Thursday , 21 November 2024
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बच्चों के पेट के कीड़ो और बिस्तर पर पेशाब करना बीमारी के कुछ अनुभवी प्रयोग |

बच्चों के पेट के कीड़ो और बिस्तर पर पेशाब करना बीमारी के कुछ अनुभवी प्रयोग |

बच्चों  के पेट में कीड़ो का होना बच्चे की विकास में बाधा बनते है .कीड़े होने से जी मचलना .गुदा मार्ग में

खुजली होना ,शरीर का न बनना ,भूख कम लगना ,खाने में मन नही लगना ,पेट फूलना ,क्रमी शरीर की

धातुओं में पहुंच कर शरीर की वर्धि को रोक देते है .ये कीड़े विषाक्त रस छोड़ते है जिससे व्यक्ति का

पोषण रुक जाता है .अत: समय पर कीड़ो की चिकित्सा करवा लेनी चाहिए .

बच्चों द्वरा कभी रात के समय बिस्तर पर पेशाब करने की आदत पड़ जाती है और वो रात को सपने में

या डर की वजह से करते है .दोनों रोगों के लिए यहा कुछ अनुभवी नुस्खे लिख रहे है प्रयोग में ले .

1 .- बच्चों के पेट में कीड़े –

विधि -1 —- शाम को रोगी को 10 ग्राम गुड खिलाये .उसके 15 मिनट बाद भुनी अजवायन 1 चम्मच

थोड़े पानी के साथ दे व रात में कब्ज नाशक चूर्ण दे ,सुबह मल के साथ कीड़े निकलेंगे .

विधि -2 —- विडंग चूर्ण चोथाइ चम्मच ,पंचसकार चूर्ण चोथाई चम्मच सोते समय गरम जल से दे .

3 दिन देकर बंद कर दे .3 दिनों में ही कीड़े निकल जायेगे .

विधि -3 —- आडू के बीस पत्तो को छोटे -छोटे टुकडों में तोडकर 250 ग्राम पानी में उबाले 10 ग्राम रहने

पर छानकर रात को रोगी को पिला दे .

विधि -4 —- अजवायन ,बायबिडंग बराबर लेकर उसमे गुड मिला चने के बराबर गोलिया बना ले और 1-2

गोली पानी के साथ दे .2-3 दिन सेवन के बाद मरे हुए कीड़ो को निकलवाने के लिए 2-3 ग्राम केस्टर तेल

गरम दूध में मिलाकर पिला दे .सुबह कीड़े निकल जायेंगे .

विधि -5 —- डीकामाली का चूर्ण 1 ग्राम मात्रा में सुबह शाम नियमित रूप से एक महीने तक दे .लाभ होगा

विधि -6 —- डिकामाली ,पलास बीज ,खुरासानी अजवायन ,आंवला सभी समान मात्रा में लेकर कूट-पिस ले

दवा के बराबर गुड मिलाकर चने के बराबर गोलिया बना ले .

पहले रोगी को गुड खिलाये फिर 15 मिनट बाद 1 गोली गरम पानी के साथ दे 3 दिन इसी प्रकार दवा देने दे और

रात के समय गरम दूध में एरंड तेल मिलाकर पिला दे .सुबह कीड़े मरकर निकल जायेंगे .

विधि -7 —- आडू पेड़ के 8-10 पत्ते लेकर द्वरी-सोटे में थोडा -थोडा पानी डालिए और घोट ले .धीरे -धीरे

10 ग्राम पानी मिला ले .ठंडाई की तरह बन जाएगी .अब इसे खाली पेट एक बार पी ले .

बिस्तर पर पेशाब बंद करने के लिए –

विधि -1 —- वातगजेन्द्र सिंग रस 5 से 10 वर्ष तक के बच्चों को आधी गोली व बडो को एक गोली गुनगुने

दूध के साथ सुबह नास्ते के आधे घंटे बाद तथा रात के भोजन के आधे घंटे बाद दे ,असर 10 दिनों में शुरू हो

जायेगा ,40 दिनों तक प्रयोग में ले .

विधि -2 —- अखरोट की गिरी उम्र के हिसाब से ले ,पांच वर्ष तक के बच्चे के लिए अखरोट की गिरी 1\4

भाग ले तथा किशमिश इसके बराबर ले .दिन में 2-3 बार दे ,5-10 वर्ष वाले बच्चे जो अखरोट की गिरी 1\2

दे तथा किशमिश भी उसके बराबर ही दे .10 वर्ष से उपर के बच्चे को अखरोट की पूरी गिरी तथा उतनी ही

किशमिश दे .किशमिश अखरोट के बराबर लेने के लिए एक बार अखरोट व किशमिश का तोल कर ले .

उसके बाद आपको अंदाजा हो जायेगा .गिरी निकली हुई न ले .अखरोट को तोडकर उसकी गिरी निकाले

तथा वही गिरी ले ,अखरोट गर्म होता है .

विधि .2 —- ऐसे बच्चों को सोने से आधा घंटा पहले 2 खजूर खिला दे .ऊपर से गुनगुने दूध पिला दे .

10 -12 दिन तक दे .

विधि -3 —- शंखपुष्पि 2 चम्मच ,उचित मात्रा में ताजा पानी मिलाकर रात को दे .कुछ दिनों में बिस्तर में

पेशाब करना बंद हो जायेगा .

विधि -4 —- एक मुनक्का लेकर उसका बीज निकाल कर उसमे एक काली मिर्च रख चबा ले ,ऊपर से

थोडा पानी पी ले ,सुबह खाली पेट व रात सोने से पहले दे .

 

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