राम और नमक सेंधवा 5 ग्राम | तीनो को खरल में डालकर
बिल्कुल सुरमे की तरह बना ले |दवा तेयार है \सुबह शाम सुरमे की तरह लगाया करे द्रष्टि की
दुर्बलता के अलावा बहुत से नेत्र रोगों के लिए लाभाकरी है
4. विधि
25 ग्राम जस्त को कड़ाई में डालकर निचे आग जलाना शुरु करे | साथ-साथ नीम की लकड़ी
से चलाते रहे थोड़ी देर में जस्त की भस्म बन जाएगी | तब इसको खरल में डालकर एक दिन
नींबू के रस के साथ खरल करे और एक शीशी में भर ले |सुरमे की तरह आँखों में लगाया करे |
हर प्रकार के नेत्र रोगों के लिए और शुरवाती मोतियाबिंद के लिए लाभाकरी है